लोकप्रिय कॉमेडी सीरियल ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ के दर्शकों के बीच अपनी हास्य-प्रदर्शन से सबको हंसाने वाले गुरुचरण सिंह उर्फ सोढ़ी, आजकल एक गहरे संकट में हैं। उन्होंने हाल ही में अपनी समस्याओं पर खुलकर बात की है और बताया कि कैसे वह करोड़ों के कर्ज के तले दबे हुए हैं। यह खुलासा उनके लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है, क्योंकि उनकी दिक्कतें केवल वित्तीय नहीं बल्कि जीवन जीने की साधारण बातें भी शामिल हैं।
गुरुचरण सिंह ने सिद्धार्थ कन्नन के शो पर अपनी परेशानियों को साझा किया। उन्होंने बताया कि पिछले 34 दिनों से उन्हें ठीक से खाना नहीं मिला है। उनका अधिकांश समय गुरुजी के आश्रम में गुज़र रहा है, जहां उन्हें पाठ के बाद मिलने वाले प्रसाद—जैसे समोसा, ब्रेड, चाय, और पकौड़े—के सहारे अपना पेट भरना पड़ रहा है। यह स्थिति उन लोगों के लिए विशेष रूप से चिंताजनक है जो आम तौर पर लोगों को हंसाने का काम करते हैं, और यह दिखाता है कि वास्तविक जीवन में भी कई बार कठिनाइयाँ सामने आती हैं।
गुरुचरण ने बताया कि पिछले चार वर्षों से वह लगातार परेशानियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कई काम करने की कोशिश की, लेकिन कोई भी कामयाबी नहीं मिली। अपने जीवन के इस कठिन दौर के बारे में बात करते हुए उन्होंने खुलासा किया कि वह एक बार व्यापार करने की कोशिश कर चुके हैं और अभिनय के क्षेत्र में भी नए अवसर तलाशे हैं, लेकिन हर जगह नाकामी ही हाथ लगी।
गुरुचरण सिंह ने अपने कर्ज के बारे में भी खुलासा किया। उनके ऊपर लगभग 55 से 60 लाख रुपए का बैक और ईएमआई का कर्ज है, और कुल मिलाकर 1.2 करोड़ रुपए की उधारी चुकाना है। इस भारी कर्ज ने उनके जीवन को कठिन बना दिया है और यह स्थिति उनकी मानसिक शांति पर भी असर डाल रही है।
इस बीच, गुरुचरण ने एक और महत्वपूर्ण मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने शो की एक अन्य अभिनेत्री जेनिफर मिस्त्री बंसीवाल और शो के निर्माता असित मोदी के बीच चल रहे विवाद को सुलझाने की कोशिश की थी। जेनिफर ने असित मोदी पर यौन शोषण का आरोप लगाया था, जिसके चलते मामला पुलिस तक पहुँच गया था। गुरुचरण ने इस विवाद को सुलझाने के लिए दोनों से मिलने की कोशिश की, लेकिन अंततः उन्होंने पीछे हटने का निर्णय लिया। उनके अनुसार, कई बार ऐसे मामलों में बेकसूर भी फंस सकता है, और इस स्थिति को देखते हुए उन्होंने आगे बढ़ने की बजाय अपने आप को अलग कर लिया।
गुरुचरण सिंह का यह खुलासा दर्शाता है कि शो के पर्दे के पीछे भी कई कठिनाइयाँ हो सकती हैं। उनके लिए यह स्थिति न केवल वित्तीय संकट है बल्कि यह एक संकेत भी है कि जीवन की चुनौतियों का सामना किस प्रकार से किया जा सकता है। यह भी एक महत्वपूर्ण सबक है कि कभी भी किसी की बाहरी छवि से उसकी व्यक्तिगत स्थिति का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता।
गुरुचरण सिंह के इस बयान से यह भी स्पष्ट होता है कि आर्थिक संकटों के बावजूद भी व्यक्ति अपने आत्मसम्मान और संघर्ष की भावना को बनाए रख सकता है। उनका यह खुलासा न केवल उनकी समस्याओं को उजागर करता है बल्कि यह समाज को भी यह सिखाता है कि मदद की आवश्यकता वाले लोगों के प्रति संवेदनशीलता और समझ का दृष्टिकोण कितना महत्वपूर्ण है।
आशा है कि गुरुचरण सिंह को जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान मिले और उनके जीवन में एक नई शुरुआत हो सके। उनके संघर्ष और परिश्रम की कहानी हमें यह याद दिलाती है कि हर किसी के जीवन में कठिनाइयाँ होती हैं और हमें एक-दूसरे की मदद करने का प्रयास करना चाहिए।