कानपुर देहात के पिपरी गांव में एक ही परिवार के सात लोगों पर जानलेवा हमले से गांव में सन्नाटा पसर गया है। इस हमले में छह साल की बच्ची की मौत हो गई और बाकी छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने आरोपी दीपू सिंह को गिरफ्तार कर लिया है, जो इस परिवार का सदस्य है।
पारिवारिक कलह और आक्रोश का कारण
आरोपी दीपू सिंह ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी के कई साल हो चुके थे, लेकिन उसकी पत्नी पूजा संतान नहीं चाहती थी। कई बार गर्भवती होने के बावजूद उसने गर्भपात करा लिया, जिससे दीपू में नाराजगी पनपने लगी। पूजा के देवर महेंद्र भी नहीं चाहता था कि दीपू का कोई संतान हो। यह तनाव दीपू के लिए असहनीय हो गया और उसने यह घातक कदम उठा लिया।
हमले की रात की घटना
सोमवार रात करीब दो बजे दीपू ने अपने घर की छत पर सो रही पत्नी पूजा और दो सौतेले बेटों, आयुष और उमंग, पर धारदार बाका से हमला कर दिया। जब पूजा और बेटों ने शोर मचाया, तो आयुष जान बचाकर चाचा महेंद्र के घर में कूद गया। दीपू ने पीछा करते हुए महेंद्र के परिवार पर भी हमला कर दिया, जिसमें महेंद्र, उसकी पत्नी बीना, बेटे सूर्यांश और बेटी काव्या घायल हो गए। छह साल की काव्या की मौके पर ही मौत हो गई।
हमले के बाद का माहौल
पिपरी गांव में इस घटना के बाद सन्नाटा छा गया है। पड़ोस के लोग और महिलाएं गमगीन माहौल में महेंद्र के घर के बाहर बैठकर दोनों घरों की रखवाली कर रही हैं। पुलिस बल भी गांव में तैनात रहा। पुलिस ने फोरेंसिक टीम के साथ मिलकर साक्ष्य जुटाए और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
पीड़ित परिवार को मदद का आश्वासन
घटना की सूचना मिलने पर भाजपा के पूर्व विधायक और सपा नेताओं ने पीड़ित परिवार से मिलकर हर संभव मदद का भरोसा दिया। मंगलवार दोपहर सपा नेता नरेंद्र पाल सिंह मनु, सांसद नारायणदास अहिरवार के पुत्र राजू अहिरवार, सुरेंद्र यादव, अमरौधा के पूर्व चेयरमैन साबू कुरैशी, नसीम कुरैशी, तारिक कुरैशी और लक्ष्मी नारायण एडवोकेट ने पहुंच कर घटना की जानकारी ली।
पुलिस की कार्रवाई
कानपुर नगर रेउना थाना क्षेत्र के दहेली लल्लनपुरवा निवासी विनोद कुमार ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि दीपू ने बांका से हमला कर उनकी बेटी बीना देवी, दामाद महेंद्र कुमार, नाती सूर्यांश, नातिन काव्या और पूजा, उमंग व आयुष को घायल कर दिया। कोतवाल अंजन कुमार सिंह ने बताया कि हत्या और हत्या के प्रयास के आरोप में दीपू के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है और उसे हिरासत में ले लिया गया है।
आरोपी की स्वीकारोक्ति
एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि पुलिस हिरासत में आने के बाद दीपू ने अपनी पत्नी पूजा के साथ संतान को लेकर होने वाले विवाद की वजह से इस वारदात को अंजाम दिया। उसने स्वीकार किया कि पूजा का देवर महेंद्र भी नहीं चाहता था कि उससे कोई संतान हो, और हाल ही में महेंद्र ने पूजा से बच्चों के बड़े होने का हवाला देकर दीपू को छोड़ने का दबाव बनाना शुरू कर दिया था। इस खुन्नस के चलते दीपू ने बाका और फावड़ा से हमला करने की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया।
घटना की पृष्ठभूमि
महेंद्र और सुरेंद्र मूल रूप से कटरी कटार मूसानगर के रहने वाले थे। पिता देवीचरन की मौत के बाद वे अपने ननिहाल पिपरी में आकर रहने लगे थे। सुरेंद्र ट्रैक्टर चलाकर परिवार का भरण पोषण करता था, लेकिन उसकी ट्रैक्टर से कुचलकर मौत हो गई। सुरेंद्र की मौत के बाद पूजा की स्थिति बेहद खराब हो गई थी, लेकिन अपनी बहन पूनम के कहने पर उसने देवर दीपू सिंह से शादी कर ली थी।
गांव में सन्नाटा
पिपरी गांव में इस दर्दनाक घटना के बाद सन्नाटा छाया रहा। पड़ोस के लोग इस घटना को लेकर स्तब्ध थे और महिलाएं महेंद्र के घर के बाहर बैठकर गमगीन माहौल में दोनों घरों की देखभाल करती रहीं। पुलिस भी पूरी सतर्कता के साथ गांव में तैनात रही।
फोरेंसिक जांच और साक्ष्य
पुलिस ने फोरेंसिक टीम के साथ मिलकर साक्ष्य जुटाए और घटना की विस्तृत जांच शुरू की। एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति और अन्य पुलिस अधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर घायलों से जानकारी ली।
कानपुर देहात के पिपरी गांव में हुए इस दिल दहला देने वाले हमले ने पूरे गांव को सन्न कर दिया है। पारिवारिक कलह और संतान को लेकर हुए विवाद ने इस घातक हमले का रूप ले लिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और घटना की जांच जारी है। पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिया गया है।