Monday, December 23, 2024

स्टर्लिंग एंड विल्सन के शेयरों में उछाल: ₹328 करोड़ ऑर्डर

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शेयरों में अप्रत्याशित उछाल

आज शुक्रवार, 26 जुलाई को स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (SWREL) के शेयरों में अप्रत्याशित उछाल देखने को मिला। बीएसई पर 5% का अपर सर्किट लगने के बाद, निवेशकों की इस शेयर को खरीदने की होड़ लग गई। यह तेजी तब शुरू हुई जब यह जानकारी सामने आई कि कंपनी को ₹328 करोड़ के दो महत्वपूर्ण ऑर्डर मिले हैं। शेयर की कीमत देखते ही देखते ₹689.6 तक पहुंच गई, जो हाल के दिनों में इसका उच्चतम स्तर है।

शेयर की मौजूदा स्थिति और प्रदर्शन

शेयर की कीमत में यह उछाल दोपहर सवा एक बजे के आसपास 3.82 प्रतिशत की वृद्धि के साथ ₹681 पर ट्रेड कर रही थी। इस शेयर का 52 हफ्ते का उच्चतम मूल्य ₹828 और न्यूनतम मूल्य ₹253 रहा है। पिछले एक साल में इस शेयर ने लगभग 87 प्रतिशत का शानदार रिटर्न दिया है, जबकि इस साल अब तक इसका रिटर्न 52.22 प्रतिशत रहा है।

नई परियोजनाओं की घोषणा

स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी ने हाल ही में दो महत्वपूर्ण ऑर्डर प्राप्त किए हैं। एक ऑर्डर राजस्थान में बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) से संबंधित है और दूसरा कर्नाटक में फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट से संबंधित है। राजस्थान में कंपनी को 1,000 मेगावाट घंटे की बीईएसएस परियोजना के लिए इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) का कांट्रैक्ट मिला है।

भारत का सबसे बड़ा बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम प्लांट

स्टर्लिंग एंड विल्सन ने इस परियोजना के बारे में बताते हुए कहा कि 500 x 2 मेगावाट घंटे का स्टैंडअलोन बीईएसएस प्लांट भारत में अपनी तरह का सबसे बड़ा है। यह परियोजना वैश्विक स्तर पर कुछ जीडब्ल्यूएचआर पैमाने की परियोजनाओं में से एक है। इस परियोजना के साल 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है और यह भारत की मौजूदा बीईएसएस क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि करेगी। वर्तमान में, भारत की बीईएसएस क्षमता मार्च 2024 तक लगभग 219 एमडब्ल्यूएच तक पहुंचने की संभावना है।

ऊर्जा स्टोरेज क्षमता की भविष्यवाणी

सीएनबीसी टीवी 18 की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (CEA) द्वारा राष्ट्रीय विद्युत योजना 2023 में ऊर्जा स्टोरेज क्षमता की आवश्यकताओं में उल्लेखनीय वृद्धि का अनुमान लगाया गया है। इस योजना का लक्ष्य 2026-27 तक 82.37 जीडब्ल्यूएच ऊर्जा स्टोरेज क्षमता प्राप्त करना है। इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए स्टर्लिंग एंड विल्सन की नई परियोजनाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।

कर्नाटक में फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट

कर्नाटक में कंपनी ने 20 मेगावाट फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट भी प्राप्त किया है। यह प्रोजेक्ट स्टर्लिंग एंड विल्सन द्वारा भारत में शुरू किया गया तीसरा फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट है। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से कंपनी ने भारत में सोलर एनर्जी के क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति को और भी मजबूत किया है।

ग्लोबल सीईओ अमित जैन की टिप्पणी

स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी ग्रुप के ग्लोबल सीईओ अमित जैन ने इन नई परियोजनाओं को लेकर उत्साह व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “ये प्रोजेक्ट हमारे और भारत के लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि हम मजबूत, डिस्पैच करने योग्य रिन्यूएबल एनर्जी की ओर बढ़ रहे हैं। यह हमें तेजी से बढ़ते सोलर और स्टोरेज मार्केट में लाभप्रद स्थिति में रखता है।” उनका बयान इस बात को स्पष्ट करता है कि कंपनी ऊर्जा स्टोरेज और सोलर एनर्जी के क्षेत्र में अपनी अग्रणी स्थिति को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

शेयर बाजार में निवेशकों की प्रतिक्रिया

शेयर बाजार में स्टर्लिंग एंड विल्सन के शेयरों में हो रही तेजी ने निवेशकों को उत्साहित कर दिया है। निवेशकों ने इस कंपनी के भविष्य के संभावनाओं को देखते हुए शेयरों की खरीदारी में तेजी दिखाई है। इससे शेयर की कीमतों में तेजी आई है और कंपनी के शेयरों ने अपने उच्चतम स्तर को छू लिया है।

तकनीकी और बाजार विश्लेषण

तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, स्टर्लिंग एंड विल्सन के शेयरों में हाल की तेजी विभिन्न कारकों का परिणाम है, जिनमें नई परियोजनाओं की घोषणा, कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और ऊर्जा स्टोरेज की बढ़ती मांग शामिल है। शेयर की कीमत के मौजूदा स्तर को देखते हुए, विश्लेषक इसे एक सकारात्मक संकेत मानते हैं और भविष्य में भी इसकी वृद्धि की संभावना जताते हैं।

भविष्य की योजनाएं और संभावनाएं

स्टर्लिंग एंड विल्सन के आने वाले समय में कई और परियोजनाओं की योजना बनाई जा रही है। कंपनी ने सोलर और एनर्जी स्टोरेज के क्षेत्र में अपनी उपस्थिति को और भी मजबूत करने के लिए कई रणनीतियाँ तैयार की हैं। इनमें नई टेक्नोलॉजी का उपयोग, नए बाजारों में प्रवेश और वैश्विक स्तर पर साझेदारियों की स्थापना शामिल हैं।

नीतिगत और सरकारी समर्थन

भारत सरकार की नीतियों और योजनाओं ने भी स्टर्लिंग एंड विल्सन की परियोजनाओं के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान किया है। नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में सरकारी प्रोत्साहन और सब्सिडी ने कंपनियों को नए प्रोजेक्ट्स शुरू करने के लिए प्रेरित किया है। इससे कंपनी को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता मिल रही है और भविष्य में भी यह क्षेत्र तेजी से बढ़ता रहेगा।

शेयर बाजार के दृष्टिकोण

शेयर बाजार के दृष्टिकोण से, स्टर्लिंग एंड विल्सन के शेयरों में हाल की तेजी को सकारात्मक रूप से देखा जा रहा है। निवेशकों और विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी की नई परियोजनाओं और भविष्य की योजनाओं के साथ-साथ बाजार की वृद्धि संभावनाओं को देखते हुए, स्टर्लिंग एंड विल्सन के शेयरों में स्थिरता और वृद्धि की संभावना है।

स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड ने हाल ही में निवेशकों को एक महत्वपूर्ण संकेत दिया है कि कंपनी ऊर्जा स्टोरेज और सोलर एनर्जी के क्षेत्र में अपने नेतृत्व को मजबूत करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। ₹328 करोड़ के दो महत्वपूर्ण ऑर्डर के बाद, कंपनी के शेयरों में हुई तेजी ने यह साबित कर दिया है कि ऊर्जा क्षेत्र में निवेश के लिए संभावनाएं काफी सकारात्मक हैं। भविष्य में, स्टर्लिंग एंड विल्सन की नई परियोजनाओं और योजनाओं के साथ-साथ नीतिगत समर्थन से कंपनी को और भी सफलता की उम्मीद है।

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