जापान के सॉफ्टबैंक समर्थित हॉस्पिटेलिटी कंपनी ओयो होटल्स एंड होम्स की पैरेंट कंपनी, ओरावल स्टे ने एक बार फिर से अपने आईपीओ के लिए सेबी (सेक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) के पास जमा किए गए ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस को वापस ले लिया है। यह दूसरा मौका है जब ओयो ने अपनी आईपीओ एप्लीकेशन को वापस लिया है। कंपनी अब निजी निवेशकों से चार अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर इक्विटी जुटाने की योजना पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
ओयो का आईपीओ: क्या हुआ?
ओयो ने मार्च 2023 में सेबी के कॉन्फिडेंशियल फाइलिंग रूट के तहत आईपीओ के लिए दस्तावेज दाखिल किए थे। हालांकि, हाल ही में कंपनी ने इन दस्तावेजों को वापस ले लिया है। इस स्थिति ने कंपनी के आईपीओ की योजना को एक बार फिर से स्थगित कर दिया है। यह कदम कंपनी की योजना में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है और निवेशकों के बीच अनिश्चितता पैदा कर रहा है।
रितेश अग्रवाल का बयान
ओयो के फाउंडर रितेश अग्रवाल ने बुधवार को कर्मचारियों की टाउनहॉल मीटिंग में कहा कि कंपनी ने चार अरब डॉलर तक के मूल्यांकन पर इक्विटी जुटाने के लिए निजी निवेशकों से संपर्क साधा है। उन्होंने कहा, “ओयो से मित्र निवेशकों ने भी संपर्क किया है। कंपनी अपना कर्ज कम करने के लिए तीन-चार अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर या 38-45 रुपये प्रति शेयर पर एक छोटा इक्विटी दौर कर सकती है।”
अग्रवाल ने आगे बताया कि कंपनी के ऑपरेशनल प्रॉफिट में सुधार, स्थिर ग्रॉस मार्जिन, कॉस्ट एफिशिएंसी, और कर्ज के समय-पूर्व भुगतान के बाद ब्याज लागत में कमी से कंपनी की प्रॉफिटिबिलिटी में सुधार हुआ है।
वित्तीय प्रदर्शन
सॉफ्टबैंक समर्थित ओयो के लिए साल 2023-24 पहला नेट मुनाफेदार वर्ष रहा है। इस वर्ष में कंपनी ने 99.6 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। सूत्रों के अनुसार, टाउनहॉल में प्रस्तुत प्रेजेंटेशन के अनुसार, ओयो ने समूचे वित्त वर्ष में 888 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड एबिटा (इंटरेस्ट, टैक्स, डेप्रिसिएशन और एमॉरटाइजेशन से पहले की इनकम) दर्ज की है। यह वित्त वर्ष 2022-23 में 274 करोड़ रुपये थी, जो कि एक महत्वपूर्ण वृद्धि को दर्शाती है।
भविष्य की योजना
ओयो अब फिर से आईपीओ के लिए आवेदन करने की योजना बना रही है। समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से खबर है कि ओयो अपने आईपीओ की मंजूरी के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास फिर से दस्तावेजों का मसौदा दाखिल करने की योजना बना रही है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि कंपनी फिलहाल 2.3 अरब डॉलर के मिनिमम वैल्यूएशन पर नए दौर की फंडिंग के लिए निवेशकों से बातचीत कर रही है। यह ओयो के 9 अरब डॉलर के अपने उच्चतम वैल्यूएशन से 70 फीसदी से ज्यादा की तेज गिरावट को दर्शाता है।
निवेशकों के लिए क्या अर्थ है?
ओयो का आईपीओ स्थगित होने से निवेशकों और बाजार में एक बार फिर से अनिश्चितता का माहौल बन गया है। कंपनी के लिए यह महत्वपूर्ण होगा कि वह अपने वित्तीय प्रदर्शन को मजबूत बनाए और निवेशकों के विश्वास को पुनः प्राप्त करे। इसके लिए कंपनी को अपनी योजनाओं और रणनीतियों को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करना होगा और निवेशकों को यह विश्वास दिलाना होगा कि कंपनी के पास दीर्घकालिक विकास के लिए ठोस योजनाएं हैं।
कंपनी की स्थिति
ओयो ने अपने व्यवसाय को एक नई दिशा देने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें ऑपरेशनल प्रॉफिट में सुधार और कर्ज कम करने की रणनीतियां शामिल हैं। कंपनी के सीईओ रितेश अग्रवाल ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन में स्थिरता और वृद्धि बनी रहे, निवेशकों से संपर्क किया है।