पाकिस्तान में पोलियो की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। शनिवार को सामने आए ताजे मामले ने इस साल की पोलियो की स्थिति को और भी गंभीर बना दिया। बलूचिस्तान प्रांत के झोब जिले में एक डेढ़ साल के बच्चे में पोलियो वायरस का संक्रमण पाया गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा समन्वयक डॉ. मलिक मुख्तार अहमद ने पुष्टि की है कि इस साल पोलियो वायरस के कुल नौ मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
इस नए मामले ने पोलियो उन्मूलन के प्रयासों को एक बड़ा झटका दिया है। रिपोर्टों के अनुसार, झोब के हसनजई इलाके में यह मामला दर्ज किया गया। यह स्थान पहले से ही पोलियो के खतरे का सामना कर रहा था, और इस ताजा मामले ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है।
पोलियो उन्मूलन के प्रयास
पाकिस्तान सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने पोलियो के खिलाफ कई प्रयास किए हैं। प्रधानमंत्री की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षक आयशा रजा फारूक ने लोगों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को पोलियो की खुराक अवश्य दिलवाएं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि पोलियो को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका बच्चों को पोलियो की खुराक देना है।
आयशा रजा फारूक के अनुसार, सरकार इस साल पोलियो उन्मूलन के लिए छह पोलियो-रोधी अभियान चला चुकी है। ये अभियान पोलियो के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और बच्चों को इस खतरनाक बीमारी से बचाने के लिए जरूरी हैं।
पाकिस्तान की पोलियो नीति और अंतरराष्ट्रीय समर्थन
इस समय, पोलियो के खिलाफ पाकिस्तान की प्रतिबद्धता को बल देने के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन भी महत्वपूर्ण है। हाल ही में, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सह-अध्यक्ष बिल गेट्स से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान, शरीफ ने पोलियो को खत्म करने के लिए गेट्स फाउंडेशन और वैश्विक भागीदारों के सहयोग की सराहना की।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार पोलियो के खिलाफ लड़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ने का संकल्प लेती है। उन्होंने तकनीकी प्रगति के माध्यम से सार्वजनिक वित्तीय समावेशन को सुनिश्चित करने और लिंग अंतर को पाटने के लिए अपने संकल्प को भी दोहराया।
पोलियो की वैश्विक स्थिति
पाकिस्तान और अफगानिस्तान वर्तमान में दुनिया के केवल दो देश हैं जहां पोलियो का वायरस अभी भी सक्रिय है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, इन दोनों देशों में पोलियो के मामलों की संख्या और महामारी की स्थिति पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है। पोलियो उन्मूलन के प्रयासों में इन देशों की साझेदारी और वैश्विक समर्थन की महत्वपूर्ण भूमिका है।
पाकिस्तान में पोलियो के मामलों में बढ़ोतरी ने सरकार और स्वास्थ्य संगठनों की चिंताओं को बढ़ा दिया है। हाल ही में सामने आया नौवां मामला इस बात की ओर इशारा करता है कि पोलियो उन्मूलन के प्रयासों को और भी तेज करने की आवश्यकता है। सरकार ने बच्चों को पोलियो की खुराक दिलवाने की अपील की है और विभिन्न पोलियो-रोधी अभियानों के माध्यम से इस खतरनाक बीमारी को खत्म करने के लिए प्रतिबद्धता जताई है।
पोलियो को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन और स्थानीय प्रयासों की निरंतर आवश्यकता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि भविष्य में कोई नया मामला सामने न आए, सभी संबंधित पक्षों को मिलकर काम करना होगा।