प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति को लेकर भारतीय राजनीति में विवाद गरमाता जा रहा है। हाल ही में भाजपा सांसद भर्तृहरि महताब को इस पद पर नियुक्त किया गया है, जिसे लेकर कांग्रेस और केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने आपत्ति जताई है। भाजपा ने इन आलोचनाओं का जवाब देते हुए कांग्रेस को सुझाव दिया है कि वे कोडिकुन्निल सुरेश को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाए।
भृतहरि महताब
विस्तार
भारतीय जनता पार्टी के सांसद भर्तृहरि महताब को लोकसभा का अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर सियासी विवाद बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस और केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन लगातार इस नियुक्ति पर सवाल खड़े कर रहे हैं। उनका कहना है कि परंपरा के अनुसार सबसे वरिष्ठ सांसद को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया जाना चाहिए था। कांग्रेस का दावा है कि 18वीं लोकसभा में सबसे वरिष्ठ सांसद कोडिकुन्निल सुरेश हैं, इसलिए उन्हें यह पद मिलना चाहिए था।
भाजपा का पलटवार
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने कांग्रेस की आलोचनाओं का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस को अपने सांसद कोडिकुन्निल सुरेश को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाकर केंद्र के फैसले का विरोध करना चाहिए। सुरेंद्रन ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा, “कांग्रेस में सबसे वरिष्ठ सांसद सुरेश होशियार और दलित समुदाय के सदस्य हैं। किसी भी कीमत पर सुरेश को विपक्ष का नेता बनाया जाना चाहिए। प्रिय मित्र कोडिकुन्निल सुरेश को अग्रिम शुभकामनाएं।”
सुरेश का बयान
आठ बार सांसद रह चुके कोडिकुन्निल सुरेश ने कहा था कि सबसे वरिष्ठ लोकसभा सदस्य होने के नाते उन्हें परंपरा के अनुसार प्रोटेम स्पीकर बनाया जाना चाहिए था। दक्षिणी राज्य में राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन और रमेश चेन्निथला सहित अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने भी यही बात कही। सुरेश ने केंद्र के फैसले की आलोचना करते हुए कहा, “यह देश में संसदीय लोकतंत्र के लिए खतरा है और संकेत देता है कि भाजपा संसदीय प्रक्रियाओं को दरकिनार करना जारी रखेगी।”
लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर चुने गए भर्तृहरि महताब
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है। महताब सात बार के सांसद हैं और अगले स्थायी स्पीकर की नियुक्ति तक वे सदन में स्पीकर की सभी जिम्मेदारियां निभाएंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संविधान के अनुच्छेद 95(1) के तहत भाजपा सांसद को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है।
महताब के नाम पर विवाद
संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू द्वारा भर्तृहरि महताब के नाम की घोषणा के बाद कांग्रेस ने विरोध शुरू कर दिया। कांग्रेस का कहना है कि उनकी पार्टी के आठ बार के सांसद कोडिकुन्निल सुरेश सबसे वरिष्ठ सांसद हैं, ऐसे में उन्हें लोकसभा का अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त किया जाना चाहिए। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि वरिष्ठता की अनदेखी कर भाजपा संसदीय मानदंडों को खत्म करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि परंपरा के अनुसार, जिस सांसद ने संसद में अधिकतम कार्यकाल पूरा किया है, उसे प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया जाना चाहिए।
भर्तृहरि महताब का परिचय
8 सितंबर 1957 को ओडिशा के भद्रक में जन्में भर्तृहरि महताब, ओडिशा के पहले मुख्यमंत्री डॉ. एच महताब के बेटे हैं। महताब, नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) के संस्थापक सदस्य हैं और कभी वह नवीन पटनायक के बेहद खास हुआ करते थे। महताब छह बार बीजद के टिकट पर ही लोकसभा पहुंचे। हालांकि हालिया लोकसभा चुनाव से पहले भर्तृहरि महताब ने बीजद छोड़कर भाजपा की सदस्यता ले ली थी और अब वह भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं।
निष्कर्ष
भाजपा सांसद भर्तृहरि महताब की प्रोटेम स्पीकर नियुक्ति को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस और केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने इस नियुक्ति पर कड़ी आपत्ति जताई है। वहीं, भाजपा ने पलटवार करते हुए कांग्रेस को अपने सांसद कोडिकुन्निल सुरेश को विपक्ष का नेता बनाने का सुझाव दिया है। इस पूरे प्रकरण से साफ है कि भारतीय राजनीति में प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति को लेकर सियासी सरगर्मी अभी और बढ़ सकती है।