मोदी ने रूस यात्रा के दौरान कज़ान और येकातेरिनबर्ग में नए कॉन्सुलेट्स खोलने की घोषणा की है, जो व्यापार और यात्रा को बढ़ावा देने में मदद करेगा। उन्होंने ‘मोदी-मोदी’ के नारों के बीच भारतीय समुदाय को भी बधाई दी। उनके सफर से जुड़ी यह खबर देश भर में मुख्य है और इसने भारत-रूस संबंधों को मजबूती दी है।
मोदी जी ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि नए कॉन्सुलेट्स स्थापित करने से भारत और रूस के बीच व्यापार और सहकारिता को नए आयाम मिलेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि यह कदम व्यापारिक और सांस्कृतिक परिचय को बढ़ाने में सहायक होगा और यात्रा को भी सरल बनाएगा।
मोदी जी ने कज़ान और येकातेरिनबर्ग के नए कॉन्सुलेट्स खोलने की घोषणा करते हुए कहा, “यह नए कॉन्सुलेट हमारे व्यापारिक, सांस्कृतिक और लोगों के संपर्क के लिए नई दुनिया खोलेगा।” इस प्रक्रिया से भारत और रूस के बीच क्षमता का बड़ा विस्तार होगा।
मोदी जी के इस सफर में उनकी नई पहचान भी एक बार फिर आई है। उन्होंने विदेशी भूमिका को आगे बढ़ाने की दिशा में कदम उठाया है। उनके बयान में यात्रा और व्यापार की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए, उन्होंने भारत और रूस के बीच शक्तिशाली संबंधों को सुधारा है।
मोदी जी ने अपनी यात्रा के दौरान कज़ान और येकातेरिनबर्ग के नए कॉन्सुलेट्स खोलने का कार्यक्रम भी संयोजित किया है, जिससे व्यापार और यात्रा को बढ़ावा मिलेगा। इस कार्यक्रम से भारत और रूस के बीच सांस्कृतिक और व्यापारिक परिचय को भी नया रंग मिलता है।
मोदी जी के इस बयान से स्पष्ट है कि कज़ान और येकातेरिनबर्ग के नए कॉन्सुलेट्स के खुलने से भारत और रूस के बीच व्यापार, यात्रा और सांस्कृतिक परिचय में तेजी से सुधार होगा। उन्होंने यह भी कहा है कि यह नए कॉन्सुलेट लोगों के बीच व्यापार और सहकारिता में नए आयाम खोलेगा।
मोदी जी ने इस बयान में कज़ान और येकातेरिनबर्ग में नए कॉन्सुलेट्स स्थापित करने की घोषणा की है, जो भारत-रूस के बीच व्यापार और सांस्कृतिक परिचय को बढ़ाने का मुख्य स्रोत बनेगा। उन्होंने यात्रा और व्यापार की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया है।