नई दिल्ली – वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में अपने कार्यकाल का सातवां बजट पेश किया। इस बजट में उन्होंने भारत की आर्थिक वृद्धि को शानदार अपवाद के रूप में प्रस्तुत किया और यह विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में यह प्रवृत्ति जारी रहेगी। उन्होंने मुद्रास्फीति को कम और स्थिर बनाए रखने की भी पुष्टि की।
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Toggleआर्थिक वृद्धि और मुद्रास्फीति
वित्त मंत्री ने अपने भाषण में जोर देकर कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि अन्य देशों के मुकाबले एक मजबूत अपवाद बनी हुई है। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में भी यह वृद्धि दर इसी प्रकार बनी रहेगी। इसके साथ ही, उन्होंने देश की मुद्रास्फीति को नियंत्रित और स्थिर रखने का आश्वासन दिया।
महिला, युवा और किसानों पर विशेष ध्यान
इस बार के बजट में महिला, युवा और किसानों पर विशेष ध्यान दिया गया है। वित्त मंत्री ने इन वर्गों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।
किसानों के लिए बड़ी सौगात
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किसानों को बड़ी सौगात दी है। उन्होंने घोषणा की कि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जहां ग्राम पंचायतें इस योजना को लागू करना चाहेंगी, वहां इसे प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, दालों और तिलहन के उत्पादन को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
वित्त मंत्री ने कहा, “हम देश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रहे हैं। इससे किसानों को अपने खेतों में रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग कम करने का अवसर मिलेगा, जो कि उनके स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए बेहतर होगा।”
किसान क्रेडिट कार्ड और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर
वित्त मंत्री ने किसानों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना का विस्तार करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि पांच और राज्यों में इस योजना को लागू किया जाएगा। इसके साथ ही, उन्होंने किसानों की जमीन को फार्मर लैंड रजिस्ट्री के तहत लाने का भी आश्वासन दिया।
वित्त मंत्री ने डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए भी बड़े कदम उठाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रदेशों के साथ साझेदारी करके केंद्र सरकार 400 जिलों को डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के दायरे में लाएगी। इससे किसानों को अपनी जमीन की जानकारी और अन्य सुविधाओं का डिजिटल माध्यम से लाभ मिलेगा।
महिला और युवा सशक्तिकरण
महिलाओं और युवाओं के सशक्तिकरण के लिए बजट में कई महत्वपूर्ण प्रावधान किए गए हैं। वित्त मंत्री ने महिलाओं के लिए विशेष योजनाओं की घोषणा की और युवाओं के लिए रोजगार सृजन और कौशल विकास पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार महिलाओं और युवाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्हें रोजगार और उद्यमिता के नए अवसर उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है।”
ग्रामीण विकास और रोजगार सृजन
वित्त मंत्री ने ग्रामीण विकास और रोजगार सृजन के लिए भी बजट में महत्वपूर्ण प्रावधान किए हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन के लिए कई नई योजनाएं शुरू की जाएंगी। इसके साथ ही, उन्होंने ग्रामीण बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने के लिए भी बजट में विशेष ध्यान दिया।
शिक्षा और स्वास्थ्य
वित्त मंत्री ने शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए भी बजट में बड़े प्रावधान किए हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता सुधार और स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने नई शिक्षा नीतियों और स्वास्थ्य योजनाओं की घोषणा की, जो देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का यह बजट देश के विकास और आर्थिक वृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इसमें महिला, युवा और किसानों के सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया गया है। प्राकृतिक खेती, किसान क्रेडिट कार्ड, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, ग्रामीण विकास, रोजगार सृजन, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए प्रावधान देश की प्रगति को नई दिशा देंगे।
वित्त मंत्री का आत्मविश्वास
वित्त मंत्री ने अपने भाषण के अंत में देशवासियों को आश्वस्त किया कि सरकार आर्थिक वृद्धि और विकास के प्रति प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि देश की अर्थव्यवस्था मजबूत और स्थिर बनी रहे। हम सभी के सहयोग से इस लक्ष्य को प्राप्त करेंगे और देश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।”
इस बजट के माध्यम से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने और समाज के सभी वर्गों को समृद्धि और सशक्तिकरण की दिशा में बढ़ाने का प्रयास किया है। यह बजट देश की आर्थिक वृद्धि को एक नई दिशा देने के साथ-साथ समाज के कमजोर वर्गों को भी मजबूती प्रदान करेगा।