Monday, December 23, 2024

जहांगीराबाद के शासकीय उमा कन्या विद्यालय की प्राचार्य डॉ. उषा खरे का विशेष योगदान

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जहांगीराबाद – शासकीय उमा कन्या विद्यालय की प्राचार्य डॉ. उषा खरे ने अपने कार्यकाल के दौरान विद्यालय के विकास और उन्नयन के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। 13 वर्षों की सेवा के बाद इस माह वे सेवानिवृत्त हो रही हैं, और उनकी सेवानिवृत्ति से पहले उन्होंने विद्यालय को एक नई ऊंचाई पर ले जाने का संकल्प लिया है। डॉ. खरे ने अपने विशेष प्रयासों से राजधानी के एक सरकारी स्कूल को हाईटेक की श्रेणी में शामिल किया है, और इस दिशा में उनकी सबसे बड़ी पहल उनके केबीसी (कौन बनेगा करोड़पति) से जीती राशि से बनी रोबोटिक्स लैब है।

केबीसी से जीती राशि का स्कूल में निवेश

डॉ. उषा खरे ने हाल ही में लोकप्रिय टीवी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ में कर्मवीर अवार्ड जीतकर 17 लाख रुपये की राशि प्राप्त की। उन्होंने इस राशि का उपयोग अपने विद्यालय की उन्नति के लिए किया है। यह राशि विद्यालय में एक अत्याधुनिक रोबोटिक्स लैब स्थापित करने में लगाई जा रही है, जिससे छात्रों को नई तकनीकों और रोबोटिक्स के क्षेत्र में आधुनिक शिक्षा प्राप्त हो सके।

रोबोटिक्स लैब का उद्घाटन और विशेष आयोजन

मंगलवार को प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह इस रोबोटिक्स लैब का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं का प्रतिभा सम्मान किया जाएगा। इसके साथ ही, उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान और विद्यालय छात्र संघ का शपथ ग्रहण समारोह भी आयोजित किया जाएगा।

रोबोटिक्स लैब का उद्देश्य छात्रों को तकनीकी शिक्षा प्रदान करना है, जिससे वे भविष्य में विज्ञान और तकनीकी क्षेत्रों में बेहतर अवसर प्राप्त कर सकें। इस लैब में छात्रों को रोबोटिक्स की बुनियादी जानकारी और प्रायोगिक अनुभव दिया जाएगा, जिससे उनके कौशल में वृद्धि हो सके।

विद्यालय का हाईटेक बनने का सफर

शासकीय उमा कन्या विद्यालय में प्राचार्य डॉ. उषा खरे ने अपनी कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण सुधार किए हैं। विद्यालय में अब अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई होती है और टैबलेट में पूरा पाठ्यक्रम अपलोड किया गया है। यह कदम विद्यालय को आधुनिक शिक्षा प्रणाली के साथ जोड़ने के लिए उठाया गया था।

डॉ. खरे के प्रयासों से विद्यालय का इंफ्रास्ट्रक्चर भी उन्नत हुआ है। उन्होंने एक निजी कंपनी की मदद से रोबोटिक्स लैब स्थापित कराई, जो छात्रों को तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अवसर प्रदान करेगी। यह लैब स्कूल के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव है, जो उसे अन्य सरकारी स्कूलों से अलग बनाता है।

डॉ. उषा खरे का योगदान और उनकी विरासत

डॉ. उषा खरे का विद्यालय में योगदान अपार रहा है। उन्होंने विद्यालय को उन्नति की ओर ले जाने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं और सुधारों का कार्यान्वयन किया। उनके कार्यकाल के दौरान, विद्यालय ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है और छात्रों को आधुनिक तकनीकी ज्ञान प्रदान करने की दिशा में कई कदम उठाए हैं।

डॉ. खरे की सेवानिवृत्ति के बाद, उनकी बनाई गई रोबोटिक्स लैब और अन्य सुधार उनकी विरासत का हिस्सा बनेंगे। उन्होंने विद्यालय में जो बदलाव किए हैं, वे न केवल वर्तमान छात्रों के लिए बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए भी लाभकारी होंगे।

शासकीय उमा कन्या विद्यालय का भविष्य

डॉ. उषा खरे की सेवानिवृत्ति के बाद भी उनकी योजनाएं और सुधार विद्यालय की उन्नति के लिए मार्गदर्शक साबित होंगे। रोबोटिक्स लैब और अन्य उन्नत सुविधाएं छात्रों को एक नई दिशा प्रदान करेंगी और उन्हें भविष्य में तकनीकी क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धी बनाएंगी।

विद्यालय की व्यवस्थाएं और सुधार, डॉ. खरे के नेतृत्व में किए गए कार्यों की गवाही देते हैं। उनकी विरासत का हिस्सा बनकर, विद्यालय तकनीकी और शैक्षिक क्षेत्र में एक नई पहचान बना सकेगा।

डॉ. उषा खरे ने अपने कार्यकाल में शासकीय उमा कन्या विद्यालय को उन्नति की ओर अग्रसर किया और इसे आधुनिक तकनीकी शिक्षा की दिशा में एक नई पहचान दी। उनके विशेष प्रयासों से बनी रोबोटिक्स लैब विद्यालय की प्रगति का प्रतीक है और इसे उद्घाटन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों से विशेष मान्यता मिलेगी। उनकी सेवानिवृत्ति के बाद भी, उनकी बनाई गई सुविधाएं और सुधार विद्यालय की भविष्य की दिशा को आकार देंगे, और उनकी शिक्षण शैली और समर्पण आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे।

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