बिलासपुर के व्यापार विहार स्थित एयू स्माल फाइनेंस बैंक में एसईसीएल के सहायक प्रबंधक अमृत तिवारी और उनकी पत्नी नेहा तिवारी के साथ बैंक कर्मचारियों द्वारा की गई मारपीट की घटना ने शहर में सनसनी फैला दी है। इस घटना के बाद पुलिस ने अमृत तिवारी की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घटना का विवरण
6 जुलाई की दोपहर, अमृत तिवारी अपनी पत्नी के साथ व्यापार विहार स्थित एयू स्माल फाइनेंस बैंक पहुंचे थे। उन्होंने अपनी कार को बैंक ऑफ बड़ौदा के सामने पार्किंग में खड़ी कर दिया। बैंक में काम निपटाने के बाद जब वे बाहर आए, तो उन्होंने देखा कि उनकी कार के सामने एक अन्य कार खड़ी है, जिससे उनकी कार बाहर नहीं निकल पा रही थी। लगभग 15 मिनट बाद, उस कार का ड्राइवर वहां आया।
विवाद की शुरुआत
अमृत तिवारी ने ड्राइवर से कार हटाने का अनुरोध किया। इस पर ड्राइवर ने अमृत तिवारी से गाली-गलौज करना शुरू कर दिया और विवाद बढ़ गया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि ड्राइवर ने अमृत तिवारी की पिटाई कर दी। यह देखते हुए, उनकी पत्नी ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, लेकिन ड्राइवर ने उन्हें भी धक्का-मुक्की कर घायल कर दिया। पूछताछ के दौरान पता चला कि मारपीट करने वाले एयू स्माल फाइनेंस बैंक के ही कर्मचारी थे।
पुलिस की कार्रवाई
घायल अधिकारी अमृत तिवारी ने सिविल लाइन थाने में इस घटना की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसईसीएल में सहायक प्रबंधक के रूप में कार्यरत अमृत तिवारी और उनकी पत्नी नेहा तिवारी इस घटना के बाद सदमे में हैं। उन्होंने पुलिस से न्याय की मांग की है।
घटना का प्रभाव
यह घटना न केवल अमृत तिवारी और उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे बिलासपुर शहर के लिए भी चिंता का विषय बन गई है। बैंक जैसे सार्वजनिक स्थान पर इस तरह की घटना ने सुरक्षा और शांति व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। व्यापार विहार के बैंक क्षेत्र में ग्राहकों और आम जनता के लिए सुरक्षा की दृष्टि से यह एक गंभीर मुद्दा बन गया है।
एसईसीएल कर्मचारियों की प्रतिक्रिया
एसईसीएल के सहायक प्रबंधक के साथ हुई इस घटना पर एसईसीएल के कर्मचारियों ने गहरा रोष व्यक्त किया है। उन्होंने बैंक प्रबंधन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। एसईसीएल के कर्मचारियों का कहना है कि यदि इस मामले में न्याय नहीं मिला, तो वे विरोध प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे।
बैंक प्रबंधन की प्रतिक्रिया
एयू स्माल फाइनेंस बैंक के प्रबंधन ने इस घटना पर खेद व्यक्त किया है और कहा है कि वे इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं। बैंक प्रबंधन ने यह भी कहा कि दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। बैंक ने अपने कर्मचारियों के आचरण को लेकर एक आंतरिक जांच समिति गठित की है, जो जल्द ही अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
सामाजिक और कानूनी दृष्टिकोण
इस घटना ने समाज में बढ़ती हिंसा और असहिष्णुता को उजागर किया है। सार्वजनिक स्थानों पर इस तरह की घटनाएं न केवल कानूनी दृष्टि से बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी गंभीर हैं। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को सख्त कदम उठाने की जरूरत है। साथ ही, समाज में सहिष्णुता और सम्मान को बढ़ावा देने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाना आवश्यक है।
अमृत तिवारी का बयान
अमृत तिवारी ने मीडिया से बातचीत में कहा, “यह घटना न केवल मेरे लिए बल्कि मेरे परिवार के लिए भी बहुत ही भयावह थी। हम एक सुरक्षित समाज में जीने की उम्मीद करते हैं, जहां हम अपने दैनिक कार्यों को बिना किसी डर के कर सकें। मैंने पुलिस से न्याय की उम्मीद की है और मुझे विश्वास है कि वे दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करेंगे।”
नेहा तिवारी की प्रतिक्रिया
नेहा तिवारी ने कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि बैंक जैसे स्थान पर इस तरह की घटना हो सकती है। हम वहां अपने काम से गए थे और इस तरह की हिंसा का सामना करना पड़ा। यह घटना हमें हमेशा याद रहेगी और हम न्याय की उम्मीद करते हैं।”
पुलिस की आगे की जांच
पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पुलिस के अनुसार, जल्द ही सभी संदिग्धों को हिरासत में लिया जाएगा और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने यह भी कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा।
बिलासपुर के व्यापार विहार स्थित बैंक में एसईसीएल के सहायक प्रबंधक अमृत तिवारी और उनकी पत्नी के साथ हुई मारपीट की घटना ने शहर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना ने न केवल तिवारी परिवार को बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। अब सबकी नजरें पुलिस की जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई पर टिकी हैं। समाज में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी है कि कानून का सख्ती से पालन हो और दोषियों को उनके अपराध की सजा मिले।