Thursday, December 26, 2024

अचानकमार टाइगर रिजर्व में अतिक्रमण के खिलाफ सख्त चेतावनी और जागरूकता अभियान

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बिलासपुर। छत्तीसगढ़ का अचानकमार टाइगर रिजर्व (एटीआर) एक बेहद संवेदनशील क्षेत्र है, जहां जंगल और वन्य प्राणियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी हम सभी की है। हाल ही में इस क्षेत्र में अतिक्रमण की कोशिशें बढ़ी हैं, जिसके चलते एटीआर प्रबंधन और संयुक्त वन प्रबंधन समिति ने सख्त कदम उठाए हैं। स्थानीय ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए गांव-गांव में बैठकें आयोजित की जा रही हैं, ताकि किसी भी बहकावे में आकर लोग टाइगर रिजर्व के अंदर अतिक्रमण न करें।

अतिक्रमण की घटनाएं और वन विभाग की प्रतिक्रिया

अचानकमार टाइगर रिजर्व के अंतर्गत सुरही और लोरमी बफर वन परिक्षेत्र के कुछ हिस्सों में एटीआर के 13 गांवों के ग्रामीण निवासरत हैं। इन गांवों में से कुछ असामाजिक तत्वों के बहकावे में आकर अतिक्रमण की कोशिशें होती रहती हैं। एटीआर प्रबंधन और स्थानीय ग्रामीणों के जनसहयोग से इन प्रयासों को विफल किया जा रहा है।

हाल ही में सुरही परिक्षेत्र में एक ट्रैक्टर जब्त किया गया, वहीं लोरमी बफर परिक्षेत्र के बोइराहा और मंजूरहा सर्किल में अतिक्रमण की कोशिश को नाकाम किया गया। फील्ड डायरेक्टर मनोज पांडेय और डिप्टी डायरेक्टर यूआर गणेश ने लगातार अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई और मानसून पेट्रोलिंग के निर्देश दिए हैं।

जागरूकता अभियान

एटीआर प्रबंधन ने जागरूकता अभियान भी चलाया है, जिसमें ग्रामीणों और वन प्रबंधन समिति के सदस्यों के साथ बैठकें की जा रही हैं। इस अभियान के तहत लोगों को यह समझाया जा रहा है कि अतिक्रमण से वन और वन्यजीवों की सुरक्षा पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा संयुक्त वन प्रबंधन समितियों के माध्यम से अतिक्रमण हटाने में वन विभाग का सहयोग किया जा रहा है।

जनसहयोग और प्रबंधन की अपील

एटीआर प्रबंधन ने जनसामान्य से अपील की है कि अगर कहीं भी अतिक्रमण होते नजर आए तो तत्काल सूचना दें, ताकि तुरंत कार्रवाई की जा सके। यह सुनिश्चित करने के लिए पेट्रोलिंग के साथ नियमित जांच भी की जा रही है। अगर कोई अतिक्रमण करते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।

वन्यजीवों की बढ़ती संख्या

अचानकमार टाइगर रिजर्व में बाघ, भालू और हिरणों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। इसके बावजूद, जंगल और वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करना वन विभाग के लिए एक चुनौती बनी हुई है। कानन पेंडारी जू में काले हिरण की संख्या अधिक हो गई है, जिसे वन विभाग मुफ्त में देने की भी योजना बना रहा है।

वन विभाग की सख्ती और जनता की जिम्मेदारी

एटीआर प्रबंधन का कहना है कि जंगल और वन्यजीवों की सुरक्षा हम सभी की जिम्मेदारी है। किसी के बहकावे में आकर टाइगर रिजर्व के भीतर अतिक्रमण का प्रयास न करें और अगर कोई कोशिश करता भी है तो तत्काल इसकी सूचना प्रबंधन को दें।

बैठकों का आयोजन और ग्रामीणों की भागीदारी

एटीआर प्रबंधन गांव-गांव में बैठकें आयोजित कर रहा है, जिसमें ग्रामीणों को अतिक्रमण के दुष्परिणामों के बारे में जानकारी दी जा रही है। इन बैठकों में वन प्रबंधन समिति के सदस्य और स्थानीय ग्रामीण बड़ी संख्या में शामिल हो रहे हैं और वन विभाग का सहयोग कर रहे हैं।

अचानकमार टाइगर रिजर्व में अतिक्रमण की घटनाएं चिंता का विषय हैं, लेकिन एटीआर प्रबंधन और स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से इन्हें नियंत्रित किया जा रहा है। वन विभाग की सख्ती और जनता की जागरूकता के माध्यम से ही इस संवेदनशील क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। वन्यजीवों की सुरक्षा हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है और इसमें सभी को अपना योगदान देना होगा।

इस प्रकार, एटीआर प्रबंधन और स्थानीय ग्रामीणों के सामूहिक प्रयासों से अचानकमार टाइगर रिजर्व में अतिक्रमण को रोका जा रहा है और वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। अगर आप भी किसी प्रकार का अतिक्रमण देखते हैं तो तुरंत इसकी सूचना वन विभाग को दें, ताकि त्वरित और सख्त कार्रवाई की जा सके।

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