देवास, 13 अगस्त 2024: देवास जिले में गर्भवती महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण योजना लागू की जा रही है जिसके तहत उन्हें निशुल्क सोनोग्राफी सुविधा प्राप्त होगी। यह सुविधा ‘प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान’ के अंतर्गत दी जाएगी और इसका उद्देश्य गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है। इस योजना के तहत हर महीने की 9 और 25 तारीख को गर्भवती महिलाओं को फ्री सोनोग्राफी सुविधा का लाभ मिलेगा।
योजना की मुख्य विशेषताएँ
देवास जिले में गर्भवती महिलाओं के लिए यह सुविधा अत्यंत महत्वपूर्ण है, विशेषकर उन महिलाओं के लिए जिनके पास वित्तीय संसाधन सीमित हैं। योजना के तहत हर महीने की 9 और 25 तारीख को गर्भवती महिलाओं को निशुल्क सोनोग्राफी की सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके अलावा, आपातकालीन स्थिति में भी गर्भवती महिलाओं को नि:शुल्क सोनोग्राफी सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।
इस सुविधा के लिए जिले के 10 निजी सोनोग्राफी सेंटर ने सहयोग प्रदान किया है। इनमें से प्रत्येक सेंटर पर गर्भवती महिलाओं को निशुल्क सोनोग्राफी की सुविधा दी जाएगी।
निजी सोनोग्राफी सेंटर का सहयोग
निशुल्क सोनोग्राफी के लिए सहमति प्राप्त करने वाले निजी सोनोग्राफी सेंटर में निम्नलिखित शामिल हैं:
- निदान डायग्नोस्टिक सेंटर, देवास
- सेवा सोनोग्राफी सेंटर, देवास
- देवास सोनोग्राफी सेंटर, देवास
- अमलतास इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, देवास
- अनुराग सोनोग्राफी सेंटर, सोनकच्छ
- एडवांस बापना सेंटर, देवास
- कुलकर्णी नर्सिंग होम, देवास
- गीताश्री सोनोग्राफी सेंटर, कन्नौद
- समर्पित डायग्नोस्टिक सेंटर, खातेगांव
- चंद्रा नर्सिंग होम, देवास
इन केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं को बिना किसी शुल्क के सोनोग्राफी की सुविधा मिलेगी। आने वाले समय में इस सूची में और भी निजी सेंटर्स को शामिल करने का प्रयास किया जाएगा।
सीएमएचओ की टिप्पणी
देवास की मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. सरोजनी जैम्स बेक ने इस योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि, “प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत, प्रत्येक माह की 9 और 25 तारीख को गर्भवती महिलाओं को निशुल्क सोनोग्राफी की सुविधा दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, आपातकालीन स्थितियों में भी गर्भवती महिलाओं को निशुल्क सोनोग्राफी सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। जिले में जहां शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में सोनोग्राफी मशीन और रेडियोलॉजिस्ट उपलब्ध नहीं हैं, वहां भी इस सुविधा का विस्तार किया जा रहा है।”
डॉ. बेक ने आगे कहा कि गर्भवती महिलाओं को त्वरित सोनोग्राफी सुविधा प्रदान करने के लिए प्राइवेट सेक्टर के सोनोलॉजिस्ट का सहयोग प्राप्त किया गया है। उन्होंने कहा, “पीसीपीएनडीटी एक्ट के अंतर्गत हमने निजी सोनोग्राफी सेंटर से सहमति प्राप्त की है, ताकि गर्भवती महिलाओं को समय पर और सटीक निदान मिल सके।”
शिविर और वाउचर प्रणाली
इसके अतिरिक्त, हर महीने की 9 और 25 तारीख को विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों में गर्भवती महिलाओं की निशुल्क जांच, उपचार और दवा की सुविधा प्रदान की जाएगी। अगर किसी शासकीय अस्पताल में सोनोग्राफी की सुविधा उपलब्ध नहीं है, तो गर्भवती महिला को निजी सोनोग्राफी केंद्र पर भेजा जाएगा।
गर्भवती महिलाओं को निजी सोनोग्राफी केंद्र में सोनोग्राफी कराने के लिए सरकारी अस्पताल से वाउचर प्राप्त होगा। इस वाउचर की मदद से महिलाएं 7 दिन के भीतर सोनोग्राफी करा सकेंगी। वाउचर प्रणाली से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि महिलाएं निर्धारित समय के भीतर सोनोग्राफी सेवा का लाभ उठा सकें और उनके स्वास्थ्य की सही जानकारी प्राप्त कर सकें।
योजना का प्रभाव
यह योजना देवास जिले की गर्भवती महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो न केवल स्वास्थ्य सेवा की पहुंच को बढ़ाएगी बल्कि वित्तीय बाधाओं को भी कम करेगी। इससे गर्भवती महिलाओं को उचित और समय पर निदान प्राप्त होगा, जो उनकी और उनके होने वाले बच्चे की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है।
निशुल्क सोनोग्राफी सुविधा की इस योजना से समाज के हर वर्ग को लाभ होगा, खासकर उन महिलाओं को जिनके पास स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। यह पहल स्थानीय स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने और मातृत्व स्वास्थ्य के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।