बिलासपुर
सरकंडा के चांटीडीह में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक युवक ने नशे की हालत में अपनी पत्नी की पिटाई कर दी। मारपीट से डरकर महिला भागकर अपनी मां के घर चली गई। इसके बाद उसके पति ने महिला के कपड़ों में आग लगा दी और ससुराल में तोड़फोड़ मचा दी। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
घटना का विवरण
सरकंडा के पठान मोहल्ला चांटीडीह में रहने वाली सब्बू खान, जो कि ब्यूटी पार्लर में काम करती हैं, ने बताया कि उनकी शादी मोहल्ले में ही रहने वाले साहिल कुरैशी से हुई है। बुधवार की रात साहिल नशे की हालत में घर आया और अपनी पत्नी पर चरित्रशंका करते हुए उसकी पिटाई कर दी। मारपीट से डरकर सब्बू अपनी जान बचाने के लिए भागकर अपनी मां के घर चली गई।
हंगामा और तोड़फोड़
जब साहिल को पता चला कि सब्बू घर से भागकर अपनी मां के घर चली गई है, तो उसने गुस्से में आकर घर में आग लगाने की धमकी दी। गुस्से में आकर साहिल ने अपनी पत्नी के कपड़ों में आग लगा दी और उसके बाद ससुराल पहुंचकर हंगामा करना शुरू कर दिया। उसने ससुराल के दरवाजे को भी तोड़ दिया।
पुलिस की कार्रवाई
घटना के बाद सब्बू ने सरकंडा थाने में जाकर अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मामले को गंभीरता से लिया और जुर्म दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जांच की दिशा
पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि साहिल ने नशे की हालत में यह सब क्यों किया। पुलिस ने बताया कि जल्द ही साहिल को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उससे पूछताछ की जाएगी।
समुदाय की प्रतिक्रिया
इस घटना ने पूरे मोहल्ले में सनसनी फैला दी है। मोहल्ले के लोग इस घटना से स्तब्ध हैं और उन्होंने इस तरह की घटनाओं की निंदा की है। सब्बू के पड़ोसियों ने बताया कि साहिल अक्सर नशे में धुत होकर घर आता था और सब्बू के साथ मारपीट करता था। उन्होंने यह भी कहा कि इस बार सब्बू ने सही किया कि वह अपनी जान बचाकर भाग गई, वरना उसकी जान को गंभीर खतरा हो सकता था।
सामाजिक पहलू
यह घटना समाज में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों का एक और उदाहरण है। इस तरह की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि नशे की लत और घरेलू हिंसा कितनी खतरनाक हो सकती हैं। समाज में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा और महिलाओं को सशक्त बनाना होगा ताकि वे अपने अधिकारों के लिए खड़ी हो सकें।
सुझाव और समाधान
इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए यह आवश्यक है कि महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हों और किसी भी तरह की हिंसा का विरोध करें। पुलिस और कानून व्यवस्था को भी सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि अपराधियों को जल्द से जल्द सजा मिल सके। इसके अलावा, समाज में नशे की लत को खत्म करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की भी आवश्यकता है।
सरकंडा के चांटीडीह में हुई इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि घरेलू हिंसा और नशे की लत कितनी खतरनाक हो सकती हैं। सब्बू खान की हिम्मत और साहस की तारीफ की जानी चाहिए कि उन्होंने अपने ऊपर हो रहे अत्याचार का विरोध किया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस को इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करनी चाहिए ताकि सब्बू और अन्य महिलाओं को न्याय मिल सके और इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वे इस मामले में सख्त कार्रवाई करेंगे और दोषी को सजा दिलाएंगे। समुदाय को भी इस तरह की घटनाओं के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए और पीड़ितों का साथ देना चाहिए। इस घटना से सबक लेते हुए हमें समाज में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।