परिचय बॉलीवुड में सलीम-जावेद की जोड़ी का नाम हमेशा से ही एक क्रांति का प्रतीक रहा है। ये वही जोड़ी है जिसने 1970 के दशक में हिंदी सिनेमा को एक नई दिशा दी और ‘एंग्री यंग मैन’ की धारणा को जन्म दिया। अब, उनकी कहानी को एक बार फिर से जीवंत किया जा रहा है, लेकिन इस बार बड़े पर्दे पर नहीं, बल्कि एक डॉक्यू-सीरीज के माध्यम से।
अमेज़न प्राइम वीडियो ने हाल ही में ‘एंग्री यंग मैन: द सलीम-जावेद स्टोरी’ का ट्रेलर रिलीज किया है, जो 20 अगस्त को स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर रिलीज होने जा रही है। यह डॉक्यू-सीरीज न केवल सलीम खान और जावेद अख्तर की अविस्मरणीय यात्रा को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे उन्होंने हिंदी सिनेमा में क्रांति लाई और ‘एंग्री यंग मैन’ की छवि को जन्म दिया, जिसने अमिताभ बच्चन को एक सुपरस्टार बना दिया।
ट्रेलर की झलक 2 मिनट 43 सेकंड के इस ट्रेलर में सलीम खान और जावेद अख्तर अपनी जर्नी के अनछुए पहलुओं को साझा करते हुए नजर आते हैं। ये ट्रेलर हमें उन पलों की याद दिलाता है जब सलीम-जावेद की जोड़ी ने बॉलीवुड को अपने अनोखे लेखन से प्रभावित किया। ट्रेलर में सलमान खान, जया बच्चन, अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी, करण जौहर, फरहान अख्तर, आमिर खान, ऋतिक रोशन, यश, शबाना आजमी और अन्य सितारों के इंटरव्यू भी शामिल हैं, जिनमें वे सलीम-जावेद की अद्वितीयता और उनके योगदान पर चर्चा करते हैं।
सलीम-जावेद की कहानी सलीम खान और जावेद अख्तर की जोड़ी ने एक साथ मिलकर हिंदी सिनेमा में कई शानदार फिल्में लिखीं, जिनमें ‘शोले’, ‘दीवार’, ‘जंजीर’, ‘त्रिशूल’ और ‘डॉन’ जैसी फिल्में शामिल हैं। इन फिल्मों ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया, बल्कि इन फिल्मों के संवाद और कथानक ने एक पूरी पीढ़ी को प्रभावित किया।
सलीम खान की प्रतिक्रिया सलीम खान, जो इस डॉक्यू-सीरीज में अपने अनुभव साझा करते हुए दिखते हैं, कहते हैं, “मैंने अपने करियर की शुरुआत एक अभिनेता के रूप में की थी, लेकिन फिर मुझे समझ आया कि मेरी असली ताकत कहानी कहने में है। इसलिए मैंने लेखन पर ध्यान देना शुरू किया।” उन्होंने आगे बताया कि कैसे उन्होंने और जावेद अख्तर ने एक साथ मिलकर बॉलीवुड को कई अद्भुत कहानियां दीं, जिन पर उन्हें गर्व है। सलीम खान का मानना है कि उनकी कहानी आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक होगी।
जावेद अख्तर की प्रतिक्रिया जावेद अख्तर, जो अपने कठिन संघर्ष के दिनों को याद करते हुए भावुक हो जाते हैं, कहते हैं, “जब मैं यंग एज में इस शहर में आया था, तब मेरे पास न तो कोई नौकरी थी, न ही कोई कॉन्टेक्ट थे और न ही पैसे थे। मैं अक्सर भूखे पेट सो जाया करता था। इसके बावजूद, मैंने कभी हार नहीं मानी।” उन्होंने इस डॉक्यू-सीरीज के माध्यम से अपनी और सलीम खान की कहानी को दुनिया के साथ साझा करने की खुशी जताई और सभी को उनके प्यार के लिए धन्यवाद दिया।
सलीम-जावेद का बॉलीवुड में योगदान सलीम-जावेद ने हिंदी सिनेमा में जो योगदान दिया, वह आज भी अद्वितीय है। उनकी फिल्मों के संवाद, पात्र और कहानी की बुनावट ने बॉलीवुड को एक नई दिशा दी। ‘शोले’ का संवाद “कितने आदमी थे?”, ‘दीवार’ का “मेरे पास मां है” और ‘डॉन’ का “डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है” आज भी लोगों के जेहन में ताजा है। इन फिल्मों ने न केवल दर्शकों का मनोरंजन किया, बल्कि उनके दिलों में एक खास जगह बना ली।
