Monday, December 23, 2024

धर्मेंद्र प्रधान ने NEET-UG मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी जताई

- Advertisement -

नई दिल्ली: NEET-UG मामले में सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने खुशी व्यक्त की है और इसे सत्य की जीत बताया है। प्रधान ने इस फैसले को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा कि केंद्र सरकार का लगातार यह दावा सही साबित हुआ है कि बड़े पैमाने पर पेपर लीक नहीं हुआ है। उन्होंने विपक्ष, विशेषकर राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि वे इस मुद्दे पर नकारात्मक राजनीति कर रहे थे और देश की परीक्षा प्रणाली पर सवाल उठा रहे थे।

सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला

सुप्रीम कोर्ट ने NEET-UG मामले में अपने फैसले में केंद्र सरकार के तर्कों को सही ठहराया और यह निर्णय सुनाया कि बड़े पैमाने पर पेपर लीक के कोई ठोस प्रमाण नहीं मिले हैं। इस फैसले ने सरकार के दावों को मान्यता दी और विपक्ष द्वारा उठाए गए कई सवालों को खारिज किया। इस संदर्भ में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि यह फैसला सत्य की जीत है और उन्होंने इसे “सत्यमेव जयते” की संज्ञा दी है।

विपक्ष की आलोचना

धर्मेंद्र प्रधान ने विपक्ष की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि विपक्ष ने NEET-UG मामले पर नकारात्मक रवैया अपनाया और इसे देश की परीक्षा प्रणाली पर सवाल उठाने का बहाना बनाया। उन्होंने विशेष रूप से राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि वे छात्रों को गुमराह करने, भ्रम पैदा करने और उन्हें सामाजिक तनाव के लिए उकसाने का प्रयास कर रहे थे।

प्रधान ने कहा, “लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कल तक नकारात्मक रवैया अपनाया था। उन्होंने देश की परीक्षा प्रणाली को अमान्य कर दिया और इसे ‘बकवास’ तक कह डाला। यह उनकी मानसिक स्थिति को दर्शाता है।” उनका कहना था कि राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं ने देश के छात्रों को भटकाने का काम किया और अराजकता फैलाने की कोशिश की।

विपक्ष से माफी की मांग

धर्मेंद्र प्रधान ने विपक्ष से देश के छात्रों, युवाओं और अभिभावकों से माफी मांगने की अपील की। उन्होंने कहा, “विपक्ष ने देश में अराजकता और नागरिक अशांति पैदा करने की कोशिश की है। यह उनकी राजनीति का योजनाबद्ध हिस्सा था। मैं उनसे और विपक्ष के उन सभी लोगों से कहता हूं जिन्होंने गैरजिम्मेदाराना हरकतों में भाग लिया है कि वे देश के छात्रों और युवाओं से माफी मांगे।”

प्रधान ने यह भी कहा कि विपक्ष ने NEET-UG मामले में देश को नुकसान पहुंचाया और अराजकता पैदा करने का प्रयास किया। उन्होंने इसे देश में नागरिक अशांति फैलाने की एक साजिश करार दिया और कहा कि देश इसे माफ नहीं करेगा। “राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता अलग-अलग हो सकती है, लेकिन छात्र सभी के हैं,” उन्होंने कहा।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले का राजनीतिक संदर्भ

सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का राजनीतिक संदर्भ महत्वपूर्ण है क्योंकि इसने केंद्र सरकार के तर्कों को समर्थन दिया और विपक्ष के आरोपों को खारिज किया। इस फैसले ने NEET-UG परीक्षा के संचालन में सरकार की भूमिका और परीक्षा प्रणाली की पारदर्शिता पर सवाल उठाने वाले विपक्ष के आरोपों को कमजोर कर दिया है।

विपक्ष ने इस फैसले के खिलाफ कई आरोप लगाए थे और दावा किया था कि परीक्षा में बड़े पैमाने पर अनियमितताएँ हुई हैं। इसके चलते उन्होंने देशभर में विरोध प्रदर्शन किए और छात्रों के हितों की रक्षा करने की बात की। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए सरकार के पक्ष में फैसला सुनाया।

भविष्य की संभावनाएँ

इस फैसले के बाद, NEET-UG मामले में विपक्ष की भूमिका और उनकी राजनीतिक रणनीतियों पर सवाल उठ सकते हैं। विपक्ष के नेताओं को अब यह साबित करना होगा कि उनके द्वारा उठाए गए मुद्दे और आरोप कितने सही थे। इसके अलावा, यह भी देखना होगा कि विपक्ष इस फैसले के बाद किस प्रकार की रणनीति अपनाता है और क्या वे इस मुद्दे को लेकर और अधिक विरोध प्रदर्शन करेंगे।

विपक्ष के खिलाफ धर्मेंद्र प्रधान द्वारा की गई आलोचना और माफी की मांग से यह भी स्पष्ट होता है कि राजनीति में तीखे टकराव और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी रहेगा। इस बीच, NEET-UG परीक्षा के संचालन और छात्रों के भविष्य पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता बनी रहेगी।

सुप्रीम कोर्ट का NEET-UG मामले में फैसला केंद्र सरकार के लिए एक बड़ी जीत है और इसने विपक्ष के आरोपों को खारिज किया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस फैसले को सत्य की जीत बताते हुए विपक्ष पर तीखी आलोचना की है। उन्होंने विपक्ष से माफी की मांग की है और कहा है कि देश में अराजकता फैलाने की कोशिश की गई। यह मामला आगे राजनीतिक चर्चा और गतिविधियों का केंद्र बन सकता है, जिससे आगे की राजनीति पर भी प्रभाव पड़ेगा।

आपकी राय

How Is My Site?

View Results

Loading ... Loading ...
यह भी पढ़े
Advertisements
राशिफल
अन्य खबरे