रायपुर। छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में बहुत ज्यादा सुधार की आवश्यकता है। वर्तमान सरकार की प्राथमिकता इन सेवाओं को बेहतर बनाना और आम लोगों तक मेडिकल सुविधा पहुंचाना है। इस विषय पर एशियन न्यूज और आज की जनधारा के प्रधान संपादक सुभाष मिश्र ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से बातचीत की। यहां प्रस्तुत है बातचीत के प्रमुख अंश:
सवाल: छत्तीसगढ़ में सिकलसेल के मामले बहुत अधिक हैं, इसे नियंत्रित करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं? जवाब: सिकलसेल की बीमारी सरगुजा और बस्तर के ट्राइबल इलाकों में और मैदानी क्षेत्रों में साहू और पनिका समाज में ज्यादा है। इसके नियंत्रण के लिए विभाग ने शत प्रतिशत चिन्हांकन करने का निर्णय लिया है और प्रभावित लोगों को येलो कार्ड जारी किया जाएगा। जागरुकता बढ़ाने के लिए विवाह से पहले रक्त कुंडली मिलाने पर भी जोर दिया जाएगा।
सवाल: जमीनी स्तर पर बीमारियों के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए क्या योजना है?
जवाब: विभाग बीमारियों का इलाज करने के साथ-साथ लोगों को बीमारी से बचाने के लिए भी प्रयासरत है। इसके लिए 70,000 मितानिन बहनें फील्ड में काम कर रही हैं, जो लोगों को वेलनेस प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
सवाल: 108 एम्बुलेंस सेवा से जुड़े कर्मचारियों की मांगों के बारे में आपकी क्या राय है?
जवाब: पिछली सरकार द्वारा 108 और 102 सेवाओं में किए गए बदलावों के कारण कई लोगों को हटाया गया था। वर्तमान सरकार इन कर्मचारियों की सेवाओं को पुनः प्रारंभ करने पर विचार कर रही है।
सवाल: स्वास्थ्य महकमे में डॉक्टरों की कमी को कैसे दूर किया जाएगा?
जवाब: रिक्त पदों की जानकारी पीएससी को भेज दी गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए उनसे बातचीत की जाएगी और आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
सवाल: अमानक और नकली दवाइयों को रोकने के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं?
जवाब: नई व्यवस्था के तहत दवाइयों की गुणवत्ता की जांच और मॉनिटरिंग की जाएगी। हर बैच की जांच कर गुणवत्ता सुनिश्चित की जाएगी और अमानक दवाइयों की सप्लाई करने वाली कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सवाल: आयुष्मान योजना के क्रियान्वयन में आने वाली समस्याओं को कैसे हल किया जाएगा?
जवाब: आयुष्मान योजना के तहत लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने के लिए पॉलिसी में बदलाव किया जाएगा, ताकि अस्पतालों को किसी प्रकार की समस्या न हो।
सवाल: मनेन्द्रगढ़ में मेडिकल कॉलेज की क्या स्थिति है?
जवाब: मेडिकल कॉलेज को स्वीकृति मिल चुकी है और जल्द ही टेंडर की प्रक्रिया पूरी होगी। जमीन का आवंटन भी हो गया है।
सवाल: राज्य में कैंसर के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
जवाब: मेकाहारा में वर्षों से बंद पड़ी पेट मशीन को चालू करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही दवाइयों के स्टोरेज के लिए सभी जगहों पर फ्रीजर लगाए जा रहे हैं ताकि दवाइयां खराब न हों।
सवाल: क्या छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में ट्रामा यूनिट बनाने की योजना है?
जवाब: जगदलपुर, अंबिकापुर, और बिलासपुर में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल चालू करने की योजना है। रायपुर और बिलासपुर के बीच भी एक सुपर स्पेशलिटी ट्रामा यूनिट बनाने की योजना है।
सवाल: अफसरों के मिलने के लिए परमिशन लेने के सर्कुलर के बारे में आपकी राय क्या है?
जवाब: यह सर्कुलर भीड़ को नियंत्रित करने और अधिकारियों को काम करने में सुविधा देने के लिए जारी किया गया है। इसमें अनुमति की प्रक्रिया को परिभाषित किया गया है।
सवाल: आगे स्वास्थ्य विभाग के लिए आपके पास कौन सी योजनाएं हैं?
जवाब: 2047 तक का विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया गया है, जिसमें मलेरिया, डेंगू, पीलिया, और स्वच्छ पानी के मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा। साथ ही, आयुष्मान कार्ड के माध्यम से सभी को समान चिकित्सा सुविधा देने पर जोर दिया जाएगा।
छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है और जनता से भी सुझाव आमंत्रित कर रही है ताकि सबका स्वास्थ्य बेहतर हो सके।