Monday, December 23, 2024

मानसून की रफ्तार ने बढ़ाया शिप्रा का जलस्तर मंदिर हुए जलमग्न

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मानसून की धीमी शुरुआत के बावजूद पिछले दो दिनों की वर्षा ने कृषि क्षेत्र को राहत दी है। शिप्रा नदी में जलस्तर बढ़ने से उज्जैन के कई मंदिर डूब गए और सड़कों पर पानी भर गया। धार जिले में आकाशीय बिजली गिरने से तीन बच्चों की दुखद मृत्यु हो गई। धीरे-धीरे मानसून रफ्तार पकड़ रहा है, लेकिन गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष वर्षा अभी भी कम है।

फसलों को जीवनदान मिला

दो दिनों से हो रही वर्षा से फसलों को नया जीवन मिला है। मंगलवार सुबह शिप्रा नदी में अच्छा पानी आया, जिससे नदी के बीच स्थित मंदिर आधे से ज्यादा डूब गए। इंदौर और देवास में शिप्रा से लगे इलाकों में हुई वर्षा से शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ गया। सांवेर क्षेत्र से कान्ह नदी का पानी भी शिप्रा में आया। इस सीजन में पहली बार शिप्रा में इतना पानी आया है। देवास जिले में 15 जुलाई को लगभग 45 मिमी औसत वर्षा हुई। इसी तरह एक जून से अभी तक जिले में 304.22 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। गत वर्ष इसी अवधि में 314.51 मिमी वर्षा हुई थी।

उज्जैन में शिप्रा का उफान

उज्जैन में लंबे इंतजार के बाद मंगलवार तड़के शहर में करीब 50 मिमी वर्षा हुई। इससे एक बार फिर शिप्रा नदी उफान पर आ गई। रामघाट के मंदिर पानी में डूब गए। नाले-नालियां चोक होने से कई सड़कें तालाब बन गईं, जिससे आवाजाही में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। घुटनों तक पानी भरता देख नागरिकों ने नगर निगम को कोसा और स्टार्म वाटर प्रबंधन पर सवाल खड़े किए। शहर में मंगलवार शाम तक 232 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है।

मौसम विभाग का येलो अलर्ट

मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी कर बुधवार को हल्की वर्षा की संभावना जताई है। शाजापुर में पिछले दो दिनों से हो रही वर्षा से चीलर नदी में जल स्तर बढ़ गया और एक घाट जलमग्न हो गया। दोपहर बाद घाट से पानी उतर गया। लखुंदर, चीलर, कालीसिंध, पार्वती, नेवज, जमधड़ और अन्य नदियों में पानी का बहाव बढ़ गया, जिससे जिले में कई जगह आवागमन प्रभावित हुआ।

शाजापुर में आवागमन प्रभावित

शाजापुर में कालापीपल-शुजालपुर क्षेत्र के गांवों में घरों में पानी घुस गया। शाजापुर-बिजाना मार्ग जाईहेड़ा स्थित पुलिया पर पानी आ जाने से बंद रहा। करेड़ी मार्ग स्थित जादमी-भदौनी मार्ग की पुलिया के ऊपर से बह रही लखुंदर नदी में जल स्तर और बढ़ गया। शुजालपुर में पानी की निकासी नहीं होने से वर्षा का पानी फ्रीगंज में गायत्री मंदिर परिसर में घुस गया। जिले में 28.3 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है।

धार में आकाशीय बिजली गिरने से त्रासदी

धार जिले में अर्जुन कालोनी क्षेत्र में फड़के स्टूडियो की पहाड़ी पर मंगलवार शाम आकाशीय बिजली गिरने से तीन बच्चों की मौत हो गई। बच्चों के माता-पिता मजदूरी करने के लिए गए थे और बच्चे मैदान में खेल रहे थे, तभी अचानक वर्षा शुरू हो गई। इससे बचने के लिए वे पेड़ के नीचे चले गए। इसी दौरान आकाशीय बिजली गिरी और 15 वर्षीय पंकज, 10 वर्षीय गणेश, तथा 10 वर्षीय विजय की मौत हो गई। शुभम नामक एक अन्य बच्चे का इलाज जिला चिकित्सालय की गहन चिकित्सा इकाई में चल रहा है।

मानसून की धीमी शुरुआत के बावजूद पिछले दो दिनों की वर्षा ने न केवल फसलों को नया जीवन दिया है बल्कि जलस्तर में वृद्धि से शिप्रा नदी का उफान भी देखा गया है। हालांकि, धार जिले में आकाशीय बिजली गिरने से हुई त्रासदी ने सभी को दुखी कर दिया है। मौसम विभाग के येलो अलर्ट के अनुसार, आने वाले दिनों में हल्की वर्षा होने की संभावना है, जिससे स्थिति में और सुधार हो सकता है। लेकिन नागरिकों को इस दौरान सतर्क रहना होगा ताकि प्राकृतिक आपदाओं से बचा जा सके।

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