मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिला अस्तित्व में आए दो साल से अधिक समय हो चुका है, लेकिन आज भी कई महत्वपूर्ण कार्यालय कोरिया जिले से संचालित हो रहे हैं। अधिकारी सप्ताह में एक दिन केवल टीएल (टीम लीडर) बैठक में शामिल होते हैं और बैठक के बाद तुरंत वापस चले जाते हैं। इस कारण नये जिले का फायदा स्थानीय लोगों को नहीं मिल पा रहा है।
मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के गठन के बावजूद कई विभाग अब भी कोरिया जिले से संचालित हो रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारों के अनुसार, बीस से अधिक ऐसे विभाग हैं जिनका संचालन अविभाजित कोरिया जिले से किया जा रहा है। इस समस्या का सबसे बड़ा असर नकल प्राप्त करने वाले लोगों पर पड़ रहा है। नागरिकों को एक नकल लेने के लिए पचास किलोमीटर दूर जाना पड़ता है और फिर इतनी ही दूरी वापस आनी पड़ती है, जिससे उन्हें समय के साथ-साथ अधिक धन भी खर्च करना पड़ रहा है।
इसके अलावा, जिला मुख्यालय मनेन्द्रगढ़ में रिकॉर्ड रूम के लिए उपयुक्त कोई भवन नहीं है, जिसके कारण अधिकारी जिले का प्रभार नहीं लेना चाहते हैं। इन समस्याओं के चलते जिले के लोग प्रशासनिक सेवाओं से सही तरीके से लाभ नहीं उठा पा रहे हैं।