दुर्ग जिले में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। चंगोरी गांव में ईंट भट्ठे पर काम करने वाले मजदूर और उनके परिवार बाढ़ में फंस गए थे, जिन्हें राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीम ने सुरक्षित बाहर निकाला।
बाढ़ में फंसे मजदूरों का रेस्क्यू
लगातार हो रही बारिश से चंगोरी गांव में स्थित ईंट भट्ठे पर काम कर रहे मजदूरों और उनके परिवारों की स्थिति गंभीर हो गई थी। पानी का स्तर बढ़ने के कारण वे बाढ़ में फंस गए थे। एसडीआरएफ की टीम ने तत्परता से कार्य करते हुए 12 से अधिक लोगों का रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। इस रेस्क्यू ऑपरेशन ने बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत दी और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाकर उनकी जान बचाई।
शिवनाथ नदी के किनारे अलर्ट
दुर्ग के शिवनाथ नदी के महमरा एनीकट पर 10 फीट पानी बह रहा है, जिससे नदी के जल स्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने शिवनाथ नदी तट के सभी गांवों को अलर्ट रहने की हिदायत दी है। जिन गांवों को अलर्ट पर रखा गया है, उनमें झोला, भोथली, रूदा, खाड़ा, चंगोरी, थनौद, पीसेगांव, महमरा, पुलगांव, कोसमी, मोहलई, नगपुरा, मालूद, बेलौदी, पीपरछेड़ी, झेंझरी, हटगांव, गनियारी और सहगांव शामिल हैं। जिला प्रशासन इन सभी क्षेत्रों पर नजर बनाए हुए है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
मोंगरा बैराज से पानी छोड़ा गया
राजनांदगांव जिले के मोंगरा बैराज से पिछले दिनों 40 हजार क्यूसेक पानी शिवनाथ नदी में छोड़ा गया था। आज फिर 5 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे शिवनाथ नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। बारिश के कारण तांदुला जलाशय में 40 प्रतिशत, खरखरा जलाशय में 43 प्रतिशत, खपरी जलाशय में 42 प्रतिशत और गोंदली जलाशय में 22 प्रतिशत जलभराव हो चुका है। इस स्थिति ने जलाशयों के आस-पास रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता पैदा कर दी है।
तहसीलवार बारिश के आंकड़े
दुर्ग जिले में अब तक 254.0 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। जानकारी के अनुसार, सबसे अधिक वर्षा पाटन में 444.5 मिमी और सबसे कम वर्षा बोरी में 164.4 मिमी दर्ज की गई है। इसके अलावा, दुर्ग में 223.7 मिमी, धमधा में 188.2 मिमी, भिलाई 3 में 220.2 मिमी और अहिवारा में 282.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। ये आंकड़े यह दिखाते हैं कि जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश का प्रभाव भिन्न-भिन्न रहा है, लेकिन कुल मिलाकर भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है।
प्रशासन की तैयारी और प्रयास
दुर्ग जिले में लगातार हो रही बारिश और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। एसडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है। प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखा है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
जनता से अपील
दुर्ग जिले के जिला प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। प्रशासन ने यह भी आग्रह किया है कि लोग बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाने से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। बाढ़ और बारिश के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी समस्या के लिए प्रशासन से संपर्क करें और उनकी सहायता प्राप्त करें।
निचले इलाकों में जलभराव
दुर्ग जिले के निचले इलाकों में भारी बारिश के कारण जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। सड़कों पर पानी भर जाने से यातायात प्रभावित हुआ है और लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई घरों और दुकानों में पानी घुस गया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में जल निकासी के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं और संबंधित विभागों को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
बचाव कार्यों में तेजी
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्यों में तेजी लाई गई है। एसडीआरएफ की टीमों के साथ-साथ स्थानीय पुलिस और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी प्रभावित क्षेत्रों में मौजूद हैं और राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। प्रशासन ने राहत शिविरों की व्यवस्था की है और बाढ़ प्रभावित लोगों को वहां पहुंचाया जा रहा है। भोजन, पानी और अन्य आवश्यक सामग्री की व्यवस्था की गई है ताकि प्रभावित लोगों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो।
आगामी दिनों की स्थिति
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में भी दुर्ग जिले में भारी बारिश की संभावना है। इससे जल स्तर और बढ़ सकता है और बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो सकती है। प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखा है और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। लोगों से भी अपील की गई है कि वे मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित स्थानों पर रहें और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें।
दुर्ग जिले में लगातार हो रही भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमों ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला और राहत कार्यों में जुटी हुई है। आने वाले दिनों में भी भारी बारिश की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने सतर्कता बरतने और सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। जनता से भी अपील की गई है कि वे सुरक्षित रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।