कन्नौज में चल रहे रेप मामले ने एक नया मोड़ ले लिया है। पीड़िता की बुआ ने आरोप लगाया है कि नवाब सिंह यादव को झूठे आरोपों में फंसाया जा रहा है और इस साजिश में प्रमुख समाजवादी पार्टी (सपा) नेता जय कुमार तिवारी उर्फ बऊवन तिवारी का हाथ है। इस बयान के बाद सियासी हलकों में हलचल मच गई है और मामले में नए खुलासे की संभावना बढ़ गई है।
पीड़िता की बुआ का बयान
कन्नौज मामले में पीड़िता की बुआ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह चौंकाने वाला दावा किया कि नवाब सिंह यादव को जानबूझकर इस मामले में फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह साजिश लगभग चार महीने पहले शुरू हुई थी और इसमें कई अन्य लोग भी शामिल हैं। बुआ ने सपा नेता बऊवन तिवारी पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि यही व्यक्ति नवाब सिंह यादव को फंसाने की साजिश का मुख्य सूत्रधार है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि बऊवन तिवारी ने नवाब सिंह यादव को गलत तरीके से इस मामले में घसीटने के लिए कई चालें चलीं। उनका यह भी कहना था कि इस साजिश में और भी लोगों के शामिल होने की संभावना है और वे जल्द ही इन लोगों के नाम भी उजागर करेंगी। पीड़िता की बुआ के इस बयान ने मामले की दिशा और जटिलता को बढ़ा दिया है और इसके सियासी असर भी पड़ सकते हैं।
सपा नेता बऊवन तिवारी पर आरोप
पीड़िता की बुआ ने आरोप लगाया कि सपा नेता बऊवन तिवारी ने अपनी राजनीतिक पहुंच का इस्तेमाल करते हुए नवाब सिंह यादव को फंसाया। बऊवन तिवारी पर आरोप है कि उसने यह साजिश राजनीतिक लाभ के लिए की, ताकि नवाब सिंह यादव को बदनाम किया जा सके और अपनी स्थिति मजबूत की जा सके। पीड़िता की बुआ का कहना है कि इस पूरे मामले में बऊवन तिवारी की भूमिका की जांच जरूरी है।
बीजेपी और कांग्रेस के बीच सियासी आरोप-प्रत्यारोप
इस बीच, कन्नौज मामले पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी तेज हो गई हैं। यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में जंगलराज कायम है और सरकार पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी सरकार मामले में भेदभाव कर रही है और खासतौर पर हरदोई के मामले में अपने लोगों को बचाने की कोशिश कर रही है।
अजय राय ने कहा, “बीजेपी सरकार ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है और न ही पीड़िता को न्याय दिलाने की दिशा में कोई गंभीर प्रयास किया है। सरकार की यह नाकामी लोगों को गहरी चिंता में डाल रही है।”
मामले की जांच और अगला कदम
कन्नौज मामले में अब जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है। पुलिस और जांच एजेंसियां पीड़िता की बुआ के आरोपों की गंभीरता से जांच कर रही हैं। नवाब सिंह यादव के खिलाफ लगे आरोपों की पुष्टि करने के लिए कई जांच पहलुओं पर काम चल रहा है। पुलिस को यह जांच करना होगा कि क्या सपा नेता बऊवन तिवारी और अन्य आरोपितों का इस मामले में कोई सच्चा हाथ है या नहीं।
फिलहाल, नवाब सिंह यादव को इस मामले में आरोपी घोषित किया गया है, लेकिन जांच के दौरान नई जानकारी और आरोपों के सामने आने से स्थिति और भी जटिल हो सकती है। सियासी हलकों में इस मामले को लेकर गर्मागर्मी बनी हुई है और विभिन्न राजनीतिक पार्टियां इस पर अपनी-अपनी राय व्यक्त कर रही हैं।
जनता की प्रतिक्रिया
कन्नौज मामले ने स्थानीय जनता को भी चिंता में डाल दिया है। लोग इस बात को लेकर आशंकित हैं कि क्या सचमुच यह मामला राजनीतिक साजिश का हिस्सा है या फिर इसमें कुछ और ही तथ्य हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए ताकि सच सामने आ सके और पीड़िता को न्याय मिल सके।