रायपुर, छत्तीसगढ़: राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के परिसर में हाल ही में हुए चंदन पेड़ों की चोरी ने बड़ी सनसनी मचा दी है। इस घटना से वन विभाग में हलचल मच गई है, जिसमें विभाग की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, प्रशिक्षण संस्थान के 155 एकड़ में फैले परिसर में चंदन के लगभग 20 पेड़ों की चोरी का मामला सामने आया है। इनमें से 14 पेड़ों को चोरी कर ले गए गिरोह का पता लगाने में वन विभाग व पुलिस दोनों जुट चुके हैं।
इस मामले के सम्बंध में वन विभाग के अधिकारी बता रहे हैं कि चोरी का घटनास्थल पर सीसीटीवी कैमरे नहीं होने के कारण पूरी घटना का फुटेज उपलब्ध नहीं है। संस्थान की बिल्डिंग में ही कैमरे स्थापित होने के कारण, चंदन के पेड़ों की चोरी को फिर से ट्रैक करना मुश्किल साबित हो रहा है।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में विधानसभा थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है और पुलिस की टीम अब घटनास्थल पर जांच-पड़ताल कर रही है। चोरों की पहचान के लिए अब विधानसभा भवन के सीसीटीवी कैमरे की सहायता ली जाएगी।
इस घटना के बाद संस्थान में सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल उठा है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि परिसर में चंदन के पेड़ों की कटाई का मामला पहली बार दर्ज हुआ है और इसके बाद से ही सुरक्षा में स्थिति में सुधार करने की कार्रवाई की जा रही है।
वन विभाग के अफसरों के अनुसार, छत्तीसगढ़ राज्य में चंदन के पौधे की खासता है और इसकी चोरी का मामला गंभीरता से लिया जा रहा है। संस्थान के परिसर में सीसीटीवी कैमरे की अभाव में सुरक्षा की व्यवस्था को लेकर वन विभाग ने भी गंभीरता से जांच की है।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस मामले को लेकर पुलिस गुरुवार को आनी वाली है और वन विभाग भी जांच कर रहा है। इस घटना के बाद परिसर में सुरक्षा व्यवस्था में भी बढ़ोतरी की गई है ताकि इस तरह की घटना फिर से न हो।
अधिकारियों के अनुसार, राज्य में इस प्रकार की सागौन और औषधीय पौधों की चोरी का मामला पहली बार है, जिससे सुरक्षा व्यवस्था को मजबूती से संभाला जा रहा है। इस घटना के बाद वन विभाग ने सभी क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया है ताकि आने वाले दिनों में इस प्रकार की घटनाएँ रोकी जा सकें।