छत्तीसगढ़ में मानसून की सक्रियता बढ़ गई है, लेकिन बारिश की मात्रा सामान्य से 27 प्रतिशत कम है। आज प्रदेश के विभिन्न इलाकों में बारिश के आसार हैं, और आने वाले दिनों में भी मौसम इसी तरह बना रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, बस्तर क्षेत्र में बुधवार से बारिश में वृद्धि होगी, साथ ही कुछ जगहों पर भारी बारिश की संभावना है।
मानसून की स्थिति
छत्तीसगढ़ में एक जून से लेकर 15 जुलाई तक कुल 267.7 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। इस अवधि में, प्रदेश में बारिश की गतिविधियां बढ़ी हैं, लेकिन आकलन के अनुसार, यह सामान्य से कम है। बारिश की कमी ने प्रदेश में जलवायु की स्थिति को प्रभावित किया है, जिससे किसानों और आम लोगों के बीच चिंता बढ़ गई है।
मौसम का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने बताया है कि आज, मंगलवार को प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। साथ ही, गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चलने का अनुमान है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, बस्तर क्षेत्र में बुधवार से बारिश की गतिविधियों में और बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा, दक्षिण छत्तीसगढ़ के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश की भी संभावना जताई जा रही है।
राज्य में बारिश का वितरण
एक जून 2024 से अब तक राज्य में औसत 248.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है। अलग-अलग जिलों में बारिश का आंकड़ा कुछ इस प्रकार है:
- बीजापुर: 404.7 मिमी (सर्वाधिक)
- सरगुजा: 129.0 मिमी (सबसे कम)
- सूरजपुर: 192.3 मिमी
- बलरामपुर: 327.9 मिमी
- जशपुर: 233.5 मिमी
- कोरिया: 234.8 मिमी
प्रमुख जिलों में वर्षा का आंकड़ा
जिला | वर्षा (मिमी) |
---|---|
रायपुर | 192.9 |
बलौदाबाजार | 272.2 |
गरियाबंद | 242.8 |
महासमुंद | 198.3 |
धमतरी | 218.8 |
बिलासपुर | 317.2 |
मुंगेली | 302.6 |
रायगढ़ | 309.7 |
कबीरधाम | 228.8 |
राजनांदगांव | 189.4 |
बस्तर क्षेत्र की स्थिति
बस्तर क्षेत्र में इस समय बारिश की गतिविधियाँ काफी सक्रिय हैं। यहाँ के कुछ स्थानों पर अब तक 297.6 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है। बारिश की अधिकता के कारण यहाँ के खेतों में फसलों की स्थिति प्रभावित हो रही है, और स्थानीय किसान इसके लिए चिंतित हैं।
बारिश का प्रभाव
हालांकि बारिश किसानों के लिए एक उम्मीद है, लेकिन अत्यधिक बारिश कई क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति पैदा कर सकती है। इस संबंध में, प्रशासन ने पहले से ही सभी आवश्यक उपाय किए हैं और स्थानीय स्तर पर लोगों को चेतावनी जारी की है।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में भी बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है। विशेषकर बस्तर और दक्षिण छत्तीसगढ़ के अन्य हिस्सों में बारिश की अधिकता रहेगी। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि यह बारिश फसल के लिए लाभकारी साबित होगी, बशर्ते यह अत्यधिक न हो।
स्थानीय प्रशासन की तैयारियां
स्थानीय प्रशासन ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। विभिन्न जिलों में राहत केंद्र स्थापित किए गए हैं और जरूरत पड़ने पर स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने की योजना बनाई गई है। प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट कर दिया है ताकि किसी भी आपात स्थिति का सामना किया जा सके।
किसानों की चिंताएँ
किसान इस समय बारिश को लेकर मिश्रित भावनाओं में हैं। कुछ किसान इसे फसल के लिए लाभकारी मानते हैं, जबकि कुछ अन्य बारिश की अधिकता से परेशान हैं। बारिश की कमी के कारण कुछ क्षेत्रों में सूखे की स्थिति बनी हुई थी, लेकिन अब अचानक आई बारिश ने स्थिति को बदल दिया है।
स्वास्थ्य विभाग की भूमिका
स्वास्थ्य विभाग भी इस समय सक्रिय है, क्योंकि बारिश के कारण मच्छर जनित बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी नागरिकों को मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों से बचने के लिए जागरूक करने की योजना बनाई है।
नागरिकों के लिए सुझाव
सुरक्षित रहने के लिए नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे बारिश के दौरान आवश्यक सावधानियां बरतें। यदि संभव हो, तो बारिश के समय घर के अंदर रहें और बाहर जाने से बचें।