रायपुर, छत्तीसगढ़: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने हाल ही में NEET UG 2024 के परीक्षा परिणाम जारी किए हैं, और इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस प्रवेश की राह इस बार काफी चुनौतीपूर्ण होने की संभावना है। इस बार, प्रदेश में 600 से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए ही सरकारी मेडिकल कॉलेजों में सीट मिलने की उम्मीद अधिक है, जिससे छात्रों को अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने के लिए अतिरिक्त प्रयास करना पड़ सकता है।
एमबीबीएस सीटों की स्थिति
छत्तीसगढ़ में इस साल एमबीबीएस की कुल 2,110 सीटें हैं। पहले दस सरकारी और तीन निजी कॉलेजों में मिलाकर 1,910 सीटें थीं, लेकिन हाल ही में दो और निजी कॉलेजों को मान्यता मिल गई है। इन नए कॉलेजों में कुल 200 सीटें हैं। इस प्रकार, अब प्रदेश में 15 मेडिकल कॉलेजों में 2,110 सीटें उपलब्ध हैं।
अंक प्राप्ति में वृद्धि
NEET UG 2024 के परिणामों के अनुसार, इस बार 700 से अधिक अंक प्राप्त करने वाले 14 विद्यार्थी हैं, जबकि पिछले वर्ष ऐसा कोई भी विद्यार्थी नहीं था। इसके अलावा, 650 से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की संख्या 11 गुना बढ़कर 144 हो गई है। 600 से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों की संख्या भी 533 तक पहुंच गई है, जो कि पिछले वर्ष 134 थी। 550 से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की संख्या 1,224 हो गई है, जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 538 थी। 500 से अधिक अंक पाने वाले विद्यार्थियों की संख्या 2,077 हो गई है, जो कि पहले 1,298 थी।
सरकारी कॉलेजों में प्रवेश की चुनौतियाँ
इस बार सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश प्राप्त करना अपेक्षाकृत कठिन होने की संभावना है। विशेषज्ञों के अनुसार, NEET में प्राप्त अंकों के आधार पर सरकारी कॉलेजों में सीट मिलना हर साल बदलता रहता है। नीट यूजी के लिए कट-ऑफ मार्क्स हर साल विभिन्न संस्थानों और श्रेणियों के लिए अलग-अलग होते हैं, इसलिए सही आंकलन करना कठिन हो सकता है।
सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए उम्मीदवारों के अखिल भारतीय रैंक के आधार पर एआईक्यू या राज्यवार काउंसलिंग के माध्यम से चयन किया जाता है। चूंकि सरकारी कॉलेजों की फीस निजी कॉलेजों की तुलना में काफी कम होती है, इसलिए अधिकांश विद्यार्थियों की प्राथमिकता सरकारी कॉलेजों की ओर रहती है। निजी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स की फीस कई बार करोड़ों में पहुंच जाती है, जिससे छात्रों को आर्थिक दबाव का सामना करना पड़ता है।
राज्य में परीक्षा की स्थिति
छत्तीसगढ़ में NEET UG के लिए इस बार 43,000 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था, जिसमें से लगभग 22,000 ने परीक्षा उत्तीर्ण की है। प्रदेश में इस साल NEET परीक्षा के लिए 17 परीक्षा केंद्र रायपुर में बनाए गए थे, जहां 9,114 छात्रों ने परीक्षा दी। राज्य के विभिन्न जिलों जैसे अंबिकापुर, बलोद, भिलाई-दुर्ग, बीजापुर, बिलासपुर, दंतेवाड़ा, धमतरी, जगदलपुर, जांजगीर-चांपा, कांकेर, कोंडागांव, कोरबा, महासमुंद, मनेंद्रगढ़, नारायणपुर, रायगढ़, रायपुर, राजनांदगांव और सुकमा में भी परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए थे।
डेंटल कॉलेजों की स्थिति
राज्य में कुल छह डेंटल कॉलेज हैं, जिनमें बीडीएस की 600 सीटें उपलब्ध हैं। ये सीटें भी NEET UG के आधार पर भरी जाएंगी, और इस बार डेंटल कॉलेजों में भी अंक प्राप्त करने की स्थिति पर ध्यान दिया जाएगा।
NEET UG 2024 के परिणामों से स्पष्ट है कि इस बार छत्तीसगढ़ में सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश प्राप्त करना काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। 600 से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए ही सरकारी मेडिकल कॉलेजों में सीट मिलने की संभावना अधिक है। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी तैयारी को मजबूत करें और प्रवेश की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए अतिरिक्त प्रयास करें। यह समय है जब विद्यार्थी और उनके अभिभावक अपने लक्ष्यों के प्रति और अधिक संजीदा हो जाएं और सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश की संभावनाओं को लेकर उचित योजना बनाएं।