पिछले दस वर्षों में भारत में इंटरनेट और टेलीफोन कनेक्शनों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। संसद में इस विषय पर पूछे गए सवाल का सरकार ने स्पष्ट जवाब दिया है। संचार एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासानी चंद्र शेखर ने 2014 से 2024 तक की अवधि के आंकड़े पेश किए, जो इस बदलाव को दर्शाते हैं।
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Toggleटेलीफोन कनेक्शनों में वृद्धि
31 मार्च 2014 तक भारत में टेलीफोन कनेक्शनों की संख्या 93.3 करोड़ थी। 31 मार्च 2024 तक यह संख्या बढ़कर 119.87 करोड़ हो गई, जो कुल वृद्धि दर 28.48 प्रतिशत दर्शाता है। यह आंकड़ा ट्राई की दूरसंचार सेवा कार्य निष्पादन संकेतक संबंधी तिमाही रिपोर्ट से लिया गया है।
मोबाइल कनेक्शनों में वृद्धि
31 मार्च 2014 तक देश में मोबाइल कनेक्शनों की संख्या 90.45 करोड़ थी, जो 31 मार्च 2024 तक बढ़कर 116.59 करोड़ हो गई। इस दौरान वृद्धि दर 28.90 प्रतिशत रही। यह वृद्धि दर्शाती है कि मोबाइल कनेक्शनों की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
इंटरनेट सब्सक्रिप्शन में वृद्धि
31 मार्च 2014 तक देश में इंटरनेट सब्सक्रिप्शन की संख्या 25.16 करोड़ थी, जो 31 मार्च 2024 तक बढ़कर 95.44 करोड़ हो गई। इस दौरान वृद्धि दर 279.33 प्रतिशत रही। यह दर्शाता है कि पिछले 10 वर्षों में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या में जबरदस्त उछाल आया है।
ब्रॉडबैंड सब्सक्रिप्शन में वृद्धि
31 मार्च 2014 तक ब्रॉडबैंड सब्सक्रिप्शन की संख्या 6.09 करोड़ थी, जो 31 मार्च 2024 तक 92.41 करोड़ हो गई। इस दौरान वृद्धि दर 1417.41 प्रतिशत रही। यह दर्शाता है कि ब्रॉडबैंड कनेक्शनों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में वृद्धि
दूरसंचार क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) भी उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है। 2014-24 की अवधि में यह 12 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 25-16 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया। यह वृद्धि दर्शाती है कि दूरसंचार क्षेत्र में विदेशी निवेशकों का विश्वास बढ़ा है।
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि पिछले 10 वर्षों में भारत में इंटरनेट, मोबाइल और ब्रॉडबैंड कनेक्शनों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। यह वृद्धि देश की तेजी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था और तकनीकी प्रगति का संकेत है। सरकार द्वारा प्रस्तुत आंकड़े यह भी दर्शाते हैं कि दूरसंचार क्षेत्र में विदेशी निवेशकों का विश्वास मजबूत हुआ है, जो इस क्षेत्र की बढ़ती संभावनाओं का प्रमाण है।
पिछले 10 वर्षों में इंटरनेट और ब्रॉडबैंड की पहुंच में वृद्धि से देश के विभिन्न क्षेत्रों में सूचना और संचार तकनीकी का विस्तार हुआ है, जिससे लोगों की जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव आया है। यह वृद्धि न केवल तकनीकी उन्नति को दर्शाती है, बल्कि देश की आर्थिक प्रगति और विकास को भी प्रतिबिंबित करती है।
इन आंकड़ों से यह भी स्पष्ट होता है कि सरकार द्वारा डिजिटल इंडिया और अन्य तकनीकी पहल के माध्यम से देश में डिजिटल साक्षरता और इंटरनेट पहुंच को बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रयास सफल रहे हैं। इससे यह उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले वर्षों में भी इस वृद्धि की गति बरकरार रहेगी और देश में तकनीकी विकास और डिजिटल क्रांति का विस्तार होगा