Saturday, January 11, 2025

कोरबा जिले में यूरेनियम की खोज की जाएगी

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कोरबा, छत्तीसगढ़— छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में यूरेनियम की खोज के लिए आगामी पांच वर्षों में सर्वेक्षण किए जाने की तैयारी की जा रही है। इससे पहले, कोरबा में लिथियम के महत्वपूर्ण भंडार की खोज की जा चुकी है। अब, खनिज साधन विभाग ने धनगांव-गढ़तारा के एक गांव में यूरेनियम के संभावित भंडार की तलाश के लिए एक बड़ा कदम उठाया है।

खनिज साधन विभाग द्वारा आदेश

छत्तीसगढ़ शासन के खनिज साधन विभाग ने एक आदेश जारी किया है, जिसके तहत धनगांव-गढ़तारा गांव में पांच वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को यूरेनियम के लिए आरक्षित किया गया है। इस क्षेत्र में आने वाले पांच वर्षों के दौरान परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय द्वारा अनुसंधान किया जाएगा। यह क्षेत्र यूरेनियम, लिथियम और संबंधित खनिजों के पूर्वेक्षण के लिए आरक्षित किया गया है, जैसा कि परमाणु खनिज रियायत नियम 2016 के तहत किया जाता है।

यूरेनियम की खोज: क्यों है महत्वपूर्ण?

यूरेनियम का उपयोग मुख्यतः बिजली उत्पादन और परमाणु हथियारों में किया जाता है। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण खनिज है, जिसे सेना द्वारा परमाणु पनडुब्बियों और अन्य सैन्य उपकरणों को शक्ति प्रदान करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही, इसका उपयोग परमाणु बिजली संयंत्रों में भी किया जाता है, जिससे बिजली की मांग पूरी की जाती है। दुनिया भर के विकासशील देशों, जिनमें भारत भी शामिल है, अभी भी कोयला आधारित बिजली पर निर्भर हैं, लेकिन विकसित देश अब परमाणु ऊर्जा की ओर बढ़ रहे हैं। यूरेनियम पृथ्वी पर पाया जाने वाला एक दुर्लभ खनिज है, और इसकी कीमत करीब तीन करोड़ रुपये प्रति किलो है।

लिथियम के बाद यूरेनियम की खोज

कोरबा जिले में लिथियम के भंडार की खोज के बाद अब यूरेनियम की खोज की जा रही है। हाल ही में, कोरबा जिले के कटघोरा में मौजूद लिथियम ब्लॉक को नीलाम किया गया था। यह ब्लॉक गांव घुचापुर और इसके आसपास के 250 हेक्टेयर क्षेत्र में पाया गया था। लिथियम की पुष्टि के बाद, केंद्रीय खान मंत्रालय ने इसे चौथे दौर की नीलामी में प्रस्तुत किया, जिसे मैकी साउथ माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड ने उच्चतम बोली लगाकर खरीदा था। अब यहां भी लिथियम ब्लॉक की शुरुआत जल्द ही होगी और उत्पादन शुरू किया जाएगा।

सर्वेक्षण की तैयारियाँ

खनिज साधन विभाग के विशेष सचिव सुनील कुमार जैन द्वारा जारी आदेश के अनुसार, धनगांव-गढ़तारा गांव में पांच वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को यूरेनियम के खोज के लिए आरक्षित किया गया है। भारत सरकार के परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय को इस क्षेत्र की खोज के लिए एक्सप्लोरेशन एजेंसी के रूप में अधिसूचित किया गया है। यह एजेंसी आने वाले समय में इस क्षेत्र का विस्तृत अध्ययन करेगी और यहां यूरेनियम के भंडार की संभावना का मूल्यांकन करेगी।

आगे की राह

यूरेनियम की खोज कोरबा जिले के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देगा बल्कि देश की ऊर्जा सुरक्षा में भी योगदान देगा। खनिज साधन विभाग की यह पहल संभावित रूप से कोरबा को खनिज संसाधनों के एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में स्थापित कर सकती है। आने वाले वर्षों में इस क्षेत्र में की जाने वाली अनुसंधान गतिविधियों से यह स्पष्ट होगा कि यूरेनियम के भंडार की खोज कितनी सफल होती है और इससे संबंधित उद्योगों को कितना लाभ होता है।

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