आज के समय में जियोलॉजी में करियर बनाना काफी लोकप्रिय हो रहा है। बहुत से छात्र इस क्षेत्र में कदम रख रहे हैं। अगर आपकी भी रुचि पृथ्वी और उससे जुड़े विज्ञान में है, तो आप भी इस क्षेत्र में करियर बना सकते हैं। इस क्षेत्र में आप पृथ्वी की क्रस्ट की संरचना, इतिहास, रचना, मिट्टी, जलमग्न संसाधन, प्राकृतिक गैस, खनिज जैसे कई विषयों पर अध्ययन करते हैं। जियोलॉजी का क्षेत्र एक रोमांचक और ज्ञानवर्धक क्षेत्र है, जिसमें आप पृथ्वी की अद्वितीय विशेषताओं और संसाधनों के बारे में जान सकते हैं।
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Toggleएनआईटी रायपुर का अनूठा कोर्स
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर में 17 अगस्त से संस्थान का कंटीन्यूइंग एजुकेशन सेल (सीईसी) जियोलॉजी और वॉटर रिसोर्सेज में ‘एआइ एंड मशीन लर्निंग इनोवेशंस इन जियोलॉजी एंड वाटर रिसोर्सेज: फ्रॉम थ्योरी टू प्रैक्टिस’ (एआइएमआईएलजीडब्ल्यूआर-2024) पर ऑनलाइन सर्टिफिकेशन कोर्स आयोजित करने जा रहा है। यह कोर्स जियोलॉजी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) तकनीक, वॉटर रिसोर्स डेवलपमेंट और मैनेजमेंट के एप्लीकेशन की गहन समझ प्रदान करने के लिए आयोजित किया जा रहा है।
कोर्स की विशेषताएँ
इस कोर्स के पाठ्यक्रम में जियोलॉजी, हाइड्रोजियोलॉजी, एनवायरनमेंटल जियोलॉजी, रिमोट सेंसिंग और वाटर रिसोर्स मैनेजमेंट पर जीआईएस के एप्लीकेशन में व्यावहारिक प्रयोगों और वास्तविक अध्ययन शामिल हैं। जियोसाइंस में एआई और मशीन लर्निंग के मूलभूत सिद्धांत बताए जाएंगे, जिसमें मुख्य सेशन और लाइव प्रयोग भी शामिल हैं। इस कोर्स का उद्देश्य छात्रों को जियोलॉजी और वॉटर रिसोर्सेज में आधुनिक तकनीकों के प्रयोग की जानकारी देना है।
विषय विशेषज्ञों की मार्गदर्शन
इस कोर्स में हर छात्र समूह को प्रोजेक्ट दिया जाएगा, जिसकी निगरानी मेंटर द्वारा की जाएगी। इसके स्पीकर्स एनआईटी रायपुर और अन्य संस्थानों व उद्योगों के विषय विशेषज्ञ रहेंगे। इस कार्यक्रम के मुख्य संयोजक संस्थान के निदेशक प्रो. (डा.) एनवी रमना राव होंगे। साथ ही संयोजक डीन (आर एंड सी) प्रो. (डा.) प्रभात दीवान और अध्यक्षता सीईसी के चेयरमैन डा. शुभोजीत घोष करेंगे। अप्लाइड जियोलॉजी के एचओडी और एसोसिएट प्रो. डा डीसी झारिया, आईटी विभाग की असिस्टेंट प्रो. डा. मृदु साहू और सिविल इंजीनियरिंग विभाग के असिस्टेंट प्रो. डा. चंदन कुमार सिंह समन्वयक की भूमिका निभाएंगे।
पंजीयन की प्रक्रिया
इस कोर्स के लिए यूजी, पीजी स्नातक छात्र, उच्च शिक्षण संस्थान के पीएचडी स्कॉलर्स, तकनीकी और अकादमिक क्षेत्र से फैकल्टी, स्टाफ के साथ सरकारी कर्मचारी या उद्योग के पेशेवर व्यक्ति पात्र हैं। इस ऑनलाइन कोर्स के पंजीयन की अंतिम तिथि पांच अगस्त है। कोर्स के लिए चयन सूची नौ अगस्त को जारी की जाएगी। यह कोर्स 17 अगस्त से 31 अगस्त तक प्रतिदिन शाम 5:30 से 7:30 बजे तक दो घंटे के लिए आयोजित किया जाएगा।
