Monday, December 23, 2024

स्मार्ट मीटर फटा, धूं-धूंकर जले, लोग बिल्डिंग में फंसे

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जबलपुर, 16 जुलाई 2024 – मध्य प्रदेश के जबलपुर में बहुमंजिला इमारतों में लगाए गए बिजली के मीटर बिना किसी सुरक्षा मापदंडों के हैं, जिससे कभी भी आग लगने की घटना हो सकती है। इन दिनों स्मार्ट मीटर लगाने वाली एजेंसी मीटर बदलने का काम कर रही है, लेकिन थोड़ी सी भी लापरवाही से आग लगने की घटनाएं हो रही हैं।

सुपर मार्केट में आग का भयावह मंजर

नगर संभाग पश्चिम के सुपर मार्केट की तीन मंजिला बिल्डिंग में अचानक आग लग गई। सबसे निचले तल में जहां एक दर्जन से अधिक बिजली के मीटर लगे हुए थे, वहां अचानक आग की चिंगारी से आग भड़क उठी। स्थानीय व्यापारियों ने मीटर की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। आग लगने के समय कई लोग बिल्डिंग के ऊपरी मंजिलों में फंसे हुए थे। स्मार्ट मीटर में आग लगने के बाद आसपास के कई अन्य मीटर भी उसकी चपेट में आ गए और तेज धमाके के साथ जलने लगे।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

जैसे ही धमाके की आवाज सुनी गई, आसपास के लोग वहां से दूर हो गए। बताया जा रहा है कि उस दौरान कई लोग बिल्डिंग के ऊपर वाले फ्लोर में फंसे हुए थे। आग की लपटों और विस्फोट की आवाज से वहां अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत ही बिजली विभाग और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। बिजली कर्मियों ने फौरन मीटर कनेक्शन काटकर आग पर काबू पाया।

स्मार्ट मीटर का विरोध और आग की घटना

स्मार्ट मीटरों का विरोध जबलपुर में पहले से हो रहा है। इस घटना ने इस विरोध को और अधिक बल दिया है। सुपर मार्केट की इमारत में लगे स्मार्ट मीटरों में चिंगारी से आग लगी और कुछ ही देर में पटाखों की लड़ी की तरह मीटर फटने लगे। मीटरों में हो रहे विस्फोट की जानकारी फौरन बिजली विभाग और फायर ब्रिगेड को दी गई। बिजली कर्मियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर मीटर कनेक्शन काट दिए और आग पर काबू पाया।

आग के कारण की जांच

स्थानीय लोगों ने बताया कि आग लगने के तुरंत बाद ही बिजली विभाग को जानकारी दी गई थी। जिस मीटर में सबसे पहले आग लगी थी, वह स्मार्ट मीटर था। अब बिजली विभाग यह जांच कर रहा है कि मीटर में आग कैसे लगी। विभागीय सूत्रों के अनुसार, शाम को विभाग ने मीटर बदलने का काम शुरू कर दिया था।

हादसों का इंतजार कर रही हैं बहुमंजिला इमारतें

जिन घरेलू उपभोक्ताओं के मीटर बंद हैं, वे ठेका कर्मियों से नए मीटर लगाने की मिन्नत कर रहे हैं। इस बीच, कई उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया है कि ठेका कर्मियों को जेब खर्च मिलने के कारण वे बिना सुरक्षा मापदंडों के ही मीटर बदल रहे हैं। इस प्रकार के कामों से बहुमंजिला इमारतों में हादसों का इंतजार किया जा रहा है।

शिकायतें और समाधान

स्थानीय निवासियों ने बताया कि पहले भी स्मार्ट मीटरों की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें आई थीं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। जबलपुर के सुपर मार्केट की इस घटना ने इस समस्या को फिर से उजागर किया है। नगर निगम और बिजली विभाग को अब और अधिक सतर्क रहना होगा ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

निवासियों की चिंता

निवासियों का कहना है कि इन असुरक्षित स्मार्ट मीटरों से न केवल उनके जीवन को खतरा है, बल्कि उनकी संपत्ति भी जोखिम में है। वे अब अपने घरों और कार्यालयों में इन मीटरों को लेकर चिंतित हैं। कई लोगों ने पुराने मीटरों को वापस लगाने की मांग की है, जबकि कुछ लोग अपने खर्च पर निजी कंपनियों से सुरक्षित मीटर लगाने का विचार कर रहे हैं।

सरकारी कदम और सुरक्षा

बिजली विभाग ने इस घटना के बाद से सभी स्मार्ट मीटरों की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा है कि सुरक्षा मापदंडों का पालन न करने वाले मीटरों को तुरंत बदला जाएगा। फायर ब्रिगेड भी इस मामले में पूरी तरह सतर्क है और ऐसी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।

जबलपुर की इस घटना ने एक बार फिर से स्मार्ट मीटरों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय प्रशासन और बिजली विभाग को इस मामले में सख्त कदम उठाने होंगे ताकि इस प्रकार की घटनाएं भविष्य में न हों। निवासियों की सुरक्षा और उनकी संपत्ति की रक्षा के लिए अब ठोस कार्रवाई की आवश्यकता है। जनता को भी सतर्क रहना होगा और किसी भी अनहोनी की स्थिति में तुरंत अधिकारियों को सूचित करना होगा।

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