सलीम-जावेद की जोड़ी का अंत हालांकि, 1982 में सलीम-जावेद की जोड़ी टूट गई और दोनों ने अलग-अलग रास्ते अपनाए। इसके बावजूद, दोनों ने अपने-अपने करियर में बेहतरीन काम किया। सलीम खान ने बतौर लेखक और निर्माता काम किया, जबकि जावेद अख्तर ने लेखन के अलावा गीतकार के रूप में भी अपनी पहचान बनाई।
डॉक्यू-सीरीज की खासियत ‘एंग्री यंग मैन: द सलीम-जावेद स्टोरी’ एक ऐसी डॉक्यू-सीरीज है जो न केवल सलीम-जावेद की कहानी को बयां करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे उन्होंने हिंदी सिनेमा में बदलाव लाया। यह डॉक्यू-सीरीज उन सभी के लिए एक ट्रिब्यूट है जो सलीम-जावेद की फिल्मों के फैन हैं और जिन्होंने उनके योगदान को सराहा है।
इस डॉक्यू-सीरीज में सलीम खान और जावेद अख्तर के अलावा, अमिताभ बच्चन, सलमान खान, फरहान अख्तर, करण जौहर, जया बच्चन, हेमा मालिनी, शबाना आजमी, आमिर खान, ऋतिक रोशन और यश जैसे कई बड़े सितारे शामिल हैं, जो सलीम-जावेद के साथ अपने अनुभव साझा करते हैं और उनके काम की सराहना करते हैं।
अमेज़न प्राइम वीडियो की पहल अमेज़न प्राइम वीडियो की यह पहल दर्शकों को सलीम-जावेद की कहानी से रूबरू कराने के साथ-साथ उन्हें उनके योगदान के बारे में जानकारी देने का एक बेहतरीन मौका है। यह डॉक्यू-सीरीज न केवल फिल्मी दुनिया के प्रशंसकों के लिए है, बल्कि उन सभी के लिए भी है जो सलीम-जावेद की मेहनत और संघर्ष की कहानी से प्रेरित होना चाहते हैं।
समाप्ति सलीम-जावेद की जोड़ी ने हिंदी सिनेमा को जो योगदान दिया है, उसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। उनकी कहानी आज भी प्रेरणादायक है और उनकी फिल्मों ने सिनेमा की दुनिया को एक नई दिशा दी है। ‘एंग्री यंग मैन: द सलीम-जावेद स्टोरी’ एक ऐसी डॉक्यू-सीरीज है जो हमें उनकी कहानी से रूबरू कराती है और हमें बताती है कि सलीम-जावेद जैसे लोग कैसे अपने काम से लोगों के दिलों में जगह बनाते हैं।
इस डॉक्यू-सीरीज के माध्यम से सलीम खान और जावेद अख्तर की कहानी एक बार फिर से हमारे सामने आ रही है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि कैसे उन्होंने अपने संघर्ष और मेहनत से हिंदी सिनेमा को एक नई दिशा दी। अगर आप भी सलीम-जावेद के फैन हैं, तो इस डॉक्यू-सीरीज को देखने का मौका न चूकें।
ट्रेलर के हाइलाइट्स ट्रेलर में दिखाई गई एक झलक में सलीम खान और जावेद अख्तर अपने संघर्ष की कहानी साझा करते हुए नजर आते हैं। सलमान खान, अमिताभ बच्चन, जया बच्चन और अन्य सुपरस्टार्स भी उनके योगदान की सराहना करते हैं। सलमान खान का डायलॉग, “किसी को मारना है न तो काम से मारो। इन्होंने यही किया लाइफ में। काम से ही मारा।” ट्रेलर की खास बात है, जो सलीम-जावेद की मेहनत और समर्पण को दर्शाता है।
अपेक्षाएं ‘एंग्री यंग मैन: द सलीम-जावेद स्टोरी’ से दर्शकों की उम्मीदें काफी ऊंची हैं, और यह डॉक्यू-सीरीज निश्चित रूप से उन उम्मीदों पर खरा उतरेगी। अगर आप बॉलीवुड की क्लासिक फिल्मों के शौकीन हैं और सलीम-जावेद की जोड़ी के फैन हैं, तो यह डॉक्यू-सीरीज आपके लिए है।
अंत में, यह कहना गलत नहीं होगा कि सलीम-जावेद की कहानी आज भी उतनी ही प्रेरणादायक है, जितनी वह तब थी जब उन्होंने हिंदी सिनेमा में अपनी पहचान बनाई थी। इस डॉक्यू-सीरीज के माध्यम से उनकी कहानी को जीवित रखना एक बेहतरीन पहल है, जो आने वाली पीढ़ियों को उनके काम से प्रेरित करेगी।
नोट: ‘एंग्री यंग मैन: द सलीम-जावेद स्टोरी’ 20 अगस्त को अमेज़न प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम होगी। इसे मिस न करें।