कलेक्टर अवनीश शरण के नेतृत्व में प्रशासनिक सख्ती का असर अब सरकारी दफ्तरों में भी दिखने लगा है। तखतपुर तहसील कार्यालय में पदस्थ पटवारी राजेश सिंह, जो बीते 11 वर्षों से ड्यूटी पर नहीं आ रहे थे, को मंगलवार को बर्खास्त कर दिया गया है।
स्वास्थ्य कारणों से शुरू हुआ गैरहाजिरी का सिलसिला
राजेश सिंह ने चार अगस्त 2013 को स्वास्थ्यगत कारणों का हवाला देकर छुट्टी ली थी। इसके बाद से ही वे बिना किसी सूचना के नौकरी से नदारद रहने लगे। शुरुआत में छुट्टी की वजह स्वास्थ्य बताई गई थी, लेकिन बाद में बिना किसी सूचना के लंबे समय तक अनुपस्थित रहने पर तखतपुर एसडीएम ने सिविल सेवा नियमों के अंतर्गत उन्हें सेवा से पृथक करने का आदेश जारी किया। यह कार्रवाई कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर की गई है।
कलेक्टर के सख्त निर्देश और समीक्षा बैठक
मंगलवार को आयोजित टीएल बैठक में कलेक्टर अवनीश शरण ने सरकारी दफ्तरों में लंबे समय से नदारद रहने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इस बैठक में उन्होंने विभिन्न विभागों के प्रमुखों से बिना सूचना के ड्यूटी से गायब रहने वाले कर्मचारियों के संबंध में जानकारी मांगी थी और एक सूची पेश करने का निर्देश भी दिया था।
सात विभागों के 25 कर्मचारी जांच के घेरे में
समीक्षा के दौरान यह बात सामने आई कि सात विभागों के 25 कर्मचारी लंबे समय से ड्यूटी पर उपस्थित नहीं हो रहे हैं। इस सूचना के बाद कलेक्टर ने सभी विभागों के कार्यालय अधीक्षकों को 20 जुलाई तक ऐसे सभी कर्मचारियों की सूची के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिए। माना जा रहा है कि सूची तैयार होने के बाद इन कर्मचारियों पर थोक में कार्रवाई की जाएगी।
कार्रवाई का त्वरित असर
कलेक्टर की कड़ी कार्रवाई का असर यह हुआ कि उनके आदेश के 24 घंटे के भीतर ही तखतपुर एसडीएम ने पटवारी राजेश सिंह के खिलाफ बर्खास्तगी आदेश जारी कर दिया। यह कदम कलेक्टर के प्रशासनिक सख्ती को दर्शाता है और अन्य विभागों में भी इसी तरह की सख्त कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।
अन्य विभागों में भी होगी सख्ती
कलेक्टर अवनीश शरण ने सरकारी दफ्तरों में ड्यूटी से लगातार गायब रहने वाले कर्मचारी, अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, जिस पर अमल शुरू हो गया है। कलेक्टर का कहना है कि सरकारी दफ्तरों में अनुशासनहीनता को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकारी सेवाओं में रहकर जनता की सेवा करना हमारी प्राथमिकता है और इसमें कोई कोताही नहीं होनी चाहिए।
तखतपुर तहसील कार्यालय में पटवारी राजेश सिंह की बर्खास्तगी एक संकेत है कि प्रशासन अब अनुशासनहीन कर्मचारियों के प्रति सख्त रवैया अपनाने को तैयार है। कलेक्टर अवनीश शरण के इस कदम से अन्य कर्मचारियों को भी सतर्क रहने का संदेश मिला है। यह कार्रवाई केवल एक शुरुआत है और आने वाले समय में अन्य विभागों में भी इसी तरह की सख्ती देखने को मिल सकती है।
सरकारी सेवाओं में अनुशासन और नियमितता की महत्ता को समझते हुए कलेक्टर ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि सभी कर्मचारी अपने कर्तव्यों का पालन करें और जनता को समय पर सेवाएं उपलब्ध कराएं। यह कदम निश्चित रूप से सरकारी दफ्तरों में कार्य संस्कृति में सुधार लाने के दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।