गुना जिले में एक पारदी युवक की पुलिस कस्टडी में मौत का मामला सामने आया है, जिसने हंगामा खड़ा कर दिया है। युवक और उसके चाचा को एक डकैती के मामले में पूछताछ के लिए पकड़ा गया था। युवक की शादी रविवार को होनी थी, लेकिन उससे पहले ही पुलिस उसे गिरफ्तार कर ले गई। इसके बाद में उसकी मौत की खबर आई। इस घटना ने समाज में आक्रोश भड़का दिया, और युवक की होने वाली दुल्हन ने आत्मदाह की कोशिश की।
घटना की जानकारी
बीलाखेड़ी के निवासी देवा पारदी की बरात गांव से गुना शहर के गोकुल सिंह चक्क पर जानी थी। शाम 4.30 बजे पुलिस गांव में पहुंची और बरात जाने वाले ट्रैक्टर पर ही देवा और उसके चाचा गंगाराम को गिरफ्तार कर लिया। परिवार के लोग भी पुलिस चौकी पहुंचे, जहां पुलिस ने बताया कि एक गाड़ी की बरामदगी के संबंध में उन्हें लाया गया है। देर रात सूचना मिली कि देवा की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई है।
देवा के परिवार में शादी की रस्में चल रही थीं। देवा के हाथ में मेहंदी लगी हुई थी, और बारात की तैयारियां हो रही थीं। देवा की दुल्हन भी तैयार थी और बारात का इंतजार कर रही थी, लेकिन देर रात देवा की मौत की खबर ने सब कुछ बदल दिया। इस घटना ने समाज और पुलिस के बीच तनाव पैदा कर दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, और उम्मीद की जा रही है कि इस दुखद घटना के सभी पहलुओं का खुलासा होगा।
अस्पताल में हंगामा
जब देवा की मौत की खबर अस्पताल पहुंची, तो उसकी होने वाली दुल्हन और चाची ने आत्मदाह की कोशिश की। दुल्हन ने पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उसे रोक लिया। थोड़ी देर बाद चाची सूरज बाई ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली, जिसमें एसडीओपी युवराज सिंह के हाथ की अंगुलियां झुलस गईं। पुलिस और महिलाओं के बीच कई बार धक्का-मुक्की भी हुई।
पुलिस का बयान
एडिशनल एसपी मान सिंह ठाकुर ने बताया कि देवा पारदी और गंगाराम पारदी को चोरी के मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। चोरी हुए सामान की रिकवरी के लिए उन्हें रविवार शाम को ले जाया जा रहा था, जब देवा के सीने में दर्द उठा। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।”
समाज में आक्रोश
देवा की पुलिस कस्टडी में मौत ने समाज में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है। इस घटना ने पुलिस और आम जनता के बीच के विश्वास को हिला दिया है। समाज के लोग पुलिस के इस बर्ताव के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। वे मांग कर रहे हैं कि इस घटना की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।
परिवार का शोक
देवा के परिवार पर यह हादसा पहाड़ टूटने जैसा है। उनके बेटे की शादी की खुशियाँ मातम में बदल गई हैं। देवा की माँ और पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। उनकी बहनों और भाइयों का भी हाल बुरा है। परिवार वालों ने कहा कि देवा निर्दोष था और उसे बिना वजह गिरफ्तार किया गया। उन्होंने पुलिस पर अत्याचार का आरोप लगाया है और न्याय की गुहार लगाई है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है। विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर सरकार और पुलिस प्रशासन पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पुलिस की बर्बरता और अत्याचार की वजह से निर्दोष लोगों की जान जा रही है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस घटना की उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।
पुलिस की प्रतिक्रिया
पुलिस प्रशासन ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और कहा है कि मामले की जांच चल रही है। एडिशनल एसपी मान सिंह ठाकुर ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और न्याय सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने समाज से शांति बनाए रखने की अपील की है और भरोसा दिलाया है कि इस घटना की निष्पक्ष जांच की जाएगी।
आगे की कार्यवाही
इस घटना के बाद से समाज में शोक और आक्रोश का माहौल है। पुलिस की भूमिका और कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। अब देखना यह होगा कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है और कैसे न्याय सुनिश्चित किया जाता है। समाज और परिवार न्याय की उम्मीद कर रहे हैं और दोषियों को सजा मिलने की आशा कर रहे हैं।