मौसम विभाग ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के बस्तर और सरगुजा संभाग के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई है। विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए बिलासपुर, गौरेल-पेंड्रा-मरवाही, जशपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, कोरबा, बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और नारायणपुर जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। छत्तीसगढ़ में मानसून की सक्रियता अब तेजी से बढ़ रही है, जिससे लगातार बारिश की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
राज्य में मानसून की स्थिति
हाल के दिनों में छत्तीसगढ़ में मानसून की सक्रियता बढ़ गई है। इसके चलते बारिश का दायरा भी बढ़ने लगा है। 12 दिनों पहले तक प्रदेश में बारिश की कमी 28 प्रतिशत तक दर्ज की गई थी, लेकिन अब वर्तमान स्थिति में प्रदेश में कुल 487.1 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से केवल दो प्रतिशत कम है। इसके बावजूद, कुछ क्षेत्रों में बारिश की स्थिति में सुधार देखा जा रहा है।
विभिन्न जिलों में बारिश की स्थिति
प्रदेश के विभिन्न जिलों में बारिश की स्थिति भिन्न-भिन्न रही है। सरगुजा जिले में सबसे कम 213 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 60 प्रतिशत कम है। वहीं रायपुर जिले में 412.8 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से चार प्रतिशत कम है। इसके विपरीत, बीजापुर जिले में सबसे अधिक 1096.7 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 95 प्रतिशत अधिक है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 24 घंटों में बस्तर और सरगुजा संभाग के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। विभाग ने इन क्षेत्रों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जो दर्शाता है कि इन क्षेत्रों में बारिश के साथ ही अन्य मौसम संबंधी घटनाएं भी हो सकती हैं।
मौसम में बदलाव
बीते कुछ दिनों से हो रही बारिश के कारण प्रदेश में मौसम में ठंडक आ गई है। रायपुर में अधिकतम तापमान में 3.2 डिग्री की गिरावट आई है। इसके साथ ही, दोपहर के समय ठंडी हवाएं चलने लगी हैं, जो राहत का एक संकेत हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, प्रदेश भर में मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहेगा और बारिश की संभावना जारी रहेगी।
मौसम विज्ञानी का बयान
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवात परिसंचरण गंगेटिक पश्चिम बंगाल और उससे लगे बांग्लादेश के ऊपर स्थित है। यह चक्रवात 7.6 किमी तक फैला हुआ है और इसके प्रभाव से प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है। इसके अलावा, मानसून द्रोणिका के प्रभाव से कुछ क्षेत्रों में अंधड़ चलने, बिजली गिरने और भारी बारिश की भी आशंका है।
नतीजा और सावधानियां
इस मौसम पूर्वानुमान के मद्देनजर, स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। भारी बारिश और अंधड़ की संभावना को देखते हुए, सुरक्षित स्थानों पर रहने और यात्रा के दौरान सतर्क रहने की आवश्यकता है। इसके अलावा, बारिश के कारण संभावित जलभराव और सड़क पर फिसलन के कारण सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
भविष्यवाणी और तैयारी
मौसम विभाग ने जनता को सूचित किया है कि इस मौसम के दौरान कोई भी आपात स्थिति उत्पन्न होने पर तुरंत स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें। नागरिकों को चाहिए कि वे मौसम की स्थिति पर नजर रखें और किसी भी प्रकार की आपात स्थिति के लिए तैयार रहें।
छत्तीसगढ़ में मौसम की मौजूदा स्थिति और आगामी 24 घंटों में संभावित भारी बारिश के मद्देनजर, मौसम विभाग ने आवश्यक चेतावनी जारी की है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी नागरिक सुरक्षित रहें, विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है और मौसम की नियमित निगरानी की जा रही है। मौसम के मिजाज में इस बदलाव के साथ, सभी को सजग रहकर अपने और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने की सलाह दी जाती है।