23 तारीख को पेश होने वाले बजट से पहले भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखी जा रही है। बीएसई सेंसेक्स 80500 के नीचे आ गया है। एशियन पेंट्स में 2 फीसद की गिरावट आई है, मारुति की गाड़ी भी पटरी से उतर गई है, और अल्ट्राटेक कमजोर हो गया है। अडानी पोर्ट्स और एनटीपीसी भी लाल निशान में हैं। अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट का असर आज सुबह घरेलू शेयर बाजार पर भी दिखा, जिसके कारण बीएसई सेंसेक्स 202.3 अंक टूटकर 80,514.25 के स्तर पर खुला, जबकि निफ्टी भी 69 अंकों की कमजोरी के साथ 24,543 के स्तर पर कारोबार की शुरुआत की।
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Toggleअमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट का असर
अमेरिकी शेयर बाजार में बुधवार को भारी गिरावट दर्ज की गई। नैस्डैक के लिए 17 जुलाई यानी बुधवार, दिसंबर 2022 के बाद सबसे खराब दिन रहा। एशियाई बाजारों में भी गुरुवार को गिरावट दर्ज की गई। ऐसे में घरेलू शेयर बाजार पर इसका असर कितना पड़ेगा, यह देखने वाली बात होगी। हालांकि, गिफ्ट निफ्टी 24,675 के स्तर पर कारोबार कर रहा था, जो निफ्टी फ्यूचर्स के मंगलवार के बंद से लगभग 35 अंकों का प्रीमियम था। यह भारतीय शेयर बाजार सूचकांकों के लिए हल्की सकारात्मक शुरुआत का संकेत देता है।
घरेलू शेयर बाजार पर नजर
बुधवार को मुहर्रम के मौके पर घरेलू शेयर बाजार बंद थे। मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स-निफ्टी मामूली बढ़त के साथ बंद हुए और चुनिंदा दिग्गज शेयरों में खरीदारी के कारण नए रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए।
एशियाई बाजार का हाल
भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने के बीच अमेरिकी चिप शेयरों में जबर्दस्त बिकवाली के बाद गुरुवार को एशियाई बाजारों में गिरावट दर्ज की गई। जापान के निक्केई 225 में 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई, जबकि टॉपिक्स में 1.13 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। दक्षिण कोरिया के कोस्पी में 1.27 प्रतिशत और कोसडैक में 1.48 प्रतिशत की गिरावट आई।
वॉल स्ट्रीट की तस्वीर
डॉऊजोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 243.6 अंक या 0.59 प्रतिशत बढ़कर 41,198.08 पर पहुंच गया, जबकि एसएंडपी 500 78.93 अंक या 1.39 प्रतिशत गिरकर 5,588.27 पर आ गया। नैस्डैक कंपोजिट 512.42 अंक या 2.77 प्रतिशत गिरकर 17,996.93 पर बंद हुआ। एनवीडिया के शेयर की कीमत में 6.6 प्रतिशत, एप्पल के शेयरों में 2.5 प्रतिशत, जबकि माइक्रोसॉफ्ट के शेयर में 1.3 प्रतिशत की गिरावट आई। जॉनसन एंड जॉनसन के शेयर की कीमत में 3.69 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जबकि यूनाइटेडहेल्थ ग्रुप के शेयर की कीमत में 4.45 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
शेयर बाजार के लिए आगे की दिशा
इस समय बाजार में निवेशकों के लिए सतर्कता बरतना आवश्यक है। बजट पेश होने से पहले बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। निवेशकों को आर्थिक और राजनीतिक घटनाक्रमों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए। बाजार में गिरावट के बावजूद कुछ सेक्टर्स में निवेश के अवसर भी बन सकते हैं। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाएं और जोखिम प्रबंधन की दिशा में उचित कदम उठाएं।
वर्तमान स्थिति और भविष्य की संभावनाएं
मार्केट के मौजूदा हालात में एशियन पेंट्स, मारुति, अल्ट्राटेक, अडानी पोर्ट्स और एनटीपीसी जैसे दिग्गज कंपनियों के शेयरों में गिरावट चिंता का विषय है। इस गिरावट का असर बाजार की समग्र स्थिति पर पड़ा है। हालांकि, इस तरह की गिरावटें बाजार की स्वाभाविक प्रक्रिया का हिस्सा होती हैं और यह निवेशकों के लिए अवसर भी बन सकती हैं।
निवेशकों के लिए सुझाव
- दीर्घकालिक दृष्टिकोण: बाजार की मौजूदा परिस्थितियों के बावजूद दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह समय निवेश करने का अवसर हो सकता है।
- विविधता: पोर्टफोलियो में विविधता लाने से जोखिम कम हो सकता है।
- बाजार अनुसंधान: निवेश करने से पहले बाजार का गहन विश्लेषण और अनुसंधान करना आवश्यक है।
- पेशेवर सलाह: निवेश के लिए पेशेवर सलाहकार की मदद लें।
भारतीय शेयर बाजार में वर्तमान गिरावट विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और घरेलू कारणों से उत्पन्न हुई है। हालांकि, यह दीर्घकालिक निवेशकों के लिए अवसर भी प्रस्तुत करती है। बाजार की स्थिति पर कड़ी नजर रखते हुए समझदारी से निवेश करने पर अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। आगामी बजट के पेश होने के बाद बाजार में स्थिरता लौटने की संभावना है, जिससे निवेशकों को लाभ हो सकता है।