भोपाल, 22 जुलाई 2024: मध्य प्रदेश की इकलौती हेरिटेज ट्रेन, जो पातालपानी और कालाकुंड के बीच चलती है, फिर से शुरू हो गई है। यह ट्रेन पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है और इस बार भी इसकी बुकिंग शुरू होते ही चार सप्ताह के लिए पूरी तरह से फुल हो गई है। हेरिटेज ट्रेन को अभी हफ्ते में केवल दो दिन, शनिवार और रविवार को चलाया जा रहा है।
प्राकृतिक सौंदर्य का अद्भुत सफर
इस हेरिटेज ट्रेन का सफर प्राकृतिक सौंदर्य से भरा हुआ है। यह ट्रेन पातालपानी से कालाकुंड रेलवे स्टेशन तक जाती है, जिसके बीच में होलकरकालीन ब्रिज, झरने, पहाड़, सुरंग, और नदियाँ मिलती हैं। यह सब पर्यटकों को बेहद आकर्षित करते हैं। वर्षाकाल के दौरान, इस क्षेत्र की सुंदरता और भी बढ़ जाती है, जो इस सफर को और भी खास बना देती है।
ट्रेन की बुकिंग और वेटिंग लिस्ट
ट्रेन की बुकिंग शुक्रवार से शुरू हुई थी और शनिवार सुबह तक ही 18 अगस्त तक के लिए सभी सीटें बुक हो चुकी थीं। सेकंड क्लास और एसी चेयरकार दोनों में ही लंबी वेटिंग लिस्ट है। रविवार को भी कई पर्यटक वेटिंग टिकट लेकर महू और पातालपानी रेलवे स्टेशन पहुंचे थे, लेकिन उन्हें बैठने की जगह नहीं मिली।
पिछले साल की तुलना में बदलाव
पिछले साल, इस ट्रेन का संचालन सप्ताह में तीन दिन किया गया था, जिससे बुकिंग में वेटिंग लिस्ट की समस्या नहीं थी। इस साल, ट्रेन केवल वीकेंड पर चल रही है, जिससे बुकिंग खुलते ही सीटें फुल हो जाती हैं। रेल अफसरों ने बताया कि जल्द ही अतिरिक्त कोच जोड़े जाएंगे, ताकि बढ़ती वेटिंग लिस्ट को कम किया जा सके।
कालाकुंड स्टेशन पर सुविधाएँ
कालाकुंड रेलवे स्टेशन, जो इस ट्रेन का सबसे बड़ा स्टॉपेज है, पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कई सुविधाओं से लैस है। यहाँ गार्डन, सर्किट हाउस, और रात्रि विश्राम की व्यवस्था की गई है। पर्यटक हेरिटेज ट्रेन से कालाकुंड आकर जंगलों के बीच रात बिता सकते हैं।
रेल रेस्टोरेंट का अभाव
हालांकि, कालाकुंड में रेल रेस्टोरेंट शुरू करने के लिए मीटरगेज के दो कोच खड़े किए गए थे, लेकिन छह साल बाद भी यह रेस्टोरेंट शुरू नहीं हो पाया है। यह एक महत्वपूर्ण सुविधा हो सकती थी, जो पर्यटकों के अनुभव को और भी बेहतर बना सकती थी।
पर्यटकों का अनुभव
पर्यटकों का कहना है कि इस सफर का आनंद लेने के लिए उन्हें सालभर इंतजार करना पड़ता है। वर्षाकाल में जब यह ट्रेन चलती है, तब प्राकृतिक दृश्य और भी खूबसूरत हो जाते हैं। कई पर्यटक इस ट्रेन से सफर करने के लिए दूर-दूर से आते हैं और इसके अनुभव को अविस्मरणीय बताते हैं।
रेलवे का प्रयास
रेलवे ने इस ट्रेन को लोकप्रिय बनाने के लिए कई प्रयास किए हैं। पिछले साल अतिरिक्त कोच जोड़े गए थे ताकि अधिक से अधिक पर्यटक इस सफर का आनंद ले सकें। इस साल भी रेलवे द्वारा अतिरिक्त कोच जोड़ने की योजना बनाई जा रही है, ताकि वेटिंग लिस्ट की समस्या को हल किया जा सके।
मध्य प्रदेश की यह हेरिटेज ट्रेन पातालपानी से कालाकुंड के बीच का सफर पर्यटकों के लिए एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करती है। प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक स्थलों के बीच का यह सफर पर्यटकों को एक अनोखा अनुभव देता है। हालांकि, रेस्टोरेंट जैसी सुविधाओं के अभाव के बावजूद, यह ट्रेन पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है और आने वाले समय में इसके संचालन को और भी बेहतर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।