डबरा कस्बे में मोहर्रम के अवसर पर ताजियों के ताजियादारों के लिए बनाई गई बिरियानी खाने से दो दर्जन से अधिक बच्चे फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए। इस घटना ने पूरे कस्बे में हड़कंप मचा दिया। बिरियानी खाने के बाद बच्चों को उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगी। सभी प्रभावित बच्चों को तत्काल सिविल अस्पताल डबरा में भर्ती कराया गया जहां उनका इलाज किया गया। अधिकतर बच्चों की हालत में सुधार होने के बाद उन्हें घर भेज दिया गया है।
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Toggleघटना का विवरण
बुधवार को मोहर्रम के दौरान ताजिए निकाले गए थे। डबरा कस्बे के वार्ड क्रमांक 30 में जुलूस में शामिल लोगों के लिए जलपान और स्वल्पाहार की व्यवस्था की गई थी। बताया जा रहा है कि डबरा के लाल पहाड़ियां चीनोर रोड निवासी एक परिवार ने ताजिए रखे थे और इस अवसर पर चावल बनाए गए थे। बिरियानी को बच्चों में भी बांटा गया। लेकिन, बिरियानी खाने के कुछ ही देर बाद बच्चों को उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगी, जिससे स्थिति गंभीर हो गई।
बच्चों की हालत और उपचार
बिरियानी खाने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें तत्काल सिविल अस्पताल डबरा में भर्ती कराया गया। बच्चों की संख्या अधिक होने के कारण अस्पताल में अफरातफरी मच गई। मौके पर मौजूद डॉक्टरों ने तुरंत ही बच्चों का इलाज शुरू किया और उनकी स्थिति पर काबू पाया। अधिकांश बच्चों की हालत में सुधार होने पर उन्हें सुबह तक घर भेज दिया गया।
प्रशासन की तत्परता
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम (उप जिला मजिस्ट्रेट) मौके पर पहुंचे और बच्चों की संख्या अधिक होने के कारण उन्होंने तुरंत अतिरिक्त डॉक्टरों को बुलवाया। जिससे बच्चों को समय पर उचित उपचार मिल सके। डॉक्टरों के त्वरित प्रयासों से बच्चों की हालत थोड़ी देर में सुधरने लगी। एसडीएम ने अस्पताल में पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और बच्चों की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की।
पूर्व मंत्री इमरती देवी का दौरा
फूड प्वाइजनिंग की खबर मिलने के बाद पूर्व मंत्री इमरती देवी भी अस्पताल पहुंचीं। उन्होंने बच्चों और उनके परिजनों से मुलाकात की और उनकी स्थिति के बारे में जानकारी ली। इमरती देवी ने अस्पताल प्रशासन को बच्चों की देखभाल में कोई कसर न छोड़ने का निर्देश दिया। उन्होंने बच्चों के परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन भी दिया।
ताजियों के आयोजन और बिरियानी की व्यवस्था
ताजियों के आयोजन के दौरान डबरा कस्बे के लाल पहाड़ियां चीनोर रोड निवासी परिवार ने बिरियानी बनाई थी। यह बिरियानी ताजिया जुलूस में शामिल लोगों और बच्चों के लिए बनाई गई थी। लेकिन, इस बिरियानी के सेवन से बच्चों की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें फूड प्वाइजनिंग हो गई। इस घटना के बाद से कस्बे में भय और चिंता का माहौल है।
फूड प्वाइजनिंग के कारण और सावधानियां
फूड प्वाइजनिंग का मुख्य कारण खाद्य पदार्थों का दूषित होना होता है। यह दूषित खाद्य पदार्थ बैक्टीरिया, वायरस, या अन्य हानिकारक पदार्थों से संक्रमित हो सकते हैं। इस घटना के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और खाने-पीने के सामान की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने को कहा है।
भविष्य की योजनाएं
इस घटना के बाद प्रशासन ने खाद्य सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने का निर्णय लिया है। भविष्य में ऐसे आयोजनों के दौरान खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और स्वच्छता की जांच के लिए विशेष टीमों का गठन किया जाएगा। जिससे इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
डबरा कस्बे में मोहर्रम के अवसर पर ताजियों के ताजियादारों के लिए बनाई गई बिरियानी खाने से बच्चों को फूड प्वाइजनिंग का शिकार होने की घटना ने पूरे क्षेत्र में चिंता का माहौल बना दिया है। प्रशासन और चिकित्सा विभाग की त्वरित कार्यवाही से बच्चों की स्थिति में सुधार आया और अधिकतर बच्चों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। इस घटना ने खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता पर ध्यान देने की आवश्यकता को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है। भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।