छत्तीसगढ़ के रायपुर में भाजपा ने प्रदेश की सत्ता हासिल करने के बाद अपनी विस्तृत योजनाओं को लेकर तैयारी में जुट गई है। इस दिशा में, भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में 10 जुलाई को एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाया गया है, जिसमें प्रदेश संगठन के नेताओं सहित मंडल और ब्लॉक अध्यक्ष भी शामिल होंगे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव की तैयारी में जुटना है।
भाजपा के प्रतिनिधियों के अनुसार, इस बैठक के बाद राजधानी में प्रदेश कार्यसमिति की अलग से बैठक होगी। इसके बाद भी पंचायत प्रतिनिधियों, मंडल और जिलाध्यक्षों की सम्मिलित बैठक होगी, जिसका मुख्य उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया की व्यवस्था और अनुसूचित योजनाओं को लेकर चर्चा करना होगा।
भाजपा के इस प्रयास के पीछे मुख्यत: नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों में अपनी प्रवीणता बढ़ाने की चाह है। पिछले चुनावों में भाजपा ने राज्य के सभी 14 नगर निगमों में महापौर का चुनाव हारा था, और अब वे इस बार अपनी गलतियों से सीखकर प्रदेशवासियों को अपनी विकल्पिकता का प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं।
इस प्रक्रिया में, भाजपा ने नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों के माध्यम से समाज के सभी वर्गों को अपनी उपस्थिति का महत्व दिखाने का निर्णय लिया है। यह बैठक इस संकेत के रूप में भी देखा जा सकता है कि भाजपा ने अपनी विशेष प्राथमिकताओं को सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक स्तर पर सामान्य जनता के साथ साझा करने का इरादा किया है।