Monday, December 23, 2024

गौवंश के सम्बन्ध में भोपाल नगर निगम का लोगों से अपील

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भोपाल शहर में पिछले कुछ समय से बेसहारा गोवंश की संख्या में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है, विशेषकर वर्षा के मौसम में। नगर निगम की गौवर्धन परियोजना शाखा द्वारा प्रतिदिन औसतन 30 गोवंश को आसरा और पशु चिकित्सालयों में उपचार के लिए भेजा जा रहा है, जबकि पहले यह संख्या 10 के आसपास थी। इस वृद्धि के पीछे मुख्य कारण शहर की सड़कों पर बेतरतीब घूम रहे गोवंश की बढ़ती संख्या है। नगर निगम ने इस समस्या से निपटने के लिए विभिन्न कदम उठाने शुरू कर दिए हैं और गोवंश मालिकों से अपील की है कि वे अपने पशुओं को खुला न छोड़ें।

बढ़ती संख्या और उसके परिणाम

शहर में लगातार हो रही बारिश के कारण सड़कों पर बेसहारा गोवंश की संख्या बढ़ गई है। इससे न केवल नगर निगम की गौवर्धन परियोजना शाखा पर बोझ बढ़ गया है, बल्कि सड़क पर विचरण करने वाले पशुओं के कारण आवागमन भी बाधित हो रहा है। इसके अलावा, सड़क पर गोवंश के चलते दुर्घटनाओं की घटनाओं में भी वृद्धि हो रही है, जिसमें नागरिकों के घायल होने के साथ ही गोवंश के घायल होने की घटनाएँ भी शामिल हैं।

नगर निगम की पहल और आदेश

नगर निगम भोपाल ने इस गंभीर स्थिति को देखते हुए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। नगर निगम आयुक्त हरेंद्र नारायन ने निर्देश दिए हैं कि सड़कों पर स्वतंत्र विचरण करने वाले पशुओं को पकड़कर कांजी हाउस और गोशालाओं में भेजने की कार्रवाई की जाए। इसके अलावा, उन्होंने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन न करने वाले पशु पालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात की है।

नगर निगम आयुक्त ने वर्षा के दौरान शहर में बेसहारा गोवंश की बढ़ती संख्या की समीक्षा की और बताया कि यह समस्या न केवल आवागमन को प्रभावित कर रही है, बल्कि इससे नागरिकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सड़क पर गोवंश के चलते होने वाली दुर्घटनाओं और घायलों की बढ़ती संख्या ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है।

गोवंश की देखभाल और उपचार

भोपाल नगर निगम की गौवर्धन परियोजना शाखा द्वारा प्रतिदिन औसतन 30 गोवंश को आसरा और पशु चिकित्सालयों में उपचार के लिए भेजा जा रहा है। इस संख्या में वृद्धि होने के बावजूद, सुधार की स्थिति नहीं दिख रही है। शहर के विभिन्न हिस्सों में गोवंश की बढ़ती संख्या को देखते हुए, नगर निगम ने पशु चिकित्सालयों और आसरा स्थलों में इनकी देखभाल और उपचार के प्रयासों को भी बढ़ाया है।

मालिकों से अपील

नगर निगम ने गोवंश मालिकों से अपील की है कि वे अपने पशुओं को सार्वजनिक स्थानों पर खुला न छोड़ें। उनका कहना है कि बेसहारा गोवंश की समस्या को ठीक से नियंत्रित करने के लिए मालिकों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर रखना होगा। इस तरह के कदम शहर की सड़क सुरक्षा और आवागमन को बेहतर बनाने में मदद करेंगे।

भविष्य की योजना और तैयारी

नगर निगम ने भविष्य में ऐसी समस्याओं से निपटने के लिए योजना बनाई है। इसमें शामिल है, सड़कों पर गोवंश के विचरण को नियंत्रित करने के लिए कठोर नियमों का लागू करना और उन मालिकों के खिलाफ कार्रवाई करना जो अपने पशुओं को बिना देखभाल के छोड़ देते हैं। इसके अलावा, पशुओं के उपचार और देखभाल के लिए आसरा स्थलों और पशु चिकित्सालयों की सुविधाओं को भी बेहतर बनाने पर ध्यान दिया जाएगा।

समाज और नगर निगम का सहयोग

इस समस्या का समाधान केवल नगर निगम की कोशिशों से नहीं होगा, बल्कि इसके लिए समाज और गोवंश मालिकों की भी सक्रिय भागीदारी जरूरी है। नगर निगम ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे किसी भी बेसहारा गोवंश को देखकर इसकी सूचना प्रशासन को दें ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके।

भोपाल में बेसहारा गोवंश की बढ़ती समस्या ने शहर की सड़क सुरक्षा और आवागमन को प्रभावित किया है। नगर निगम द्वारा उठाए गए कदम, जैसे कि सड़कों पर घूम रहे पशुओं को पकड़ना और गोशालाओं में भेजना, इस समस्या को नियंत्रित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। साथ ही, गोवंश मालिकों से की गई अपील और भविष्य की योजनाओं के माध्यम से इस समस्या के दीर्घकालिक समाधान की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। इस चुनौती का समाधान केवल प्रशासन की नहीं, बल्कि पूरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है।

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