दुर्ग, पाटन: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के पाटन ब्लॉक के ग्राम मर्रा में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। 60 वर्षीय गोपी यादव ने अपनी 55 वर्षीय पत्नी शकुन बाई यादव की बेरहमी से हत्या कर दी। इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है।
घटना का विवरण
मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार की सुबह गोपी यादव ने अपनी पत्नी शकुन बाई यादव पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद उतई पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और आरोपी को हिरासत में ले लिया।
मानसिक स्थिति पर सवाल
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी गोपी यादव की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। हालांकि, हत्या की स्पष्ट वजह का अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि हत्या के पीछे के कारणों का पता लगाया जा सके।
ग्रामीणों का बयान
ग्राम मर्रा के निवासियों ने बताया कि गोपी यादव पिछले कुछ समय से मानसिक रूप से अस्वस्थ था। उसकी मानसिक स्थिति को देखते हुए गांववाले भी उससे दूरी बनाए रखते थे। शकुन बाई यादव के साथ उसका अक्सर झगड़ा होता रहता था, लेकिन किसी ने भी यह नहीं सोचा था कि यह झगड़ा इस हद तक बढ़ जाएगा।
पुलिस की कार्रवाई
उतई पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की और आरोपी को हिरासत में ले लिया। पुलिस का कहना है कि हत्या की वजह की जांच की जा रही है और आरोपी की मानसिक स्थिति का भी मूल्यांकन किया जाएगा। पुलिस ने यह भी बताया कि गोपी यादव का मेडिकल परीक्षण कराया जाएगा ताकि उसकी मानसिक स्थिति की सही जानकारी मिल सके।
मामले की जांच
उतई पुलिस के एसएचओ ने बताया कि घटना स्थल पर पहुंचकर उन्होंने सभी साक्ष्यों को संकलित किया है। पुलिस ने कहा कि वे मामले की हर पहलू से जांच करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि दोषी को सजा मिले। पुलिस ने यह भी कहा कि गोपी यादव की मानसिक स्थिति की जांच के लिए एक विशेषज्ञ की मदद ली जाएगी।
परिवार और समाज पर प्रभाव
इस घटना ने मर्रा गांव के निवासियों को हिला कर रख दिया है। गांववाले इस घटना से स्तब्ध हैं और परिवार के प्रति संवेदना प्रकट कर रहे हैं। शकुन बाई यादव के परिवारवालों का रो-रो कर बुरा हाल है। उनका कहना है कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि गोपी यादव ऐसा कर सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल
यह घटना मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को एक बार फिर से उजागर करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि मानसिक रूप से अस्वस्थ लोगों को समय पर इलाज मिलना बहुत जरूरी है। गांव के सरपंच ने भी कहा कि अगर गोपी यादव का समय पर इलाज हो जाता तो शायद यह घटना टल सकती थी।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने कहा है कि वे मामले की पूरी जांच करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि आरोपी को न्याय के कठघरे में खड़ा किया जाए। पुलिस ने यह भी कहा कि वे मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद लेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आरोपी की मानसिक स्थिति को ठीक से समझा जा सके।
दुर्ग जिले के पाटन ब्लॉक के ग्राम मर्रा में हुई इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। 60 वर्षीय गोपी यादव द्वारा अपनी पत्नी शकुन बाई यादव की हत्या ने मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपी को न्याय दिलाने का वादा किया है। इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि मानसिक स्वास्थ्य का सही समय पर इलाज कितना महत्वपूर्ण है और समाज को इस ओर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।