हाल ही में हिंडनबर्ग रिपोर्ट की ताजा आंशिक जानकारी के सामने आने के बाद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था। राहुल गांधी ने रविवार को कहा था कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के अध्यक्ष के खिलाफ आरोपों से संस्था की शुचिता पर प्रश्नचिन्ह लगा है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि अगर निवेशकों के पैसे डूबे, तो जिम्मेदार कौन होगा?
राहुल गांधी के इस बयान पर अब कंगना रनौत ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद और फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला है। कंगना ने हिंडनबर्ग केस में राहुल गांधी के बयान को लेकर उन्हें ‘सबसे खतरनाक, जहरीला और विनाशकारी आदमी’ बताया है।
कंगना रनौत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए राहुल गांधी पर कड़ी टिप्पणी की। उन्होंने लिखा, “राहुल गांधी सबसे खतरनाक आदमी हैं। वह कड़वे, जहरीले और विनाशकारी हैं। उनका एजेंडा है कि अगर वह प्रधानमंत्री नहीं बन सकते, तो इस देश को बर्बाद भी कर सकते हैं।” कंगना ने आगे लिखा, “राहुल गांधी कल रात से हिंडनबर्ग रिपोर्ट का समर्थन कर रहे थे, जो अब बेकार साबित हो गई है। वह इस देश की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। राहुल जी, जीवन भर विपक्ष में बैठने के लिए तैयार हो जाइए। इस देश के लोग कभी आपको अपना नेता नहीं बनाएंगे। तुम कलंक हो।”
कंगना की इस तीखी प्रतिक्रिया से राजनीतिक माहौल में एक नई हलचल उत्पन्न हो गई है। उनका बयान न केवल राहुल गांधी के प्रति उनकी आलोचना को दर्शाता है, बल्कि कांग्रेस और राहुल गांधी के द्वारा उठाए गए मुद्दों पर भी सवाल उठाता है। कंगना का आरोप है कि राहुल गांधी हिंडनबर्ग रिपोर्ट के माध्यम से देश की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं।
इस बीच, राहुल गांधी के हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर उठाए गए सवाल और उनकी आलोचना ने राजनीतिक बहस को और गरमा दिया है। कंगना की प्रतिक्रिया और राहुल गांधी के बयान के बीच के विवाद ने आगामी चुनावों और राजनीतिक भविष्य पर असर डालने की संभावना को बढ़ा दिया है।
कंगना के बयान और राहुल गांधी की आलोचना ने दर्शाया है कि भारतीय राजनीति में बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति किस हद तक जा सकती है। यह स्थिति दर्शाती है कि राजनीतिक नेता अक्सर अपने प्रतिद्वंद्वियों पर हमले करने और जनमत को प्रभावित करने के लिए कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हैं।
राहुल गांधी और कंगना रनौत के बीच का यह विवाद, राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है और इससे राजनीतिक विश्लेषकों और जनता की निगाहें दोनों नेताओं के बयानों पर बनी रहेंगी। कंगना की आलोचना ने राहुल गांधी और कांग्रेस की रणनीतियों पर भी सवाल उठाया है और यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी दिनों में इस विवाद का क्या प्रभाव पड़ेगा।
इस विवाद के चलते राजनीतिक दलों के बीच और भी तीखी बयानबाजी की संभावना है, जो आगामी चुनावों और राजनीतिक निर्णयों को प्रभावित कर सकती है। कंगना की टिप्पणियां और राहुल गांधी के बयान, दोनों ही इस बात का संकेत हैं कि भारतीय राजनीति में बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति कितनी जटिल और विवादास्पद हो सकती है।