बारिश के दिनों में हादसों की आशंका बढ़ जाती है, और जहां अधिकारी लापरवाह हों, वहां जनता को अपनी जान देकर कीमत चुकानी पड़ती है। गुजरात के राजकोट शहर में ऐसा ही एक दर्दनाक मामला सामने आया है, जहां ऑफिस से लौट रही 20 साल की युवती की मौत हो गई है।
घटना का विवरण
गुजरात के राजकोट में भारी बारिश के बीच यह दर्दनाक हादसा हुआ। 20 वर्षीय निराली शाम को अपना ऑफिस पूरा कर घर लौट रही थी। तभी उसे करंट लगने से मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, जिस जगह यह हादसा हुआ वहां पानी भरा हुआ था। युवती के रिश्तेदार अल्पेश वाछानी ने बताया कि बिजली का खुला तार पानी के अंदर था, जिसके कारण करंट फैल रहा था। ट्रैफिक के बीच जैसे ही निराली ने वहां पैर रखा, करंट लगने से उसकी मौत हो गई।
घायल अवस्था में निराली को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अल्पेश वाछानी ने इस घटना के लिए अधिकारियों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया और मांग की कि उन्हें सजा मिलनी चाहिए। महानगरपालिका के अधिकारियों की ओर से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है।
गुजरात में जारी भारी बारिश का कहर
गुजरात में इस समय भारी बारिश का दौर जारी है, जिससे कई इलाकों में पानी भर गया है। मौसम विभाग ने भी गुजरात के कुछ जिलों में रेड अलर्ट जारी कर दिया है। विभाग ने गुजरात रीजन, सौराष्ट्र और कच्छ के कई हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान जताया है। 19 और 20 जुलाई के दौरान राज्य में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
जन सुरक्षा के प्रति प्रशासन की जिम्मेदारी
इस घटना ने एक बार फिर प्रशासन की लापरवाही और जन सुरक्षा के प्रति उदासीनता को उजागर किया है। बारिश के दिनों में खुले बिजली के तारों, भरे हुए पानी और अन्य सुरक्षा जोखिमों के प्रति प्रशासन को सजग रहना चाहिए। इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए कई कदम उठाए जा सकते हैं:
- बिजली के तारों का निरीक्षण: बारिश के दिनों में बिजली के तारों का नियमित निरीक्षण और मरम्मत किया जाना चाहिए, ताकि कोई भी खुला तार न रह जाए।
- जल निकासी व्यवस्था: शहरों में जल निकासी की उचित व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि भारी बारिश के दौरान पानी सड़कों पर न भरे।
- सार्वजनिक सूचनाएं: प्रशासन को समय-समय पर जनता को बारिश के दौरान सुरक्षा उपायों के बारे में सूचित करना चाहिए।
समाज की भूमिका
सिर्फ प्रशासन ही नहीं, समाज की भी जिम्मेदारी होती है कि वह ऐसे हादसों से बचने के लिए सजग रहे। नागरिकों को भी अपनी सुरक्षा के प्रति सचेत रहना चाहिए और खतरनाक स्थानों से दूर रहना चाहिए। यदि कहीं भी कोई सुरक्षा जोखिम दिखाई दे तो तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करना चाहिए।
निराली की घटना का प्रभाव
निराली की दुखद मृत्यु ने पूरे राजकोट शहर को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि शहर की सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर खामियां हैं, जिन्हें तुरंत सुधारने की जरूरत है। जनता ने भी इस हादसे के खिलाफ आवाज उठाई है और प्रशासन से कठोर कदम उठाने की मांग की है।
बारिश के दिनों में हादसों की आशंका को कम करने के लिए प्रशासन और समाज दोनों को मिलकर काम करना होगा। निराली की मृत्यु एक चेतावनी है कि अगर हम समय रहते नहीं जागरूक हुए तो ऐसे हादसे दोबारा हो सकते हैं। प्रशासन को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और जनता को भी अपनी सुरक्षा के प्रति सजग रहना होगा। इस प्रकार हम सभी मिलकर सुरक्षित और हादसामुक्त समाज का निर्माण कर सकते हैं।