हार्ट अटैक, जिसे हृदयाघात भी कहा जाता है, दुनियाभर में हर साल लाखों लोगों की जान लेता है। यह एक आपातकालीन स्थिति है, जिसमें मरीज को तुरंत चिकित्सा की आवश्यकता होती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि जिन लोगों को पहले से हृदय संबंधी समस्याएं हैं, ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रॉल बढ़ा रहता है, उनमें हार्ट अटैक का जोखिम अधिक होता है।
हाल के वर्षों में, विशेष रूप से कोरोना महामारी के बाद, कम उम्र के लोगों में भी हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ता देखा गया है। इसके बचाव के लिए यह आवश्यक है कि लोग नियमित रूप से अपने ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखें और हृदय स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
स्वीडिश अध्ययन में नई खोज
स्वीडिश विशेषज्ञों ने एक अध्ययन के माध्यम से एक नई और आसान विधि की जानकारी दी है, जिससे हार्ट अटैक के संभावित जोखिम का पता केवल पांच मिनट में लगाया जा सकता है। यह अध्ययन जर्नल ऑफ द अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन में प्रकाशित हुआ है और इसमें 50-64 वर्ष की आयु के 25,000 लोगों के डेटा का उपयोग किया गया है।
डीआईवाई टेस्ट किट
इस नए टेस्ट को डीआईवाई टेस्ट किट (Do It Yourself Test Kit) कहा जाता है। यह किट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित है और इसमें एक प्रश्नावली सेट की गई है। यह प्रश्नावली डॉक्टर की जांच के समान सटीकता के साथ हार्ट अटैक के जोखिम वाले लोगों की पहचान कर सकती है।
कैसे करता है काम?
डीआईवाई टेस्ट किट में 14 प्रश्न शामिल हैं जो आपकी आयु, लिंग, वजन, पेट की चर्बी, धूम्रपान की आदत, रक्तचाप के स्तर, हृदय रोगों का पारिवारिक इतिहास, ब्लड फैट और ब्लड शुगर से संबंधित हैं। इन सवालों के जवाब के आधार पर AI-आधारित एल्गोरिदम उच्च जोखिम वाले लोगों में हार्ट अटैक के खतरे का पता लगाता है।
गोथेनबर्ग यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और अध्ययन के प्रमुख गोरान बर्गस्ट्रॉम के अनुसार, इस परीक्षण से लगभग दो-तिहाई लोगों में आसानी से कोरोनरी एथेरोस्क्लेरोसिस और हृदय रोगों का जोखिम पहचानने में मदद मिली है। यह परीक्षण ब्लड टेस्ट और ब्लड प्रेशर के समान सटीकता से हार्ट अटैक के जोखिमों का पता लगाने में सक्षम है।
डीआईवाई टेस्ट किट की विशेषताएं
डीआईवाई टेस्ट किट को लेकर शोधकर्ताओं का कहना है कि यह किट दिल के दौरे के जोखिमों की सटीक रीडिंग देने के अलावा, मरीजों के कोलेस्ट्रॉल की रीडिंग भी देगी, उनकी हृदय की आयु का अनुमान लगाएगी और बॉडी मास इंडेक्स (BMI) स्कोर की भी गणना करेगी।
विशेषज्ञों की टीम का कहना है कि वे इस महीने के अंत तक कुछ जगहों पर डीआईवाई किट उपलब्ध कराना शुरू करेंगे, जो पहले स्थानीय डॉक्टरों के पास उपलब्ध होगी। इस किट का उपयोग करके 40-75 वर्ष की आयु के लोग, जो वर्तमान में ब्लड प्रेशर की दवा ले रहे हैं, अपने डॉक्टर से निःशुल्क परीक्षण करवा सकते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय परीक्षण और भविष्य की योजनाएं
प्रोफेसर बर्गस्ट्रॉम ने बताया कि वे जल्द ही संयुक्त राज्य अमेरिका में भी इस किट का परीक्षण करने जा रहे हैं, ताकि यह मूल्यांकन किया जा सके कि यह विभिन्न समूहों पर कैसे काम करता है। यदि यह परीक्षण सफल रहता है, तो यह व्यापक रूप से लोगों को उपलब्ध कराया जा सकता है, जिससे हार्ट अटैक के जोखिम वालों की पहचान करने और उनकी जान बचाने में मदद मिल सकती है।
डीआईवाई किट के निर्माता पोकडॉक ने कहा है कि परीक्षण करना और परिणाम प्राप्त करना नौ मिनट के भीतर किए जा सकते हैं। यह तकनीक हार्ट अटैक के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है और इससे लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है।
हार्ट अटैक का जोखिम और बचाव के उपाय
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि हार्ट अटैक के जोखिम को कम करने के लिए जीवनशैली में बदलाव आवश्यक है। स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, धूम्रपान और अल्कोहल का सेवन कम करना, और ब्लड प्रेशर व कोलेस्ट्रॉल की नियमित जांच करना महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही, तनाव को कम करने के उपाय अपनाना और पर्याप्त नींद लेना भी हार्ट अटैक के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकता है
हार्ट अटैक एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, लेकिन नए अनुसंधान और तकनीकों के माध्यम से इसके जोखिम को पहचानना और इसे कम करना अब संभव हो सकता है। स्वीडिश विशेषज्ञों द्वारा विकसित डीआईवाई टेस्ट किट एक महत्वपूर्ण और उपयोगी उपकरण साबित हो सकता है, जिससे लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है।
यदि आप या आपके परिवार में किसी को हार्ट अटैक का जोखिम है, तो इस किट का उपयोग करना और नियमित स्वास्थ्य जांच कराना महत्वपूर्ण हो सकता है। हार्ट अटैक के जोखिम को पहचान कर और उचित कदम उठाकर, हम इस गंभीर समस्या से बचाव कर सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।