छत्तीसगढ़ में आने वाले दिनों यानी सावन के महीने में बंगाल की खाड़ी में सिस्टम बनने पर जमकर बारिश होने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मानसून ब्रेक हटने के बाद प्रदेश में आने वाला दूसरा सिस्टम भी व्यापक स्तर पर बारिश लेकर आएगा। मानसून ने छत्तीसगढ़ में दोबारा रफ्तार पकड़ ली है। बुधवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। वहीं, मौसम विज्ञानियों के अनुसार गुरुवार को भी प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर अच्छी बारिश होने के आसार हैं।
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Toggleबंगाल की खाड़ी में बन रहा निम्न दाब का क्षेत्र
बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब का क्षेत्र बनने की संभावना है, जिसकी वजह से प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में अच्छी बारिश होने के साथ ही कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने के आसार हैं। बुधवार को सर्वाधिक बारिश बस्तर के भोपालपट्टनम में 17 सेंटीमीटर हुई, जबकि कई क्षेत्रों में इससे कम बारिश दर्ज की गई। रायपुर में आसमान में बादल छाए रहने के आसार हैं। गरज-चमक के साथ बारिश होने के भी आसार हैं, जबकि अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
यह बन रहा है सिस्टम
मानसून द्रोणिका माध्य समुद्र तल पर जैसलमेर, कोटा, गुना, नरसिंहपुर, राजनांदगांव, कलिंगपट्टनम और उसके बाद पूर्व की ओर मध्य बंगाल की खाड़ी तक 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक विंड शियर जोन 20 डिग्री उत्तर में 3.1 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। इसकी वजह से प्रदेश में 18 जुलाई को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। वहीं, बंगाल की खाड़ी में बन रहे सिस्टम की वजह से 19 व 20 जुलाई से अच्छी वर्षा होने के आसार हैं।
अधिकतम तापमान सभी जगह औसत से ज्यादा
मौसम विभाग के पिछले 30 वर्षों के औसत आंकड़ों के अनुसार अधिकतम तापमान लगभग प्रदेश के सभी हिस्सों में सामान्य से ज्यादा है। बिलासपुर में यह सामान्य से 3.5 डिग्री, अंबिकापुर में 3.3, पेंड्रा रोड में 3.1, रायपुर में 2.5, दुर्ग में 1.4, जबकि जगदलपुर में 0.3 डिग्री सेल्सियस अधिक है। इससे स्पष्ट है कि प्रदेश में तापमान औसत से ज्यादा है, जो सामान्य स्थिति से अलग है।
न्यूनतम तापमान दुर्ग में औसत से कम
इसके अलावा न्यूनतम तापमान दुर्ग के अलावा सभी हिस्सों में सामान्य औसत से अधिक है। यह दुर्ग में सामान्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस कम, जबकि बिलासपुर में 2.5 डिग्री, अंबिकापुर में 2.3 डिग्री, रायपुर में दो डिग्री, जगदलपुर में 1.2 डिग्री और पेंड्रा रोड में सामान्य औसत से एक डिग्री सेल्सियस अधिक है।
बारिश की वर्तमान स्थिति
वर्तमान में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में बारिश की तीव्रता में वृद्धि हो सकती है। बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दाब के क्षेत्र की वजह से प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में तेजी आ सकती है।
किसानों के लिए खुशखबरी
यह बारिश किसानों के लिए खुशखबरी लेकर आई है। लंबे समय से बारिश का इंतजार कर रहे किसान अब अपने खेतों में काम शुरू कर सकते हैं। यह बारिश खरीफ फसलों के लिए लाभदायक साबित होगी और फसलों की अच्छी पैदावार की संभावना बढ़ेगी।
बाढ़ की संभावना
हालांकि, भारी बारिश के कारण कुछ क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। प्रशासन को सतर्क रहकर आवश्यक तैयारियां करनी होंगी ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को भी सतर्क रहना होगा और प्रशासन के निर्देशों का पालन करना होगा।
यातायात और जनजीवन पर असर
भारी बारिश के कारण यातायात और जनजीवन पर भी असर पड़ सकता है। सड़कों पर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिससे यातायात बाधित हो सकता है। लोगों को बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी जा रही है।
स्वास्थ्य संबंधी चेतावनी
मौसम विभाग ने स्वास्थ्य संबंधी चेतावनी भी जारी की है। बारिश के दौरान जलजनित बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। लोगों को स्वच्छता का ध्यान रखने और सुरक्षित पानी पीने की सलाह दी गई है।
छत्तीसगढ़ में मानसून की वापसी से प्रदेश में अच्छी बारिश होने की संभावना है। यह बारिश किसानों के लिए लाभदायक होगी और फसलों की अच्छी पैदावार की संभावना बढ़ेगी। हालांकि, भारी बारिश के कारण बाढ़ और यातायात संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। लोगों को प्रशासन के निर्देशों का पालन करना होगा और सतर्क रहना होगा। मौसम विभाग की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना होगा। इस बार सावन में छत्तीसगढ़ में जमकर बारिश होने की संभावना है, जो प्रदेश के लिए वरदान साबित हो सकती है।