Sunday, December 29, 2024

जंगली हाथी ने प्रतापपुर के स्कूल का गेट तोड़ा और शहर में अफरा-तफरी मची

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छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के प्रतापपुर में रविवार को एक जंगली हाथी के नगर में प्रवेश करने से हड़कंप मच गया। जंगल से निकलकर पहले ग्रामीण क्षेत्रों और अब शहरी क्षेत्रों में प्रवेश कर रहा यह हाथी रविवार को प्रतापपुर में पहुंच गया और एक स्कूल का गेट तोड़ते हुए अंदर घुस गया। इस घटना की पूरी रिकॉर्डिंग स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है।

 

घटना का विवरण

हाथी पहले पक्की तालाब में स्थित कृष्ण कुंज में पहुंचा और वहां लगी जाली को हटाने के बाद पास के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल का गेट तोड़ दिया। सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि हाथी पहले गेट की ओर बढ़ता है, गेट को बंद देख वापस लौटता है और फिर से वहां लौटता है। तभी वन विभाग और हाथी मित्र दल के सदस्य मुनादी करते हुए वाहन में सायरन बजाकर वहां पहुंचे। सायरन की तेज आवाज से हाथी घबरा गया और तेजी से स्कूल के गेट की ओर बढ़ते हुए गेट तोड़कर स्कूल के परिसर में प्रवेश कर गया।

खदेड़ने के प्रयास

वन विभाग और हाथी मित्र दल को घंटों लगे हाथी को खदेड़ने में। स्कूल परिसर से बाहर निकलने का रास्ता नहीं मिलने पर हाथी वापस लौटकर कदमपारा चौक के पास रिहाईशी इलाके की ओर बढ़ने लगा। वन विभाग की टीम और हाथी मित्र दल लगातार उसे खदेड़ने में लगे रहे और कई घंटों के प्रयास के बाद हाथी को नगर से बाहर खदेड़ दिया। अंततः वह नए बस स्टैंड के पीछे के जंगल में चला गया।

कुछ देर बाद हाथी अमनदोन क्षेत्र के आईटीआई भवन के पीछे के जंगल में चला गया और वहां से भी कुछ समय बाद निकल गया। समाचार लिखे जाने तक हाथी प्रतापपुर क्षेत्र के बरौल गांव के जंगल में विचरण कर रहा था।

स्थानीय निवासियों में भय

हाथी के लगातार इधर-उधर विचरण करने से नगरवासी और आसपास के क्षेत्र के लोग भयभीत हैं। हालांकि वन विभाग और हाथी मित्र दल के सदस्य हाथी की प्रत्येक गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं और लोगों को उसकी लोकेशन की जानकारी भी लगातार दे रहे हैं।

दल से बिछड़ा हाथी

जानकारी के अनुसार, सूरजपुर वन मंडल के वन परिक्षेत्र घुई में वर्तमान में लगभग दस हाथियों का एक दल विचरण कर रहा है। रविवार की रात प्रतापपुर क्षेत्र के रिहाईशी इलाके में घुसा यह हाथी इसी दल का सदस्य बताया जा रहा है। सबसे पहले यह हाथी घुई में विचरण कर रहे दल से बिछड़ कर रविवार की रात वन परिक्षेत्र प्रतापपुर के मायापुर पहुंचा था। ग्रामीणों की सूचना पर मायापुर पहुंची वन विभाग की टीम और हाथी मित्र दल ने हाथी को वहां से खदेड़ दिया था। खदेड़े जाने के बाद हाथी वहां से लगभग तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित नगर पंचायत प्रतापपुर के आबादी वाले क्षेत्र में प्रवेश कर गया था।

वन विभाग की अपील

वन विभाग ने स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें। वन विभाग और हाथी मित्र दल की टीमें लगातार गश्त कर रही हैं और लोगों को हाथी की गतिविधियों के बारे में जानकारी दे रही हैं।

सुरक्षा के उपाय

वन विभाग ने हाथी को खदेड़ने के लिए विभिन्न उपाय किए हैं, जिनमें सायरन बजाना, धुआं करना और हाथी को ट्रैक करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल शामिल है। वन विभाग के अधिकारी हाथी की हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पूरी तरह सतर्क हैं।

यह घटना प्रतापपुर के निवासियों के लिए एक गंभीर चुनौती बन गई है। वन विभाग और हाथी मित्र दल की त्वरित कार्रवाई ने हालांकि स्थिति को नियंत्रण में रखा है, लेकिन स्थानीय निवासियों को अभी भी सतर्क रहने की आवश्यकता है। वन विभाग और हाथी मित्र दल के सतर्कता के चलते अब तक किसी बड़ी दुर्घटना से बचा गया है, लेकिन हाथी के पुनः नगर में प्रवेश करने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता। स्थानीय निवासियों को वन विभाग के दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत संपर्क करना चाहिए।

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