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Toggleमौसम विभाग की ताजा जानकारी
मौसम विभाग के ताजे बुलेटिन के अनुसार, मानसून द्रोणिका इस समय मध्य समुद्र तल पर बीकानेर, दिल्ली, आगरा और इसके बाद पूर्व दक्षिण पूर्व की दिशा में उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। इस द्रोणिका के प्रभाव से मंगलवार को छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है। भारी वर्षा का क्षेत्र उत्तरी छत्तीसगढ़ में रहेगा, जबकि अन्य हिस्सों में बारिश की गतिविधि थोड़ी कम होगी।
भारी बारिश की संभावना
मानसूनी तंत्र के चलते अगले चार दिनों तक छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश के आसार हैं। इस अवधि के दौरान, प्रदेश के मध्य और दक्षिणी हिस्सों में बारिश की गतिविधि थोड़ी कम रहने की संभावना है। सोमवार को राजपुर (बलरामपुर जिला) में सर्वाधिक 7 सेमी बारिश दर्ज की गई, जबकि प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। बारिश की कमी के कारण अधिकतम तापमान में थोड़ी वृद्धि देखी गई है।
मौसम की सामान्य स्थिति
सोमवार की सुबह से ही प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में मौसम सामान्य रहा। रायपुर में धूप निकलने के कारण हल्की उमस महसूस की गई और अधिकतम तापमान में वृद्धि हुई। रायपुर का अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.1 डिग्री ज्यादा था। इसी प्रकार, बलरामपुर में एडब्ल्यूएस (ऑटोमेटेड वेदर स्टेशन) ने प्रदेश में सबसे अधिक तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया।
मौसम विशेषज्ञ की टिप्पणी
मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि मानसून द्रोणिका मध्य समुद्र तल पर बीकानेर, दिल्ली, आगरा और उसके बाद पूर्व दक्षिण पूर्व की दिशा में उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। इसके अलावा, झारखंड और उसके आसपास 5.8 किमी ऊंचाई पर एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण भी सक्रिय है। इन दोनों मौसम तंत्रों के प्रभाव से मंगलवार को प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा होगी।
विभिन्न क्षेत्रों में वर्षा की स्थिति
सोमवार को राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में वर्षा की स्थिति निम्नलिखित रही:
- बिहारपुर: 6 सेमी
- लालबहादूर नगर-रामाचंद्रपुर-चांदो: 4 सेमी
- रामानुजगंज-वाड्रफनगर-अकलतरा: 3 सेमी
इन क्षेत्रों के साथ ही, प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी हल्की से मध्यम वर्षा हुई।
भारी बारिश की तैयारी
सरगुजा संभाग के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों ने पूर्व तैयारी शुरू कर दी है। राहत और बचाव कार्यों के लिए उपाय किए जा रहे हैं, ताकि संभावित बाढ़ या जलभराव जैसी परिस्थितियों से निपटा जा सके।
आवश्यक सावधानियां
बरसात के मौसम के दौरान, खासकर भारी बारिश की संभावना के बीच, निम्नलिखित सावधानियां बरतना महत्वपूर्ण है:
- सड़क पर यात्रा करते समय सावधानी: बारिश के कारण सड़कें फिसलन भरी हो सकती हैं। सड़क पर यात्रा करते समय सतर्क रहें और गति सीमा का पालन करें।
- नदियों और जलाशयों से दूर रहें: भारी बारिश के कारण नदी और जलाशयों का स्तर बढ़ सकता है। ऐसे क्षेत्रों से दूर रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें।
- बिजली की सुरक्षा: बारिश के दौरान बिजली के खंभों और तारों से दूर रहें। यदि किसी हाईटेंशन लाइन के टूटने की सूचना मिले, तो तुरंत सूचना दें और दूरी बनाए रखें।
- घरों और दफ्तरों में सावधानी: पानी की निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करें और बाढ़ की संभावना वाले क्षेत्रों से वस्तुओं को ऊंचे स्थान पर रखें।
समाज और प्रशासन की भूमिका
स्थानीय प्रशासन और समाज की भूमिका भी इस स्थिति में अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रशासन को चाहिए कि वे समय पर आवश्यक राहत सामग्री और बचाव कार्यों की व्यवस्था करें। समाज को भी चाहिए कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और आपातकालीन परिस्थितियों में आपसी सहयोग करें।
भविष्यवाणी और संभावनाएं
मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि मानसून की गतिविधियों में आगामी दिनों में बदलाव आ सकता है। मानसून द्रोणिका के परिवर्तनों और अन्य मौसम तंत्रों की गतिविधियों के आधार पर, बारिश की स्थिति में भी बदलाव हो सकता है। स्थानीय मौसम रिपोर्ट्स और सरकारी सूचनाओं पर नज़र रखना महत्वपूर्ण रहेगा।
छत्तीसगढ़ में मानसून की गतिविधियां इस समय सक्रिय हैं, और प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है। भारी बारिश की आशंका वाले क्षेत्रों में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। मौसम की स्थिति पर ध्यान देते हुए सावधानियां बरतना और प्रशासन के निर्देशों का पालन करना आवश्यक है। इसके साथ ही, सभी नागरिकों को मानसून की चुनौतियों का सामना करते हुए सुरक्षित और सतर्क रहना चाहिए।
यह समय है कि हम सभी मिलकर इस मानसूनी मौसम की चुनौतियों का सामना करें और सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।