भोपाल, आनंद नगर: शिव नगर में रविवार शाम को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। धनवीर सिंह ठाकुर उर्फ उमेश ठाकुर की शिकायत पर पुलिस ने तीन महिलाओं – मैरी बस्तवाल, मैरी मसीह, और सुमन मसीह को हिरासत में ले लिया। इन महिलाओं पर आरोप है कि वे बच्चों की अच्छी पढ़ाई और रुपये का लालच देकर धर्म परिवर्तन का प्रयास कर रही थीं।
घटना का विवरण
धनवीर सिंह ठाकुर, जो बजरंग दल के कार्यकर्ता हैं, कोकता इलाके में रहते हैं और आनंद नगर में पुलिस चौकी के पास उनकी दुकान है। रविवार शाम को वे अपने दोस्तों से मिलने शिव नगर पहुंचे थे। उन्होंने देखा कि कुछ महिलाएं पर्चे बांट रही थीं और लोगों से बात करने की कोशिश कर रही थीं।
शिकायत का आधार
धनवीर ने देखा कि महिलाएं अपने धर्म प्रचार से संबंधित बातें कर रही थीं। इसी दौरान एक महिला उनके पास आई और उनसे धर्म के बारे में पूछा। जब धनवीर ने अपना धर्म बताया, तो महिला ने उन्हें एक पर्चा थमाते हुए कहा कि अगर वे उनका धर्म अपना लेते हैं, तो उन्हें 20 लाख रुपये मिलेंगे और उनके बच्चों की पढ़ाई का खर्च भी उठाया जाएगा।
धनवीर को तुरंत समझ में आया कि महिलाएं धर्म परिवर्तन के लिए लोगों को प्रलोभन दे रही थीं। उन्होंने तुरंत पिपलानी पुलिस को मामले की सूचना दी।
पुलिस की कार्रवाई
पिपलानी थाने में शिकायत दर्ज होने के बाद एसआई संतोष रघुवंशी ने अपने स्टाफ के साथ रात करीब साढ़े आठ बजे घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का मुआयना किया। पुलिस के पहुंचने पर भी महिलाएं पर्चे बांट रही थीं। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों महिलाओं को हिरासत में ले लिया।
बरामद साहित्य और कानूनी कार्यवाही
पुलिस ने महिलाओं के पास से आपत्तिजनक साहित्य भी बरामद किया है। तीनों महिलाओं के खिलाफ धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले में जांच शुरू कर दी गई है।
सामाजिक प्रतिक्रियाएं
यह घटना समाज में धार्मिक स्वतंत्रता और उसकी सीमा के बारे में चर्चा का विषय बन गई है। बजरंग दल के कार्यकर्ता और अन्य समाजसेवी इस घटना की निंदा कर रहे हैं और पुलिस की कार्रवाई का समर्थन कर रहे हैं।
आगे की जांच
पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है। यह देखा जा रहा है कि क्या इन महिलाओं का कोई बड़ा नेटवर्क है या वे अकेले ही इस प्रकार के कार्य कर रही थीं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अगर इस मामले में और भी लोग शामिल पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
धनवीर सिंह ठाकुर की सतर्कता और तत्परता के कारण इस धर्म परिवर्तन के प्रयास का पर्दाफाश हुआ। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने समाज में एक संदेश भेजा है कि धर्म परिवर्तन के नाम पर किसी प्रकार की धोखाधड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस घटना ने धार्मिक स्वतंत्रता और व्यक्तिगत अधिकारों के बीच की रेखा को और स्पष्ट कर दिया है। समाज को सतर्क रहकर इस प्रकार की घटनाओं का विरोध करना चाहिए और पुलिस प्रशासन को सहयोग करना चाहिए ताकि इस प्रकार की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।