बालोद, छत्तीसगढ़: पिछले कुछ दिनों से जारी मूसलधार बारिश ने बालोद जिले को बाढ़ के कगार पर पहुंचा दिया है। बारिश के कारण स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि नगर के बस स्टैंड और स्कूल जलमग्न हो गए हैं, और कई घरों में भी पानी भर गया है। इस स्थिति ने प्रशासन और स्थानीय निवासियों को मुश्किल में डाल दिया है, और कलेक्टर ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।
बाढ़ के प्रभाव
बस स्टैंड और स्कूलों में पानी भरना:
बालोद शहर का बस स्टैंड पूरी तरह से स्विमिंग पूल में बदल गया है। एनएच 930 के निर्माण और ड्रेनेज सिस्टम की खराबी के कारण बस स्टैंड में तीन फीट तक पानी भर गया है, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है। बड़े टायर वाले वाहनों के लिए बस स्टैंड में प्रवेश करना मुश्किल हो गया है, जबकि छोटे वाहन पूरी तरह से फंस गए हैं।
सिर्फ बस स्टैंड ही नहीं, बल्कि आधा दर्जन स्कूलों में भी पानी भर गया है। गुरुर तहसील के स्कूल सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। डोट पर लगोरी स्कूल, जहां पानी भर गया है, बच्चों को छुट्टियों पर भेज दिया गया है। शासकीय दफ्तरों और कॉलेजों में भी पानी भर गया है, जिससे कर्मचारियों और छात्रों की उपस्थिति में भारी कमी आई है।
जलाशयों का बढ़ता जल स्तर:
इस वर्ष तांदुला जलाशय का जलस्तर सबसे निचले स्तर पर था, लेकिन लगातार बारिश के कारण जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। वर्तमान में तांदुला जलाशय में 23 फीट तक पानी भर चुका है, और इसके कैचमेंट एरिया में जंगल होने की वजह से पानी का स्तर और बढ़ सकता है। गोंदली जलाशय और खरखरा जलाशय में भी क्रमश: 12 और 25 प्रतिशत जल भरा हुआ है। मटिया मोती जलाशय में 30 प्रतिशत जल भर चुका है।
घर और मोहल्लों में जलभराव:
बारिश के कारण बालोद शहर के कई घरों और मोहल्लों में पानी भर गया है। रेलवे कॉलोनी और अवैध कालोनियों में स्थिति विशेष रूप से खराब है। घरों में बर्तन तैर रहे हैं और जीवन यापन में कठिनाइयां आ रही हैं। कई मोहल्लों के निवासी बाढ़ से प्रभावित हो रहे हैं, और उन्हें अपने दैनिक जीवन में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
हादसे और राहत कार्य
मौतों का सिलसिला:
हाल ही में बालोद जिले में बाढ़ के चलते हुए हादसों में दो लोगों की मौत हो चुकी है। पहले दिन, भानपुरी निवासी एक डॉक्टर की मौत कार समेत नाले में डूबने से हो गई। दूसरे दिन, मुल्लेगुडा निवासी एक युवक बाढ़ की चपेट में आ गया। हाल ही में एक छह लोगों से भरी कार भी बालोद थाना क्षेत्र के ग्राम सांकरा और बरही के बीच बने नाले में बह गई। हालांकि, सभी लोग सुरक्षित हैं, लेकिन कार अभी भी नाले में फंसी हुई है, और पानी कम होने के बाद ही उसे निकाला जा सकेगा।
कलेक्टर की अपील:
बालोद के कलेक्टर, इन्द्रजीत सिंह चंद्रवाल ने लगातार हो रही बारिश के कारण जिले में बढ़ रहे जलभराव को देखते हुए आम नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने लोगों से नदी-नालों और जलभराव वाले स्थानों से दूर रहने की सलाह दी है। कलेक्टर ने कहा कि सड़क और पुलों के ऊपर से पानी बहने की स्थिति में उन स्थानों को पार करने का कोई जोखिम नहीं उठाएं।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ
बाढ़ के इस संकट के दौरान, सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रियता देखी जा रही है। लोग बस स्टैंड को तालाब की उपमा दे रहे हैं और बाढ़ की स्थिति की तस्वीरें और वीडियो साझा कर रहे हैं। कुछ लोग इसे “तालाब” कहकर मजाकिया टिप्पणियाँ भी कर रहे हैं, जबकि अन्य इसे गंभीर स्थिति मानकर जानकारी फैलाने का काम कर रहे हैं।