जियोलॉजी में करियर के अवसर
जियोलॉजी में करियर के लिए कई आकर्षक अवसर उपलब्ध हैं। इस क्षेत्र में आपको विभिन्न प्रकार के कार्य करने का मौका मिलता है, जैसे कि खनन, तेल और गैस अन्वेषण, भूजल प्रबंधन, पर्यावरण संरक्षण, और आपदा प्रबंधन। इसके अलावा, आप शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों में भी काम कर सकते हैं। जियोलॉजिस्ट के रूप में आप विभिन्न प्राकृतिक संसाधनों के अध्ययन और उनके प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का महत्व
आज के समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का महत्व लगातार बढ़ता जा रहा है। जियोलॉजी और वॉटर रिसोर्सेज के क्षेत्र में एआई और एमएल तकनीकों का उपयोग कई समस्याओं को हल करने में सहायक हो सकता है। इन तकनीकों के माध्यम से हम बड़े डेटा सेट्स का विश्लेषण कर सकते हैं, भविष्यवाणियां कर सकते हैं और संसाधनों का बेहतर प्रबंधन कर सकते हैं।
वास्तविक जीवन में अनुप्रयोग
एनआईटी रायपुर के इस कोर्स के माध्यम से छात्र वास्तविक जीवन में एआई और एमएल के अनुप्रयोगों को समझ सकेंगे। यह कोर्स छात्रों को जियोलॉजी और वॉटर रिसोर्सेज के क्षेत्र में नई तकनीकों का उपयोग करने के लिए तैयार करेगा। इसके साथ ही, इस कोर्स में छात्रों को विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर काम करने का मौका मिलेगा, जिससे वे अपने ज्ञान को व्यवहारिक रूप में लागू कर सकेंगे।
कोर्स की संरचना
कोर्स की संरचना इस प्रकार होगी कि छात्रों को प्रत्येक दिन दो घंटे के सत्र में पढ़ाया जाएगा। यह सत्र शाम 5:30 से 7:30 बजे तक आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान, छात्रों को विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा लेक्चर्स दिए जाएंगे और उन्हें लाइव प्रयोग करने का मौका मिलेगा। इसके अलावा, छात्रों को प्रोजेक्ट्स पर काम करने का भी मौका मिलेगा, जिससे वे अपने ज्ञान को और गहरा कर सकेंगे।
छात्रों की प्रतिक्रियाएँ
एनआईटी रायपुर के इस कोर्स को लेकर छात्रों में काफी उत्साह है। कई छात्रों ने पहले से ही पंजीयन करा लिया है और वे इस कोर्स को लेकर बहुत उत्साहित हैं। छात्रों का मानना है कि यह कोर्स उनके करियर के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा और उन्हें जियोलॉजी और वॉटर रिसोर्सेज के क्षेत्र में नई तकनीकों का ज्ञान प्राप्त होगा।
अंतिम शब्द
जियोलॉजी में करियर बनाना आज के समय में एक लोकप्रिय विकल्प है। एनआईटी रायपुर के इस कोर्स के माध्यम से आप जियोलॉजी और वॉटर रिसोर्सेज के क्षेत्र में एआई और एमएल तकनीकों का ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। यह कोर्स आपको न केवल सैद्धांतिक ज्ञान देगा, बल्कि व्यावहारिक अनुभव भी प्रदान करेगा। यदि आप भी इस क्षेत्र में रुचि रखते हैं, तो इस कोर्स के लिए पंजीयन करें और अपने करियर को एक नई दिशा दें।