पेरिस ओलंपिक्स 2024 का समापन 11 अगस्त को हुआ, और भारतीय एथलीट्स की वतन वापसी भी हो चुकी है। लेकिन अभी भी देश की नजरें भारतीय पहलवान Vinesh Phogat के मामले पर टिकी हुई हैं। विनेश के मामले में कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) द्वारा आज एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया जाएगा। भारतीय समय अनुसार, यह निर्णय आज रात साढ़े 9 बजे आने की संभावना है।
पेरिस ओलंपिक 2024: सीएएस में तीन घंटे चली बहस
9 अगस्त को सीएएस में Vinesh Phogat के मामले पर सुनवाई हुई थी, जो लगभग तीन घंटे तक चली। इस महत्वपूर्ण सुनवाई में भारत के प्रतिष्ठित वकील हरीश साल्वे ने विनेश का प्रतिनिधित्व किया। बहस के दौरान, सीएएस ने विनेश से तीन प्रमुख सवालों के जवाब मांगे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इन जवाबों के आधार पर ही सीएएस अपना अंतिम फैसला सुनाएगी। यह मामला इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें भारतीय खेलों की प्रतिष्ठा और विनेश की मेहनत का सवाल है।
फाइनल मैच से पहले डिसक्वालीफाई
पेरिस ओलंपिक में Vinesh Phogat ने 50 किलोग्राम कुश्ती में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने पहले चार बार की वर्ल्ड चैंपियन और पिछले ओलंपिक की गोल्ड मेडलिस्ट को हराया और क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में भी दमदार जीत दर्ज की। सभी को उम्मीद थी कि विनेश फाइनल में स्वर्ण पदक जीतेंगी और देश का नाम रोशन करेंगी। लेकिन अचानक एक बड़ा झटका लगा जब यह खबर आई कि विनेश को ओलंपिक से मानक से अधिक वजन के कारण डिसक्वालीफाई कर दिया गया।
100 ग्राम का फर्क
फाइनल मैच से पहले, Vinesh Phogat का वजन 50 किलोग्राम के मानक से केवल 100 ग्राम अधिक था। यह मामूली फर्क इतना बड़ा साबित हुआ कि इसके कारण उन्हें ओलंपिक से बाहर कर दिया गया। इस निर्णय के बाद, विनेश ने सीएएस में अपील की और सिल्वर मेडल की मांग की। यह मामला भारतीय खेलों में एक बड़ा मुद्दा बन गया है, और आज सीएएस का फैसला इस पर एक महत्वपूर्ण प्रभाव डालने वाला होगा। अगर सीएएस विनेश को सिल्वर मेडल देती है, तो यह पेरिस ओलंपिक में भारत का सातवां मेडल होगा।
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भारत के अन्य मेडल
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत ने कुल छह पदक जीते हैं, जिसमें पांच कांस्य और एक रजत पदक शामिल है। नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो में भारत के लिए सिल्वर मेडल जीता, जो उनके शानदार प्रदर्शन का संकेत है। भारतीय हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीता, जो एक बड़ी उपलब्धि है। शूटिंग में भारत को तीन कांस्य पदक मिले, और रेसलिंग में अमन सहरावत ने एक ब्रॉन्ज मेडल जीता। इन सभी उपलब्धियों ने भारत के खेल इतिहास में एक नई चमक लाई है, लेकिन Vinesh Phogat के मामले ने सभी का ध्यान खींच लिया है।
Vinesh Phogat के भविष्य की उम्मीदें
Vinesh Phogat के मामले में सीएएस के निर्णय का असर केवल उनकी व्यक्तिगत सफलता पर नहीं, बल्कि भारतीय खेलों की प्रतिष्ठा पर भी पड़ेगा। अगर विनेश को सिल्वर मेडल मिलता है, तो यह न केवल उनके लिए एक बड़ा सम्मान होगा, बल्कि यह भारतीय खेलों के लिए भी एक महत्वपूर्ण क्षण होगा। यह फैसला भारतीय खेल प्रशंसकों की उम्मीदों को सही साबित कर सकता है और विनेश की मेहनत और समर्पण को मान्यता दे सकता है।
आज का निर्णय भारत के खेल इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। पूरे देश की नजरें सीएएस के फैसले पर टिकी हुई हैं, और उम्मीद की जा रही है कि Vinesh Phogat को न्याय मिलेगा। अगर आज रात साढ़े 9 बजे सीएएस विनेश को सिल्वर मेडल देती है, तो यह पेरिस ओलंपिक में भारत की सफलता की कहानी को और भी उजागर करेगा।