भारतीय महिला क्रिकेट टीम की दिग्गज खिलाड़ी स्मृति मंधाना 18 जुलाई को अपना 28वां जन्मदिन मना रही हैं। क्रिकेट प्रेमियों के बीच स्मृति मंधाना का नाम उतना ही लोकप्रिय है जितना कि विराट कोहली और रोहित शर्मा का। हाल के वर्षों में, भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना ली है, और इसमें स्मृति मंधाना का महत्वपूर्ण योगदान है। इस लेख में हम उनकी जीवन यात्रा और प्रमुख उपलब्धियों के बारे में जानेंगे।
स्मृति मंधाना का जीवन परिचय
बाएं हाथ की बल्लेबाज स्मृति मंधाना का जन्म 18 जुलाई 1996 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता का नाम श्रीनिवास और माता का नाम स्मिता है। उनका एक भाई भी है, जिसका नाम श्रवण मंधाना है। जब स्मृति दो साल की थीं, उनका परिवार सांगली के माधव नगर में शिफ्ट हो गया।
माधव नगर में ही उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। बचपन से ही स्मृति को खेलों में विशेष रुचि थी। उन्होंने अपने भाई श्रवण के साथ क्रिकेट खेलना शुरू किया, जो अंडर-15 टीम में खेलते थे। भाई की राह पर चलते हुए और अपनी रुचि को करियर बनाने का फैसला करते हुए, स्मृति ने प्रोफेशनली क्रिकेट खेलना शुरू किया। महज 11 साल की उम्र में उनका चयन अंडर-19 टीम में हो गया।
स्मृति मंधाना का करियर
स्मृति मंधाना ने 2013 में घरेलू मैच में शानदार प्रदर्शन किया। वह एक दिवसीय मैच में दोहरा शतक लगाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं। 2016 में, उन्होंने इंडिया रेड की तरफ से वूमेन चैलेंजर ट्रॉफी के लिए तीन अर्धशतक लगाए। उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन ने उन्हें जल्द ही राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई।
स्मृति मंधाना की पांच प्रमुख उपलब्धियां
1. आईसीसी महिला क्रिकेटर ऑफ द ईयर (2018)
स्मृति मंधाना को 2018 में आईसीसी महिला क्रिकेटर ऑफ द ईयर और आईसीसी महिला वनडे प्लेयर ऑफ द ईयर के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें उनके शानदार प्रदर्शन और उत्कृष्ट बल्लेबाजी कौशल के लिए दिया गया। उनकी बैटिंग शैली और आक्रामकता ने उन्हें इस पुरस्कार का हकदार बनाया।
2. आईसीसी महिला टी20 विश्व कप (2018)
मंधाना ने 2018 के आईसीसी महिला टी20 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने टूर्नामेंट में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए और अपने आक्रामक और धुआंधार बल्लेबाजी से टीम को महत्वपूर्ण जीत दिलाई। इस टूर्नामेंट में उनके प्रदर्शन ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और भी प्रसिद्ध कर दिया।
3. वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 2000 रन
स्मृति मंधाना ने वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 2000 रन बनाने वाली भारतीय महिला खिलाड़ी बनने का रिकॉर्ड स्थापित किया। उन्होंने इस उपलब्धि को केवल 51 पारियों में हासिल किया, जो महिला क्रिकेट में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उनकी इस उपलब्धि ने उन्हें क्रिकेट प्रेमियों के बीच और भी लोकप्रिय बना दिया।
4. बेलिंडा क्लार्क अवार्ड (2019)
स्मृति मंधाना को 2019 में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के सर्वोच्च सम्मान, बेलिंडा क्लार्क अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें महिला बिग बैश लीग और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया गया। इस पुरस्कार ने उनकी उपलब्धियों को और भी महत्वपूर्ण बना दिया।
5. पिंक बॉल टेस्ट में शतक लगाने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर
स्मृति मंधाना पिंक बॉल टेस्ट मैच में शतक लगाने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर हैं। उनका यह शतक महिला क्रिकेट में एक नया अध्याय लिखता है और उन्हें एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाता है। इस उपलब्धि ने साबित कर दिया कि वह कठिन परिस्थितियों में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकती हैं।
स्मृति मंधाना की शिक्षा और प्रारंभिक जीवन
स्मृति मंधाना ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा माधव नगर से प्राप्त की। उन्हें बचपन से ही खेलों में विशेष रुचि थी। अपने भाई के साथ क्रिकेट खेलते हुए, उन्होंने जल्दी ही महसूस किया कि यही उनका करियर है। उन्होंने अपनी मेहनत और प्रतिभा से अंडर-19 टीम में जगह बनाई और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
स्मृति मंधाना की सफलता की कहानी
स्मृति मंधाना की सफलता की कहानी मेहनत, दृढ़ता और समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई। उनकी बल्लेबाजी शैली और तकनीक ने उन्हें क्रिकेट प्रेमियों के बीच बेहद लोकप्रिय बना दिया है।
स्मृति मंधाना का करियर अनेक युवा क्रिकेटरों के लिए प्रेरणास्त्रोत है। उन्होंने साबित किया है कि अगर इरादे मजबूत हों और मेहनत सच्ची हो, तो किसी भी क्षेत्र में सफलता पाई जा सकती है। उनकी उपलब्धियां भारतीय महिला क्रिकेट को एक नया ऊंचाई देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।