छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज से मानसून सत्र की शुरुआत हो गई है, जो 26 जुलाई तक चलेगा। इस सत्र में कुल पांच बैठकें आयोजित की जाएंगी। पहले दिन ही राज्य सरकार अनुपूरक बजट पेश करने जा रही है। वहीं, विपक्ष ने भी सरकार को घेरने के लिए पूरी तैयारी कर ली है, जिससे सत्र के हंगामेदार रहने की संभावनाएं हैं।
आज सुबह 11 बजे से शुरू हुआ यह मानसून सत्र 26 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान पांच बैठकें होंगी। पहले दिन ही सरकार अनुपूरक बजट पेश करने वाली है, जो कि एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। इसके अलावा, कांग्रेस पार्टी ने भी सत्र के पहले ही दिन सरकार को घेरने के लिए विभिन्न मुद्दों पर काम रोको प्रस्ताव लाने की योजना बनाई है।
विपक्ष की रणनीति और प्रमुख मुद्दे
विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने बलौदाबाजार में हुए आगजनी प्रकरण को लेकर काम रोको प्रस्ताव लाने की तैयारी की है। इसके अलावा, कांग्रेस ने कई और मुद्दों पर भी सरकार को घेरने की योजना बनाई है, जैसे कि कानून व्यवस्था, खाद बीज संकट, बस्तर में मुठभेड़, रेत के अवैध खनन, और आरंग में हुई घटना। कांग्रेस की विधायक दल की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि अलग-अलग दिनों में विभिन्न विषयों पर काम रोको प्रस्ताव लाए जाएंगे।
इसके अलावा, 50 से अधिक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी विधानसभा में प्रस्तुत किए जाएंगे। विधायक अजय चंद्राकर और भावना बोहरा कवर्धा के थाना पिपरिया स्थित गांव बिरकोना में एक किसान की हत्या के मामले में गृह मंत्री विजय शर्मा का ध्यान आकर्षित करेंगे। वहीं, विधायक हर्षिता बघेल राजनांदगांव में सड़क निर्माण की प्रशासकीय स्वीकृति के बाद निविदा नहीं होने पर लोक निर्माण मंत्री का ध्यान आकृष्ट करेंगी।
सत्र के दौरान उठने वाले मुद्दे
सत्र के दौरान वनभूमि पट्टा, तेंदूपत्ता संग्राहकों को देय बीमा राशि, और शिक्षकों की कमी जैसे मुद्दे भी उठाए जाएंगे। विधानसभा के प्रश्नोत्तर काल में ये मुद्दे प्रमुखता से चर्चा में आएंगे। इसके अलावा, नगरीय निकाय चुनावों के मद्देनजर रसोई गैस सब्सिडी पर भी कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं की जा सकती हैं।
सवालों का ऑनलाइन पूछे जाने का रिकॉर्ड
इस बार विधानसभा सत्र में एक नया रिकॉर्ड भी दर्ज हुआ है। जानकारी के मुताबिक, 90 प्रतिशत सवाल ऑनलाइन पूछे गए हैं। यह डिजिटल ट्रांसफार्मेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे सत्र की प्रक्रिया में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ने की उम्मीद है।
भाजपा की तैयारी और उपलब्धियां
जहां एक ओर कांग्रेस ने सरकार को घेरने की पूरी तैयारी की है, वहीं भाजपा के विधायकों ने पिछले सात महीने में साय सरकार की उपलब्धियों को सामने लाने की योजना बनाई है। भाजपा ने अपनी रणनीति के तहत विपक्ष के आरोपों का सामना करने के लिए अपने पिछले कार्यकाल की उपलब्धियों को प्रमुखता से प्रस्तुत करने की तैयारी की है।
सत्र की संभावना और अपेक्षाएं
इस मानसून सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। सरकार की ओर से भी कुछ बड़ी घोषणाएं की जा सकती हैं, जो कि राज्य के विकास और जनहित में महत्वपूर्ण हो सकती हैं। विपक्ष की ओर से उठाए जाने वाले मुद्दे और सरकार की ओर से पेश किए जाने वाले अनुपूरक बजट के बीच सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना जताई जा रही है।
इस प्रकार, छत्तीसगढ़ विधानसभा का यह मानसून सत्र कई महत्वपूर्ण मुद्दों और संभावित विवादों के साथ शुरू हो चुका है, और इसके दौरान आने वाली चर्चाएं और निर्णय राज्य की राजनीति पर गहरा असर डाल सकते हैं।