रायपुर, 14 अगस्त 2024: उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में स्नातक प्रवेश के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। छात्रों के लिए यह खबर महत्वपूर्ण है कि जो विद्यार्थी प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन नहीं कर पाए हैं, उन्हें अब ऑफलाइन आवेदन के माध्यम से भी प्रवेश दिया जाएगा। इसके साथ ही, प्रवेश की तिथि भी बढ़ा दी गई है। पहले प्रवेश की अंतिम तिथि 31 जुलाई थी, जिसे अब 16 अगस्त तक बढ़ा दिया गया है। इस कदम से उन छात्रों को राहत मिली है जो समय पर आवेदन नहीं कर पाए थे।
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Toggleऑफलाइन आवेदन का अवसर
उच्च शिक्षा विभाग ने बताया है कि जिन छात्रों ने ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया पूरी नहीं की है, वे अब संबंधित कॉलेजों में जाकर ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस अवसर का उपयोग करके, विद्यार्थी जिनके पास ऑनलाइन आवेदन करने की सुविधा नहीं थी, अब अपनी पढ़ाई की राह आसान कर सकते हैं। कॉलेजों में बीए, बीएससी, बीकॉम समेत विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश जारी है और विद्यार्थियों को खाली सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा।
कॉलेजों में सीटों की स्थिति
पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में इस समय विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रिया चल रही है। विश्वविद्यालय ने अपने पोर्टल पर आवेदन मंगवाए थे, लेकिन वर्तमान में विश्वविद्यालय का पोर्टल बंद है। इसके कारण, कॉलेज प्रबंधन ने ऑफलाइन आवेदन के माध्यम से प्रवेश देने का निर्णय लिया है।
शहर के शासकीय कॉलेजों में बीए, बीकॉम, बीएससी बॉयो की सीटें लगभग भर गई हैं। हालांकि, बीएससी मैथ्स की सीटें अभी भी खाली हैं। इसके अलावा, निजी कॉलेजों में भी बीए की सीटें खाली हैं। माना स्थित नवीन शासकीय कॉलेज में बीए, बीएससी और बीकॉम की सीटें अभी भी उपलब्ध हैं। जानकारों के अनुसार, इस वर्ष बीएससी मैथ्स की सीटें प्रदेशभर में खाली हैं, जबकि बीएससी बॉयो और बीएससी कंप्यूटर साइंस की सीटें पूरी तरह से भर गई हैं।
वार्षिक की जगह सेमेस्टर परीक्षाएं
उच्च शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक सत्र 2024-25 से स्नातक प्रथम वर्ष में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 लागू करने की घोषणा की है। इस नीति के तहत कई बदलाव किए गए हैं, जिनमें सबसे बड़ा बदलाव परीक्षा प्रणाली पर हुआ है। अब से, वार्षिक परीक्षाओं की जगह सेमेस्टर परीक्षाएं होंगी। इससे विद्यार्थियों को अधिक व्यवस्थित और समयबद्ध परीक्षा प्रणाली का लाभ मिलेगा। हालांकि, द्वितीय और तृतीय वर्ष की परीक्षाएं अभी भी वार्षिक प्रणाली के तहत ही आयोजित की जाएंगी।
ओपन काउंसिलिंग
16 अगस्त को कॉलेजों में ओपन काउंसिलिंग का आयोजन किया जाएगा। इस दिन खाली सीटों पर “पहले आओ, पहले पाओ” की तर्ज पर प्रवेश दिया जाएगा। जिन विद्यार्थियों को अब तक प्रवेश नहीं मिला है, वे अंतिम दिन कॉलेजों में जाकर प्रवेश संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और सीटों की उपलब्धता के आधार पर प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। आरक्षित वर्ग की सीटें यदि खाली रहती हैं, तो उन्हें अनारक्षित वर्ग में बदल दिया जाएगा और उन सीटों पर भी प्रवेश दिया जाएगा।
उच्च शिक्षा विभाग की पहल
उच्च शिक्षा विभाग की यह पहल उन छात्रों के लिए राहत की खबर है जो विभिन्न कारणों से ऑनलाइन आवेदन नहीं कर पाए थे। ऑफलाइन आवेदन का अवसर देने से, विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी छात्र को उनकी शिक्षा के अवसर से वंचित न रखा जाए। इसके साथ ही, तिथियों का विस्तार भी उन छात्रों के लिए एक मौका प्रदान करता है जो प्रवेश प्रक्रिया में देरी के कारण पिछड़ गए थे।
कॉलेजों और विश्वविद्यालयों का सहयोग
कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को इस नई व्यवस्था को लागू करने में सक्रियता दिखानी होगी। उन्हें ऑफलाइन आवेदन की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना होगा ताकि छात्रों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो। कॉलेज प्रबंधन को यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी आवेदन सही तरीके से प्राप्त हों और उम्मीदवारों को उचित समय पर प्रवेश मिल सके।
भविष्य की योजना
उच्च शिक्षा विभाग ने यह भी संकेत दिया है कि भविष्य में इस तरह की समस्याओं से बचने के लिए और अधिक सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को और भी आसान और सुलभ बनाने के प्रयास किए जाएंगे ताकि सभी छात्रों को समय पर प्रवेश मिल सके। इसके साथ ही, परीक्षा प्रणाली में किए गए बदलावों का भी प्रभावी ढंग से कार्यान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा।
उच्च शिक्षा विभाग की इस पहल से छात्रों को उनकी पढ़ाई के लिए आवश्यक अवसर प्राप्त होंगे और इससे शैक्षणिक प्रणाली में पारदर्शिता और सुधार आएगा। यह कदम शिक्षा के क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव का संकेत है और छात्रों के भविष्य को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।