छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के लालपुर में 20 जनवरी को साधराम यादव की निर्मम हत्या ने राज्य में सनसनी फैला दी थी। साधराम की गला रेंतकर हत्या कर दी गई थी, जिसमें छह आरोपित शामिल थे। पुलिस ने सभी छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें पांच जेल में हैं और एक नाबालिग सुधार गृह में है। इस मामले में पुलिस को नए सबूत मिले हैं, जो आतंकी कनेक्शन की ओर इशारा कर रहे हैं।
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साधराम यादव की हत्या 20 जनवरी को उनके गांव लालपुर में की गई थी। हत्या के बाद से ही पुलिस सक्रिय हो गई थी और कुछ ही समय में सभी छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपितों के मोबाइल फोन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा था, जिससे कुछ संदिग्ध सामग्री बरामद हुई है।
संदिग्ध सामग्री की बरामदगी
फॉरेंसिक जांच में एक टूटे मोबाइल फोन से पुलिस को बंदूक के साथ कुछ संदिग्ध वर्दीधारियों के फोटो और वीडियो मिले हैं। ये तस्वीरें और वीडियो इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि साधराम की हत्या के पीछे आतंकी संगठनों की संलिप्तता हो सकती है। इन नए सबूतों ने मामले को और भी गंभीर बना दिया है, जिससे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) भी इस मामले की जांच में शामिल हो गई है।
एनआईए की भूमिका
राजनांदगांव रेंज के आईजी दीपक झा ने पुष्टि की है कि मामले की जांच एनआईए द्वारा भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि नए सबूत सामने आने के बाद एनआईए इस बिंदु पर आगे की जांच करेगी। पुलिस ने पहले ही साधराम हत्याकांड में आतंकी गतिविधियों की संलिप्तता पाए जाने पर धारा 16 यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम) के तहत अपराध दर्ज कर लिया था।
पुलिस की कार्यवाही
पुलिस ने आरोपितों के मोबाइल फोन की जांच के बाद ही इस बात की पुष्टि की है कि इस मामले में आतंकी संगठनों का हाथ हो सकता है। पुलिस को बरामद हुए फोटो और वीडियो ने मामले को और भी गंभीर बना दिया है, जिससे राज्य में सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता बढ़ गई है।
गांव में भय का माहौल
इस घटना के बाद लालपुर गांव में भय और आशंका का माहौल बन गया है। साधराम यादव की निर्मम हत्या ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया है। गांव के लोग अब सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और प्रशासन से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। गांव में पुलिस की सक्रियता बढ़ा दी गई है और सुरक्षाबलों की तैनाती भी की गई है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
राज्य के उच्च प्रशासनिक अधिकारी भी इस मामले की गंभीरता को समझ रहे हैं। राज्य के गृह मंत्री ने इस मामले पर चिंता जताई है और मामले की गंभीरता से जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में कोई कोताही नहीं बरतेगी और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
न्याय की उम्मीद
साधराम यादव के परिवार और गांव के लोग अब न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि मामले की जांच तेजी से की जाए और दोषियों को सख्त सजा मिले। साधराम यादव की निर्मम हत्या ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है और लोग इस मामले की सच्चाई जानना चाहते हैं।
साधराम यादव की हत्या का मामला केवल एक साधारण हत्या का मामला नहीं रह गया है। नए सबूतों ने इसे आतंकी कनेक्शन की संभावना के साथ जोड़ दिया है, जिससे राज्य और देश की सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं। एनआईए की जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि इस मामले में आतंकी संगठनों की कितनी संलिप्तता है। फिलहाल, राज्य के लोग न्याय की उम्मीद कर रहे हैं और प्रशासन से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।