Monday, December 23, 2024

कोरोना भ्रष्टाचार में DEO भारती प्रधान निलंबित बीआर बघेल बस्तर के नए शिक्षा अधिकारी बने।

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छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में शिक्षा विभाग के भीतर एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलाव हुआ है। प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) भारती प्रधान को निलंबित कर दिया गया है। यह निलंबन कोरोना महामारी के दौरान लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के मद्देनजर हुआ है। अब बीआर बघेल को नए जिला शिक्षा अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है।

भ्रष्टाचार के आरोप

कोरोना महामारी के दौरान, जब शिक्षा प्रणाली पर पहले से ही भारी दबाव था, तब बस्तर जिले में शिक्षा विभाग से संबंधित कई अनियमितताएं सामने आईं। भारती प्रधान पर आरोप है कि उन्होंने महामारी के दौरान विभिन्न सरकारी योजनाओं और फंड्स में भ्रष्टाचार किया। यह आरोप विशेष रूप से शिक्षा सामग्रियों की खरीद और वितरण में वित्तीय अनियमितताओं से संबंधित थे।

जांच और निलंबन

भ्रष्टाचार के इन आरोपों के बाद, सरकार ने एक विशेष जांच टीम गठित की थी, जिसने गहन जांच की। जांच में पाया गया कि भारती प्रधान ने विभिन्न नियमों का उल्लंघन करते हुए सरकारी फंड्स का दुरुपयोग किया था। इस रिपोर्ट के आधार पर, राज्य सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए भारती प्रधान को निलंबित कर दिया।

बीआर बघेल की नियुक्ति

भारती प्रधान के निलंबन के बाद, बीआर बघेल को बस्तर का नया जिला शिक्षा अधिकारी नियुक्त किया गया है। बघेल एक अनुभवी और ईमानदार अधिकारी माने जाते हैं। उनकी नियुक्ति से शिक्षा विभाग में पारदर्शिता और ईमानदारी की उम्मीदें बढ़ गई हैं। बघेल का मुख्य उद्देश्य शिक्षा विभाग में सुधार लाना और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन सुनिश्चित करना होगा।

विभागीय प्रतिक्रिया

शिक्षा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने इस बदलाव पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। उनका मानना है कि इस कदम से विभाग में अनुशासन और पारदर्शिता बढ़ेगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “बघेल जी की नियुक्ति से हमें उम्मीद है कि विभाग में सुधार होगा और छात्रों के हितों की रक्षा की जाएगी।”

भारती प्रधान की प्रतिक्रिया

भारती प्रधान ने अपने निलंबन पर निराशा व्यक्त की है और कहा है कि वह निर्दोष हैं। उन्होंने आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया और कहा कि वह अपने ऊपर लगे आरोपों के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ेंगी। प्रधान का कहना है कि उन्होंने हमेशा नियमों का पालन किया है और उन पर लगे आरोप बेबुनियाद हैं।

स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया

बस्तर की जनता ने भी इस बदलाव पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कई लोग इस कदम को सही मानते हैं और उम्मीद करते हैं कि इससे शिक्षा प्रणाली में सुधार होगा। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “हमने देखा है कि पिछले कुछ समय में शिक्षा विभाग में कई गड़बड़ियां हुई हैं। हमें उम्मीद है कि बघेल जी के आने से ये सब बंद होगा।”

शिक्षा में सुधार की उम्मीदें

बस्तर जिले में शिक्षा की स्थिति पहले से ही चिंताजनक है। ऐसे में एक नए और सक्षम अधिकारी की नियुक्ति से जिले में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद की जा रही है। बघेल की प्राथमिकता होगी कि वह विभाग में पारदर्शिता लाएं, सरकारी योजनाओं का सही तरीके से कार्यान्वयन सुनिश्चित करें और छात्रों के लिए एक स्वस्थ और सुरक्षित शैक्षिक वातावरण तैयार करें।

भविष्य की दिशा

बघेल की नियुक्ति के बाद, बस्तर में शिक्षा विभाग की दिशा बदलने की उम्मीद है। पारदर्शिता, अनुशासन और जिम्मेदारी के साथ, बघेल शिक्षा के क्षेत्र में नए मापदंड स्थापित करने का प्रयास करेंगे। इस बदलाव से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि शिक्षा विभाग सही तरीके से काम करे और छात्रों को उनके अधिकारों का पूर्ण लाभ मिले।

निष्कर्ष

बस्तर जिले में जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर यह बदलाव शिक्षा विभाग के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद भारती प्रधान का निलंबन और बीआर बघेल की नियुक्ति से शिक्षा विभाग में सुधार की उम्मीद जगी है। जनता और विभागीय अधिकारियों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए बघेल के सामने कई चुनौतियाँ होंगी, लेकिन उनकी नियुक्ति से एक नई दिशा मिलने की संभावना है।

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